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2 यूरो में सुरक्षित करें संयुक्त राज्य अमेरिका स्थायी सामान के आदेश
शेयर मूल्य
संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थायी सामान के आदेश का वर्तमान मूल्य 9.8 % है। संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थायी सामान के आदेश 1/7/2024 को 9.8 % तक बढ़ गया, जबकि यह 1/5/2024 को 0.1 % था। 1/3/1992 से 1/9/2024 तक, संयुक्त राज्य अमेरिका में औसत GDP 0.32 % था। सबसे उच्चतम मूल्य 1/7/2014 को 24.8 % के साथ पहुंचा, जबकि सबसे न्यूनतम मूल्य 1/8/2014 को -19.9 % दर्ज किया गया।
स्थायी सामान के आदेश ·
३ वर्ष
5 वर्ष
10 वर्ष
२५ वर्ष
मैक्स
टिकाऊ वस्तुओं के आदेश | |
---|---|
1/3/1992 | 4.8 % |
1/4/1992 | 3.7 % |
1/5/1992 | 1.1 % |
1/9/1992 | 0.2 % |
1/10/1992 | 5.5 % |
1/12/1992 | 3 % |
1/2/1993 | 5.9 % |
1/4/1993 | 0.5 % |
1/6/1993 | 2.9 % |
1/8/1993 | 1 % |
1/10/1993 | 4.7 % |
1/12/1993 | 2.4 % |
1/1/1994 | 3.7 % |
1/4/1994 | 2.8 % |
1/5/1994 | 1.6 % |
1/6/1994 | 1.7 % |
1/8/1994 | 0.6 % |
1/10/1994 | 2.8 % |
1/11/1994 | 0.3 % |
1/12/1994 | 1.6 % |
1/2/1995 | 2.3 % |
1/5/1995 | 0.9 % |
1/8/1995 | 3.7 % |
1/9/1995 | 3.8 % |
1/11/1995 | 0.4 % |
1/12/1995 | 4.6 % |
1/3/1996 | 9.4 % |
1/5/1996 | 4.9 % |
1/6/1996 | 0.1 % |
1/9/1996 | 5.2 % |
1/11/1996 | 3.3 % |
1/2/1997 | 5.2 % |
1/4/1997 | 3.9 % |
1/6/1997 | 3.7 % |
1/7/1997 | 2.3 % |
1/9/1997 | 0.3 % |
1/11/1997 | 7.5 % |
1/1/1998 | 0.3 % |
1/2/1998 | 4 % |
1/4/1998 | 2.3 % |
1/8/1998 | 5 % |
1/9/1998 | 1.3 % |
1/11/1998 | 2.2 % |
1/1/1999 | 4.5 % |
1/5/1999 | 1.6 % |
1/7/1999 | 3.6 % |
1/8/1999 | 0.2 % |
1/10/1999 | 3 % |
1/12/1999 | 5.2 % |
1/1/2000 | 2.6 % |
1/3/2000 | 4.5 % |
1/4/2000 | 1.5 % |
1/6/2000 | 16.5 % |
1/9/2000 | 5.9 % |
1/11/2000 | 1.7 % |
1/2/2001 | 1.8 % |
1/3/2001 | 1.1 % |
1/5/2001 | 3.4 % |
1/8/2001 | 0.2 % |
1/10/2001 | 4.5 % |
1/12/2001 | 0.9 % |
1/2/2002 | 5.6 % |
1/4/2002 | 2.4 % |
1/7/2002 | 4.9 % |
1/8/2002 | 1.6 % |
1/10/2002 | 1.4 % |
1/11/2002 | 0.5 % |
1/1/2003 | 3.7 % |
1/2/2003 | 2.4 % |
1/5/2003 | 1.3 % |
1/6/2003 | 1.1 % |
1/9/2003 | 3.3 % |
1/10/2003 | 2.8 % |
1/2/2004 | 1.7 % |
1/3/2004 | 5.1 % |
1/6/2004 | 1.2 % |
1/7/2004 | 0.6 % |
1/9/2004 | 2.6 % |
1/11/2004 | 4 % |
1/12/2004 | 0.5 % |
1/1/2005 | 0.7 % |
1/2/2005 | 0.8 % |
1/4/2005 | 4.4 % |
1/5/2005 | 6 % |
1/6/2005 | 1.6 % |
1/8/2005 | 5.3 % |
1/10/2005 | 2.9 % |
1/11/2005 | 5.2 % |
1/12/2005 | 0.3 % |
1/2/2006 | 4.9 % |
1/3/2006 | 3.4 % |
1/5/2006 | 0.6 % |
1/6/2006 | 2.5 % |
1/8/2006 | 0.5 % |
1/9/2006 | 11.5 % |
1/11/2006 | 3.6 % |
1/12/2006 | 2 % |
1/3/2007 | 3.9 % |
1/4/2007 | 1.7 % |
1/7/2007 | 1.9 % |
1/8/2007 | 1.1 % |
1/10/2007 | 1.9 % |
1/12/2007 | 7.7 % |
1/6/2008 | 0.8 % |
1/9/2008 | 0.5 % |
1/4/2009 | 0.8 % |
1/5/2009 | 1.2 % |
1/7/2009 | 4.5 % |
1/8/2009 | 2.5 % |
1/9/2009 | 0.4 % |
1/10/2009 | 1.9 % |
1/12/2009 | 0.1 % |
1/1/2010 | 12.8 % |
1/3/2010 | 0.9 % |
1/4/2010 | 0.4 % |
1/5/2010 | 3.8 % |
1/7/2010 | 1 % |
1/8/2010 | 2.3 % |
1/9/2010 | 5.3 % |
1/11/2010 | 2.1 % |
1/1/2011 | 5.3 % |
1/3/2011 | 8.3 % |
1/5/2011 | 3.2 % |
1/7/2011 | 2.4 % |
1/8/2011 | 5 % |
1/10/2011 | 3 % |
1/11/2011 | 2.2 % |
1/12/2011 | 3.9 % |
1/1/2012 | 0.9 % |
1/2/2012 | 0.3 % |
1/5/2012 | 0.5 % |
1/7/2012 | 1.9 % |
1/9/2012 | 8.1 % |
1/10/2012 | 1 % |
1/12/2012 | 6 % |
1/2/2013 | 5 % |
1/4/2013 | 4.7 % |
1/5/2013 | 4.2 % |
1/6/2013 | 4.4 % |
1/8/2013 | 3.3 % |
1/9/2013 | 5.5 % |
1/11/2013 | 4.7 % |
1/2/2014 | 3.4 % |
1/3/2014 | 1.1 % |
1/4/2014 | 1.3 % |
1/6/2014 | 1.9 % |
1/7/2014 | 24.8 % |
1/1/2015 | 0.1 % |
1/3/2015 | 4.4 % |
1/6/2015 | 5.6 % |
1/10/2015 | 3.5 % |
1/1/2016 | 4.6 % |
1/4/2016 | 5.6 % |
1/7/2016 | 3.5 % |
1/8/2016 | 1.7 % |
1/10/2016 | 7.6 % |
1/12/2016 | 0.8 % |
1/2/2017 | 1.7 % |
1/4/2017 | 0.7 % |
1/6/2017 | 6 % |
1/8/2017 | 2.4 % |
1/9/2017 | 2.8 % |
1/11/2017 | 1.8 % |
1/12/2017 | 3.9 % |
1/2/2018 | 3.2 % |
1/3/2018 | 3.3 % |
1/5/2018 | 0.5 % |
1/8/2018 | 4.3 % |
1/9/2018 | 1 % |
1/12/2018 | 2.6 % |
1/3/2019 | 3.9 % |
1/7/2019 | 2.2 % |
1/12/2019 | 1 % |
1/1/2020 | 6.4 % |
1/2/2020 | 1.6 % |
1/5/2020 | 13.1 % |
1/6/2020 | 9.5 % |
1/7/2020 | 9.8 % |
1/8/2020 | 1.3 % |
1/9/2020 | 2.4 % |
1/10/2020 | 2 % |
1/12/2020 | 1.7 % |
1/1/2021 | 4.4 % |
1/3/2021 | 0.7 % |
1/5/2021 | 1.9 % |
1/6/2021 | 1.4 % |
1/8/2021 | 2.3 % |
1/10/2021 | 1.2 % |
1/11/2021 | 1.5 % |
1/12/2021 | 2.3 % |
1/1/2022 | 2 % |
1/4/2022 | 1 % |
1/5/2022 | 0.7 % |
1/6/2022 | 1.6 % |
1/9/2022 | 0.3 % |
1/10/2022 | 1 % |
1/12/2022 | 4.5 % |
1/3/2023 | 3.3 % |
1/4/2023 | 1.2 % |
1/5/2023 | 2 % |
1/6/2023 | 4.3 % |
1/9/2023 | 4 % |
1/11/2023 | 5.4 % |
1/2/2024 | 0.7 % |
1/3/2024 | 0.8 % |
1/4/2024 | 0.2 % |
1/5/2024 | 0.1 % |
1/7/2024 | 9.8 % |
स्थायी सामान के आदेश इतिहास
तारीख | मूल्य |
---|---|
1/7/2024 | 9.8 % |
1/5/2024 | 0.1 % |
1/4/2024 | 0.2 % |
1/3/2024 | 0.8 % |
1/2/2024 | 0.7 % |
1/11/2023 | 5.4 % |
1/9/2023 | 4 % |
1/6/2023 | 4.3 % |
1/5/2023 | 2 % |
1/4/2023 | 1.2 % |
स्थायी सामान के आदेश के समान मैक्रो संकेतक
दृढ़ वस्त्रों के ऑर्डर उन नए ऑर्डरों को दर्शाते हैं जो निर्माता कंपनियों के साथ कठोर वस्तुओं की आपूर्ति के लिए रखे जाते हैं, जिन्हें कम से कम तीन साल तक चलने के लिए बनाया गया होता है।
अन्य देशों के लिए मैक्रो-पेज अमेरिका
- 🇦🇷अर्जेंटीना
- 🇦🇼अरूबा
- 🇧🇸बहामास
- 🇧🇧बारबाडोस
- 🇧🇿बेलीज
- 🇧🇲बरमूडा
- 🇧🇴बोलीविया
- 🇧🇷ब्राज़ील
- 🇨🇦कनाडा
- 🇰🇾केमैन द्वीपसमूह
- 🇨🇱चिली
- 🇨🇴कोलम्बिया
- 🇨🇷कोस्टा रिका
- 🇨🇺क्यूबा
- 🇩🇴डोमिनिकन गणराज्य
- 🇪🇨इक्वाडोर
- 🇸🇻एल साल्वाडोर
- 🇬🇹ग्वाटेमाला
- 🇬🇾गुयाना
- 🇭🇹हैती
- 🇭🇳होंडुरास
- 🇯🇲जमैका
- 🇲🇽मेक्सिको
- 🇳🇮निकारागुआ
- 🇵🇦पनामा
- 🇵🇾पराग्वे
- 🇵🇪पेरू
- 🇵🇷प्यूर्टो रिको
- 🇸🇷सूरीनाम
- 🇹🇹त्रिनिदाद और टोबैगो
- 🇺🇾उरुग्वे
- 🇻🇪वेनेज़ुएला
- 🇦🇬एंटीगुआ और बारबुडा
- 🇩🇲डोमिनिका
- 🇬🇩ग्रेनाडा
स्थायी सामान के आदेश क्या है?
ड्यूरबल गुड्स ऑर्डर्स (Durable Goods Orders) एक महत्वपूर्ण मैक्रोइकोनॉमिक संकेतक है जिसका उपयोग देश की अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य का मूल्यांकन करने में किया जाता है। इसे हिंदी में 'टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स' के रूप में जाना जाता है। यह संकेतक उन सभी वस्तुओं का ऑर्डर दर्शाता है जिनकी उपयोगिता अवधि तीन वर्षों से अधिक होती है। इसमें प्रमुख रूप से विभिन्न उद्योगों द्वारा ऑर्डर की गई भारी मशीनरी, उपकरण, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस आदि शामिल होते हैं। जैसे-जैसे 'टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स' में वृद्धि होती है, यह संकेत करता है कि उद्यम और घरेलू उपभोक्ता आर्थिक विकास के प्रति आशान्वित हैं और वे दीर्घकालिक निवेश करने के लिए तैयार हैं। **टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स का महत्व:** टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स का डेटा विश्लेषण वित्तीय बाजार, नीति निर्धारक संगठनों, और निवेशकों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। जब भी टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स में वृद्धि या गिरावट होती है, यह सीधे अर्थव्यवस्था की वर्तमान और भविष्य की स्थिति को प्रतिबिंबित करता है। इस संकेतक के आधार पर केंद्रीय बैंक को किसी भी प्रकार की मौद्रिक नीति बनाने और आर्थिक स्थिरता बनाए रखने में सहायता मिलती है। फर्म और उद्योग विशेषज्ञ इन ऑर्डर्स के आंकड़े को भविष्य की विक्रय परियोजनाओं के निर्माण में उपयोग करते हैं। मायनोँ में, यह एक अग्रणी संकेतक है जो उत्पादन की क्षमता और रोजगार के स्तर का पूर्वानुमान लगाने में भी मदद करता है। **रिपोर्टिंग और डेटा संग्रह:** 'टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स' की रिपोर्टिंग आमतौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका में आर्थिक स्थिति का आकलन करने के लिए यू.एस. जनगणना ब्यूरो की ओर से की जाती है। इसे मासिक आधार पर रिपोर्ट किया जाता है और रिपोर्ट में पिछले महीने के मुकाबले ऑर्डर्स में वृद्धि या गिरावट दर्शाई जाती है। *डेटा संग्रह:* टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स का डेटा संग्रह व्यापक और विस्तारित होता है। इसमें निम्नलिखित उद्योगों से डेटा संकलित किया जाता है: - मोटर वाहन - मशीनरी निर्माण - इलेक्ट्रॉनिक्स और अप्लायंसेज - एयरक्राफ्ट और डिफेंस इक्विपमेंट **वित्तीय बाजार पर प्रभाव:** जब टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स में अचानक वृद्धि होती है, तो यह सकारात्मक आर्थिक संकेत देता है। इससे शेयर बाजार पर विशेष रूप से उद्योग आधारित शेयरों में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके विपरीत, यदि इसमें गिरावट होती है, तो यह आर्थिक मंदी का संकेत हो सकता है, जिसका सीधा प्रभाव शेयर बाजार और निवेश गतिविधियों पर पड़ता है। उदाहरण के लिए: 1. ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए बड़े ऑर्डर्स के मिलने पर इसमें वृद्धि होती है, शेयर की कीमतों में उछाल आता है। 2. अगर एयरक्राफ्ट या डिफेंस इक्विपमेंट के ऑर्डर्स में कमी आती है, तो इससे संबंधित कंपनियों के स्टॉक्स में गिरावट देखी जाती है। **टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स और आर्थिक नीति:** 'टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स' केंद्रीय बैंक और सरकार की मौद्रिक और फिस्कल नीतियों को प्रभावित करते हैं। यदि ऑर्डर्स की संख्या में कमी आ रही है, तो केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कटौती कर सकता है ताकि बाजार में लिक्विडिटी बढ़ाई जा सके। फिस्कल नीति के तहत, सरकार वस्तु निर्माण सेक्टर को प्रोत्साहन देने के लिए टैक्स में कटौती या सब्सिडी देने का निर्णय ले सकती है। **दीर्घकालिक आर्थिक प्रक्षेपण:** टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स का दीर्घकालिक विश्लेषण आर्थिक प्रक्षेपण का एक महत्वपूर्ण घटक है। निवेशक और उद्योग विशेषज्ञ इस डेटा को समझकर दीर्घकालिक निवेश और उत्पादन रणनीतियाँ बनाते हैं। उदाहरणस्वरूप, यदि किसी विशेष अवधि में टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स में लगातार वृद्धि हो रही है, तो यह लंबी अवधि में अर्थव्यवस्था में स्थिरता और विकास का संकेत देता है। **प्रभाव और सीमाएं:** हालांकि टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स एक महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतक है, किन्तु इसके कुछ सीमाएं भी हैं। उच्च बजट की सरकारी योजनाएं जैसे डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट्स कभी-कभी आंकड़ों को अस्थायी रूप से बढ़ा सकती हैं, जिससे अस्थाई वृद्धि का संकेत मिल सकता है। इसलिए, यह जरूरी है कि इसके साथ अन्य मैक्रोइकोनॉमिक संकेतकों जैसे जीडीपी, उपभोक्ता विश्वास सूचकांक, और औद्योगिक उत्पादन को भी ध्यान में रखा जाए। **समाप्ति:** संक्षेप में, 'टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर्स' एक प्रमुख मैक्रोइकोनॉमिक संकेतक है जो आर्थिक स्वास्थ्य का आकलन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके आंकड़े निवेशकों, नीति निर्माताओं और उद्योग विशेषज्ञों के लिए आर्थिक निर्णयों में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं। हमारा वेबसाइट 'Eulerpool' इस महत्वपूर्ण आर्थिक डेटा को विधिवत् और सुव्यवस्थित तरीके से प्रस्तुत करके अत्यधिक लाभदायक और स्पष्ट जानकारी प्रदान करता है। जैसे-जैसे हम तकनीकी उन्नति और डेटा विश्लेषण में आगे बढ़ रहे हैं, इस प्रकार के संकेतकों पर ध्यान देते रहना जरूरी है ताकि व्यापक आर्थिक रणनीतियों का निर्माण किया जा सके और सतत विकास सुनिश्चित किया जा सके।