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2 यूरो में सुरक्षित करें न्यूज़ीलैंड उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) इनपुट
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न्यूज़ीलैंड में वर्तमान उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) इनपुट का मूल्य 0.9 % है। न्यूज़ीलैंड में 1/12/2023 को उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) इनपुट 0.9 % तक घट गया, जो 1/9/2023 को 1.2 % था। 1/3/1978 से 1/3/2024 तक, न्यूज़ीलैंड में औसत GDP 1.17 % थी। सर्वकालिक उच्चतम 1/6/1979 को 6.6 % तक पहुँच गया, जबकि सबसे निम्नतम मूल्य 1/3/2009 को -2.5 % दर्ज किया गया।
उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) इनपुट ·
३ वर्ष
5 वर्ष
10 वर्ष
२५ वर्ष
मैक्स
PPI इनपुट | |
---|---|
1/3/1978 | 2.8 % |
1/6/1978 | 2.7 % |
1/9/1978 | 2.7 % |
1/12/1978 | 3.3 % |
1/3/1979 | 3.2 % |
1/6/1979 | 6.6 % |
1/9/1979 | 4.9 % |
1/12/1979 | 5.9 % |
1/3/1980 | 6.1 % |
1/6/1980 | 4.4 % |
1/9/1980 | 4.5 % |
1/12/1980 | 4 % |
1/3/1981 | 2.9 % |
1/6/1981 | 4.2 % |
1/9/1981 | 5.2 % |
1/12/1981 | 3.2 % |
1/3/1982 | 3.1 % |
1/6/1982 | 4.2 % |
1/9/1982 | 3.5 % |
1/12/1982 | 0.9 % |
1/3/1983 | 0.4 % |
1/6/1983 | 1.3 % |
1/9/1983 | 0.9 % |
1/12/1983 | 0.5 % |
1/3/1984 | 0.7 % |
1/6/1984 | 1.8 % |
1/9/1984 | 4.9 % |
1/12/1984 | 4.7 % |
1/3/1985 | 4.2 % |
1/6/1985 | 4.8 % |
1/9/1985 | 1.5 % |
1/3/1986 | 2.2 % |
1/6/1986 | 1 % |
1/9/1986 | 1.5 % |
1/12/1986 | 2.4 % |
1/3/1987 | 2.3 % |
1/6/1987 | 2.3 % |
1/9/1987 | 1.4 % |
1/12/1987 | 0.9 % |
1/3/1988 | 1 % |
1/6/1988 | 1.5 % |
1/9/1988 | 1.5 % |
1/12/1988 | 1.2 % |
1/3/1989 | 1.9 % |
1/6/1989 | 1.8 % |
1/9/1989 | 2.5 % |
1/12/1989 | 1.4 % |
1/3/1990 | 0.8 % |
1/6/1990 | 1 % |
1/12/1990 | 1.5 % |
1/9/1991 | 0.2 % |
1/12/1991 | 0.5 % |
1/3/1992 | 0.6 % |
1/6/1992 | 0.4 % |
1/9/1992 | 0.7 % |
1/12/1992 | 0.8 % |
1/3/1993 | 0.4 % |
1/6/1993 | 0.5 % |
1/9/1993 | 0.8 % |
1/12/1993 | 0.4 % |
1/6/1994 | 0.4 % |
1/9/1994 | 0.5 % |
1/12/1994 | 0.1 % |
1/3/1995 | 0.1 % |
1/6/1995 | 0.1 % |
1/9/1995 | 0.3 % |
1/12/1995 | 0.1 % |
1/3/1996 | 0.4 % |
1/9/1996 | 0.1 % |
1/12/1996 | 0.1 % |
1/3/1997 | 0.1 % |
1/9/1997 | 0.5 % |
1/12/1997 | 0.5 % |
1/6/1998 | 0.7 % |
1/6/1999 | 0.7 % |
1/9/1999 | 1.5 % |
1/12/1999 | 1.6 % |
1/3/2000 | 1.5 % |
1/6/2000 | 1.2 % |
1/9/2000 | 4 % |
1/12/2000 | 3.7 % |
1/6/2001 | 1.4 % |
1/9/2001 | 2 % |
1/12/2002 | 0.2 % |
1/9/2003 | 0.5 % |
1/12/2003 | 0.1 % |
1/6/2004 | 1.9 % |
1/9/2004 | 0.9 % |
1/12/2004 | 0.9 % |
1/6/2005 | 2.1 % |
1/9/2005 | 2.5 % |
1/12/2005 | 0.9 % |
1/3/2006 | 1 % |
1/6/2006 | 2.9 % |
1/9/2006 | 1.4 % |
1/6/2007 | 1.2 % |
1/9/2007 | 2.4 % |
1/12/2007 | 1.3 % |
1/3/2008 | 2.1 % |
1/6/2008 | 6 % |
1/9/2008 | 3.7 % |
1/12/2009 | 0.4 % |
1/3/2010 | 1.3 % |
1/6/2010 | 1.4 % |
1/9/2010 | 0.7 % |
1/12/2010 | 0.9 % |
1/3/2011 | 2.2 % |
1/6/2011 | 0.9 % |
1/9/2011 | 0.6 % |
1/12/2011 | 0.5 % |
1/3/2012 | 0.3 % |
1/6/2012 | 0.6 % |
1/3/2013 | 0.8 % |
1/6/2013 | 0.6 % |
1/9/2013 | 2.2 % |
1/3/2014 | 1 % |
1/9/2015 | 1.6 % |
1/6/2016 | 0.9 % |
1/9/2016 | 1.5 % |
1/12/2016 | 1 % |
1/3/2017 | 0.8 % |
1/6/2017 | 1.5 % |
1/9/2017 | 1.1 % |
1/12/2017 | 0.9 % |
1/3/2018 | 0.6 % |
1/6/2018 | 1 % |
1/9/2018 | 1.4 % |
1/12/2018 | 1.8 % |
1/6/2019 | 0.3 % |
1/9/2019 | 1 % |
1/12/2019 | 0.2 % |
1/9/2020 | 0.6 % |
1/12/2020 | 0.1 % |
1/3/2021 | 2.1 % |
1/6/2021 | 3 % |
1/9/2021 | 1.6 % |
1/12/2021 | 1.2 % |
1/3/2022 | 3.4 % |
1/6/2022 | 3.1 % |
1/9/2022 | 0.8 % |
1/12/2022 | 0.5 % |
1/9/2023 | 1.2 % |
1/12/2023 | 0.9 % |
उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) इनपुट इतिहास
तारीख | मूल्य |
---|---|
1/12/2023 | 0.9 % |
1/9/2023 | 1.2 % |
1/12/2022 | 0.5 % |
1/9/2022 | 0.8 % |
1/6/2022 | 3.1 % |
1/3/2022 | 3.4 % |
1/12/2021 | 1.2 % |
1/9/2021 | 1.6 % |
1/6/2021 | 3 % |
1/3/2021 | 2.1 % |
उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) इनपुट के समान मैक्रो संकेतक
नाम | वर्तमान | पिछला | फ्रीक्वेंसी |
---|---|---|---|
🇳🇿 CPI ट्रांसपोर्ट | 1,268 points | 1,301 points | तिमाही |
🇳🇿 आयात मूल्य | 998 points | 1,052 points | तिमाही |
🇳🇿 इनपुट-उत्पादक मूल्य | 1,384 points | 1,371 points | तिमाही |
🇳🇿 उत्पादक मूल्य परिवर्तन | 2.6 % | 2 % | तिमाही |
🇳🇿 उत्पादक मूल्य स्फीति मासिक दर मास | 0.9 % | 0.7 % | तिमाही |
🇳🇿 उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) | 1,267 points | 1,259 points | तिमाही |
🇳🇿 उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आवास और पार्श्व लागत | 1,357 points | 1,347 points | तिमाही |
🇳🇿 कच्चे माल के दाम YoY | 0.899 % | 3.548 % | मासिक |
🇳🇿 खाद्य मुद्रास्फीति | 0.2 % | 0.8 % | मासिक |
🇳🇿 निर्माता मूल्य | 1,409 points | 1,397 points | तिमाही |
🇳🇿 निर्यात मूल्य | 1,362 points | 1,366 points | तिमाही |
🇳🇿 निर्यात मूल्य MoM | -0.3 % | -4.2 % | तिमाही |
🇳🇿 बीआईपी-डेफ्लेटर | 1,460 points | 1,439 points | तिमाही |
🇳🇿 मासिक आयात मूल्य | -5.1 % | 3.8 % | तिमाही |
🇳🇿 मुख्य उपभोक्ता मूल्य सूचकांक | 1,260 points | 1,250 points | तिमाही |
🇳🇿 मुख्य मुद्रास्फीति दर | 3.7 % | 4.4 % | तिमाही |
🇳🇿 मुद्रास्फीति की अपेक्षाएँ | 2.3 % | 2.5 % | तिमाही |
🇳🇿 मुद्रास्फीति दर | 4 % | 4.7 % | तिमाही |
🇳🇿 मुद्रास्फीति दर मासिक | 0.6 % | 0.5 % | तिमाही |
न्यूजीलैंड में, PPI इनपुट इंडेक्स वर्तमान उत्पादन लागत में कीमत परिवर्तनों को मापते हैं। वर्तमान उत्पादन लागत की परिभाषा मध्यवर्ती उपभोग के साथ संगत होती है। इनपुट इंडेक्स में शामिल होते हैं: सामग्री की खरीद; ईंधन और बिजली; परिवहन और संचार; कमीशन और अनुबंध सेवाएं; भूमि, भवन, वाहन और मशीनरी का किराया और पट्टा; व्यापार सेवाएं; बीमा प्रीमियम बिना दावों के; वित्तीय मध्यस्थता सेवाएं।
अन्य देशों के लिए मैक्रो-पेज ऑस्ट्रेलिया
उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) इनपुट क्या है?
पी. पी. आई इनपुट (PPI Input) का अर्थ है "उत्पादन मूल्य सूचकांक इनपुट", यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक सूचकांक है जो व्यवस्थागत उत्पादकों द्वारा खरीदी गई वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य स्तर में परिवर्तन को मापता है। यह सूचकांक उन उत्पादकों द्वारा उपयोग किए गए इनपुट की कीमतों में हो रहे बदलावों की जानकारी प्रदान करता है, जिससे उत्पादकों की लागत और उत्पादन स्तर को समझने में मदद मिलती है। उत्पादन मूल्य सूचकांक इनपुट निर्माताओं, नीति निर्माताओं, और निवेशकों के लिए अति महत्वपूर्ण है। आइए, इस मुद्दे को गहराई से समझें और जानें कि यह कैसे काम करता है और इसके क्या प्रभाव होते हैं। **पी. पी. आई इनपुट का परिचय:** जब हम किसी अर्थव्यवस्था का विस्तृत विश्लेषण करते हैं, तब उत्पादकों की लागतें और इनपुट मूल्य परिवर्तन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 'उत्पादन मूल्य सूचकांक इनपुट' उस मूल्य को मापता है जिसे निर्माता कच्चे माल, अर्ध-तैयार वस्तुएं, और अन्य इनपुट के लिए भुगतान करते हैं। यह सूचकांक विभिन्न उद्योगों के लिए अलग-अलग हो सकता है और यह आवधिक रूप से अपडेट होता है जिससे निवेशकों और नीति निर्माताओं को वर्तमान आर्थिक परिवेश की स्थिति का भान हो सके। **महत्वपूर्णता और उद्देश्य:** 'पदोइलत मूल्य सूचकांक इनपुट' का मुख्य उद्देश्य उन इनपुट की मूल्यिंग करना होता है जो किसी भी उत्पादन प्रक्रिया के लिए आवश्यक होते हैं। इसका महत्व निम्नलिखित बिंदुओं में समझा जा सकता है: 1. **मूल्य पदार्थ का संकेतक:** उपयोग किए गए कच्चे माल और सेवाओं की कीमतों में हो रहे परिवर्तनों को ट्रैक करता है। यह सूचकांक उत्पादकों की लागतों में वृद्धि या कमी का स्पष्ट संकेत प्रदान करता है। 2. **मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान:** पी. पी. आई इनपुट से प्राप्त डेटा का उपयोग मुद्रास्फीति के प्रतिबिंब के रूप में किया जा सकता है। यदि इनपुट की कीमतें बढ़ती हैं, तो फाइनल उत्पाद की कीमतें भी बढ़ सकती हैं, जिससे मुद्रास्फीति का दबाव बढ़ेगा। 3. **उद्योगिक नीति निर्धारण:** नीति निर्माताओं के लिए यह सूचकांक महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह औद्योगिक खर्चों की निगरानी में मदद करता है और सही नीतिगत निर्णय लेने में सहायता करता है। 4. **निवेशकों के लिए मार्गदर्शक:** निवेशक पी. पी. आई इनपुट का विश्लेषण करके बाजार की परिस्थितियों का आकलन करते हैं और इस आधार पर अपने निवेश निर्णय लेते हैं। **पी. पी. आई इनपुट की गणना:** पी. पी. आई इनपुट की गणना करने के लिए, उत्पादकों द्वारा खरीदी गई विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों को ट्रैक किया जाता है। इसकी गणना निम्नलिखित चरणों में की जा सकती है: - **सर्वेक्षण और डेटा संग्रह:** सरकार या संबंधित एजेंसियाँ विभिन्न उद्योगों और उद्यमों से डेटा एकत्रित करती हैं। यह डेटा विभिन्न स्रोतों से जुटाया जाता है जहां उत्पादक सामान और सेवाओं की खरीद करते हैं। - **वस्तुओं और सेवाओं का वर्गीकरण:** सामान और सेवाओं को उचित श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है। यह विभाजन उन्हें विशिष्ट उद्योग संबंधी वर्गों में बांटने में मदद करता है। - **मूल्य निर्धारण और औसत:** इनपुट की कीमतों का औसत निकाला जाता है और समय के साथ इनमें हो रहे परिवर्तनों को मापा जाता है। - **सूचकांक का निर्माण:** एक बेस वर्ष का चयन किया जाता है और उस बेस वर्ष की कीमतों की तुलना वर्तमान कीमतों से की जाती है। इस तुलना के आधार पर सूचकांक का निर्माण होता है। **पी. पी. आई इनपुट और इसके प्रभाव:** पी. पी. आई इनपुट का व्यापक प्रभाव और इसकी संपूर्णता को निम्नलिखित बिंदुओं में बांटा जा सकता है: 1. **उत्पादन की लागत:** पी. पी. आई इनपुट उत्पादन की लागत का सही अनुमान प्रस्तुत करता है। जब इनपुट की कीमतें बढ़ती हैं, तो उत्पादन की लागत भी बढ़ जाती है और इससे उत्पाद की अंतिम कीमतें भी प्रभावित होती हैं। 2. **लाभ मार्जिन:** इनपुट कीमतों में वृद्धि से उत्पादकों का लाभ मार्जिन प्रभावित हो सकता है। यदि उत्पादक बढ़ी हुई लागतों को ग्राहकों पर नहीं डाल सकते तो उनका लाभ घट सकता है। 3. **उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI):** पी. पी. आई इनपुट का प्रभाव उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर भी पड़ सकता है। यदि इनपुट कीमतों में वृद्धि होती है, तो उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें भी बढ़ सकती हैं। 4. **आर्थिक नीति और रणनीति:** पी. पी. आई इनपुट द्वारा प्रस्तुत जानकारी का उपयोग सरकार और वित्तीय संस्थाओं द्वारा आर्थिक नीति बनाने और रणनीतियाँ तय करने में किया जा सकता है। 5. **बाजार पूर्वानुमान:** यह सूचकांक बाजार की परिस्थितियों का पूर्वानुमान करने में भी मददगार है। इससे निवेशक अपने निवेश प्रस्तावों का पुनर्मूल्यांकन कर सकते हैं। **उपसंहार:** सारांश में, उत्पादन मूल्य सूचकांक इनपुट (PPI Input) आर्थिक विश्लेषण का एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो उत्पादकों की लागत और मुद्रास्फीति के रुझानों को समझने में मदद करता है। eulerpool जैसी पेशेवर वेबसाइटें इस प्रकार के व्यापक आंकड़ों को प्रदर्शित करने में सहायक होती हैं, जिससे न केवल निवेशकों और नीति निर्माताओं, बल्कि सामान्य आर्थिक विश्लेषकों को भी सही और सारगर्भित जानकारी मिलती है। पी. पी. आई इनपुट ने अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर अपार प्रभाव डाला है और आगे भी इसके महत्वपूर्ण होने की संभावना है। इससे उत्पादकों की लागत को मापने और अर्थव्यवस्था में मूल्य परिवर्तन का पूर्वानुमान लगाने का एक शक्तिशाली औजार प्रदान किया गया है।