चेक गणराज्य मजदूरी
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चेक गणराज्य में वर्तमान मजदूरी का मूल्य 49,402 CZK/महीना है। चेक गणराज्य में मजदूरी 1/6/2025 को बढ़कर 49,402 CZK/महीना हो गई, जबकि यह 1/3/2025 को 46,887 CZK/महीना थी। 1/3/1994 से 1/6/2025 तक, चेक गणराज्य का औसत GDP 23,608.74 CZK/महीना था। सर्वकालिक उच्चतम मूल्य 1/6/2025 को 49,402 CZK/महीना के साथ प्राप्त हुआ, जबकि निम्नतम मूल्य 1/3/1994 को 6,001 CZK/महीना के साथ रिकॉर्ड किया गया।
मजदूरी
३ वर्ष
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10 वर्ष
२५ वर्ष
मैक्स
मजदूरी इतिहास
तारीख | मूल्य |
---|---|
1/6/2025 | 49,402 CZK/महीना |
1/3/2025 | 46,887 CZK/महीना |
1/12/2024 | 48,667 CZK/महीना |
1/9/2024 | 45,101 CZK/महीना |
1/6/2024 | 45,819 CZK/महीना |
1/3/2024 | 43,980 CZK/महीना |
1/12/2023 | 45,532 CZK/महीना |
1/9/2023 | 42,071 CZK/महीना |
1/6/2023 | 42,774 CZK/महीना |
1/3/2023 | 40,801 CZK/महीना |
मजदूरी के समान मैक्रो संकेतक
नाम | वर्तमान | पिछला | फ्रीक्वेंसी |
---|---|---|---|
🇨🇿 अंशकालिक काम | 4,05,700 | 4,07,000 | तिमाही |
🇨🇿 उत्पादकता | 109.231 points | 109.507 points | तिमाही |
🇨🇿 काम करने के लागत | 128.888 points | 131.95 points | तिमाही |
🇨🇿 जनसंख्या | 10.89 मिलियन | 10.88 मिलियन | वार्षिक |
🇨🇿 दीर्घकालिक बेरोजगारी दर | 0.8 % | 0.7 % | तिमाही |
🇨🇿 निर्माण में मजदूरी | 49,642 CZK/Month | 45,329 CZK/Month | तिमाही |
🇨🇿 नौकरी की पेशकश दर | 2 % | 1.9 % | तिमाही |
🇨🇿 न्यूनतम वेतन | 841 EUR/Month | 826 EUR/Month | तिमाही |
🇨🇿 पुरुषों की सेवानिवृत्ति आयु | 64.5 Years | 64.33 Years | वार्षिक |
🇨🇿 पूर्णकालिक रोजगार | 4.646 मिलियन | 4.635 मिलियन | तिमाही |
🇨🇿 बेरोजगार व्यक्ति | 3,33,624 | 3,29,501 | मासिक |
🇨🇿 बेरोजगारी दर | 4.5 % | 4.4 % | मासिक |
🇨🇿 महिलाओं की सेवानिवृत्ति आयु | 64.5 Years | 64.33 Years | वार्षिक |
🇨🇿 युवा बेरोजगारी दर | 10.7 % | 11.7 % | मासिक |
🇨🇿 रोजगार के अवसर | 95,117 | 95,553 | मासिक |
🇨🇿 रोजगार दर | 75.7 % | 75.5 % | तिमाही |
🇨🇿 रोजगार दर | 77.9 % | 77.6 % | तिमाही |
🇨🇿 रोजगार परिवर्तन | 0.5 % | 0.4 % | तिमाही |
🇨🇿 रोजगार में लगे व्यक्ति | 5.225 मिलियन | 5.204 मिलियन | तिमाही |
🇨🇿 वेतन वृद्धि | 5.3 % | 3.9 % | तिमाही |
चेक गणराज्य में, वेतन को औसत मासिक आय का उपयोग करके मानक निर्धारित किया जाता है।
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मजदूरी क्या है?
वेतन एक महत्वपूर्ण मैक्रोइकोनॉमिक श्रेणी है जो किसी भी अर्थव्यवस्था की स्थिरता और वृद्धि के लिए अत्यंत आवश्यक है। यह वह धनराशि है जिसे कर्मचारियों को उनके कार्य के बदले में दिया जाता है, और यह किसी भी रोजगार संबंधी समझौते का मुख्य हिस्सा होता है। वेतन का निर्धारण विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि शिक्षा, अनुभव, कौशल, उद्योग, आर्थिक स्थितियां, और क्षेत्रीय बाजार की मांग। Eulerpool की हमारी वेबसाइट पर, हम आपको व्यापक और विश्वसनीय मैक्रोइकोनॉमिक डेटा उपलब्ध कराते हैं जिससे आप वेतन के पैटर्न और प्रवृत्तियों को समझ सकते हैं। वेतन मान एक अर्थव्यवस्था में उपभोक्ता खर्च और बचत का प्रमुख हिस्सा होता है। उच्च वेतन दर सीधे-सीधे उच्च उपभोक्ता खर्च में परिवर्तित होती है, जिससे मांग और उत्पादन में वृद्धि होती है। दूसरी ओर, कम वेतन दरें उपभोक्ता खर्च को कम कर सकती हैं, जो आर्थिक सुस्ती का कारण बन सकती है। इसलिए, वेतन नीति में किसी भी बदलाव का व्यापक प्रभाव होता है। वेतन निर्धारण के लिए मुख्य कारक क्षेत्रीय और उद्योग-विशिष्ट आर्थिक स्थितियां होती हैं। विभिन्न उद्योगों में काम की प्रकृति, उद्योग की उत्पादक क्षमता और उसमें काम करने वालों की मांग वेतन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। उच्च तकनीकी और विशेषज्ञता वाले क्षेत्रों में वेतन सामान्यतः उच्च होते हैं क्योंकि उनमें विशेषज्ञ कौशल की मांग अधिक होती है। इसके विपरीत, कम कौशल और सामान्य कार्यों के लिए वेतन अक्सर कम होते हैं। शैक्षिक योग्यता और पेशेवर अनुभव भी वेतन निर्धारण के महत्वपूर्ण कारक हैं। उच्च शैक्षिक योग्यता और विशेष प्रशिक्षण प्राप्त व्यक्तियों को सामान्यतः उच्च वेतन मिलता है। इसके अलावा, किसी विशेष क्षेत्र में अधिक अनुभव रखने वालों का वेतन भी अधिक हो सकता है। अनुभव और विशेषज्ञता कर्मचारियों की उत्पादकता को बढ़ा सकते हैं, जिसकी वजह से उन्हें उच्च वेतन मिलता है। सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में वेतन में भी महत्वपूर्ण अंतर होता है। सार्वजनिक क्षेत्र में वेतन संरचना काफी हद तक निर्धारित और स्थिर होती है, और इसमें कई लाभ शामिल होते हैं जैसे कि पेंशन, स्वास्थ्य बीमा आदि। दूसरी ओर, निजी क्षेत्र में वेतन संरचना अधिक विविध हो सकती है, और यह बाजार की मांग और कंपनी की आर्थिक स्थिति के आधार पर परिवर्तित हो सकती है। वेतन वृद्धि और प्रमोशन भी वेतन नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। प्रमोशन के माध्यम से कर्मचारियों को उनकी योग्यताओं और योग्यता के आधार पर उन्नती मिलती है, जिससे उनका वेतन भी बढ़ता है। वेतन वृद्धि विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है जैसे कि कंपनी की वित्तीय स्थिति, बाजार के रुझान, और कर्मचारी की व्यक्तिगत प्रदर्शन। Eulerpool की हमारी वेबसाइट पर, हम विभिन्न देशों और क्षेत्रों में वेतन के आंकड़ों का विस्तृत विश्लेषण प्रदान करते हैं। हमारे डेटाबेस में वेतन के ऐतिहासिक डेटा, विभिन्न उद्योगों में वेतन के औसत, और वेतन संरचनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध है। यह डेटा नीति निर्धारण, आर्थिक अनुसंधान, और व्यावसायिक योजनाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण हो सकता है। वेतन असमानता भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। समाज में विभाजन और असमानता को कम करने के लिए नीति निर्माताओं को वेतन असमानता पर ध्यान देना आवश्यक है। विभिन्न जातीय और लिंग-आधारित असमानताएं वेतन में भी देखने को मिलती हैं। समान कार्य के लिए समान वेतन का सिद्धांत इस असमानता को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। वेतन कर व नीति भी वेतन संरचना पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। विभिन्न देशों में वेतन पर लगाए गए कर की दरें अलग-अलग होती हैं, और यह कर नीति वेतन निर्धारण और वेतन वृद्धि को प्रभावित कर सकती है। अधिक कर की दरें उच्च वेतन को कम आकर्षक बना सकती हैं, जबकि कम कर दरें उच्च वेतन को प्रोत्साहित कर सकती हैं। आर्थिक अनिश्चितता और वैश्वीकरण भी वेतन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। वैश्विक आर्थिक स्थिति के बदलाव, महामारी, और अन्य आर्थिक उलटफेर वेतन और रोजगार के स्वरूप को प्रभावित कर सकते हैं। वैश्वीकरण से उत्पन्न प्रतिस्पर्धा के कारण कंपनियां वेतन में कटौती कर सकती हैं। इसके अलावा, आर्थिक मंदी के दौरान कंपनियों को उनकी लागतें कम करने के लिए वेतन कटौती और छंटनी करनी पड़ सकती हैं। संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक, और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी वेतन वृद्धि और रोजगार नीति के रूपों पर व्यापक अध्ययन किए हैं। उनके अध्ययन हमें यह समझने में मदद करते हैं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में वेतन प्रबंधन कैसे किया जा सकता है। निष्कर्ष में, वेतन एक जटिल और बहुआयामी मैक्रोइकोनॉमिक श्रेणी है, जो किसी भी अर्थव्यवस्था की अस्थिरता और वृद्धि को प्रभावित करती है। Eulerpool पर, हमारा उद्देश्य विश्वसनीय और व्यापक डेटा प्रदान करके नीतिगत निर्णयों को सुविधा प्रदान करना है। वेतन के पैटर्न और प्रवृत्तियों को समझना आपके व्यावसायिक और आर्थिक योजनाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकता है। हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध डेटा और विश्लेषण से आपको विभिन्न आर्थिक स्थितियों में वेतन नीति के प्रभाव को समझने में सहायता मिलेगी।