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🇩🇰

डेनमार्क बैंक ऋण दर

शेयर मूल्य

3.25 %
परिवर्तन +/-
-0.25 %
प्रतिशत में परिवर्तन
-7.41 %

डेनमार्क में वर्तमान बैंक ऋण दर 3.25 % है। डेनमार्क में बैंक ऋण दर 1/9/2024 को 3.25 % हो गई, जबकि 1/8/2024 को यह 3.5 % थी। 1/4/1992 से 1/10/2024 तक, डेनमार्क में औसत GDP 2.64 % थी। सबसे ऊँची दर 1/11/1992 को 15 % के साथ दर्ज की गई थी, जबकि सबसे कम मूल्य 1/10/2021 को -0.45 % के साथ दर्ज किया गया।

स्रोत: Danmarks Nationalbank

बैंक ऋण दर

  • ३ वर्ष

  • 5 वर्ष

  • 10 वर्ष

  • २५ वर्ष

  • मैक्स

बैंक क्रेडिट ब्याज दर

बैंक ऋण दर इतिहास

तारीखमूल्य
1/9/20243.25 %
1/8/20243.5 %
1/7/20243.5 %
1/6/20243.5 %
1/5/20243.75 %
1/4/20243.75 %
1/3/20243.75 %
1/2/20243.75 %
1/1/20243.75 %
1/12/20233.75 %
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बैंक ऋण दर के समान मैक्रो संकेतक

नामवर्तमानपिछला फ्रीक्वेंसी
🇩🇰
उपभोक्ता ऋण
463.483 अरब DKK457.825 अरब DKKमासिक
🇩🇰
उपभोक्ता व्यय
280.9 मिलियन DKK282 मिलियन DKKतिमाही
🇩🇰
उपभोक्था विश्वास
-4.4 points-6.5 pointsमासिक
🇩🇰
उपलब्ध व्यक्तिगत आय
1.312 जैव. DKK1.303 जैव. DKKवार्षिक
🇩🇰
खुदरा बिक्री YoY
2.9 %0.4 %मासिक
🇩🇰
खुदरा बिक्री मासिक परिवर्तन
0.1 %0.4 %मासिक
🇩🇰
घरेलू आय के मुकाबले परिवारों का कर्ज
172.18 %174.08 %वार्षिक
🇩🇰
घरेलू ऋण से सकल घरेलू उत्पाद
89 % of GDP85.5 % of GDPतिमाही
🇩🇰
पेट्रोल की कीमतें
2.04 USD/Liter2.05 USD/Literमासिक
🇩🇰
व्यक्तिगत बचत
17.48 %1.81 %तिमाही

अन्य देशों के लिए मैक्रो-पेज यूरोप

बैंक ऋण दर क्या है?

बैंक लेंडिंग रेट (ऋण डिस्पेंशन दर) किसी भी अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण घटक है, क्योंकि यह अर्थव्यवस्था में वित्तीय संस्थानों द्वारा दिए जाने वाले ऋण पर ब्याज दर को दर्शाता है। बैंक लेंडिंग रेट का प्रभाव न केवल वित्तीय बाजारों पर पड़ता है, बल्कि व्यापक आर्थिक गतिविधियों, आर्थिक विकास और अर्थव्यवस्था की दीर्घकालिक स्थिरता पर भी पड़ता है। Eulerpool के माध्यम से, हम इस महत्वपूर्ण मैक्रोइकॉनॉमिक पहलू के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हैं, जिससे कि हमारे यूजर्स बेहतरीन जानकारी प्राप्त कर सकें और अपने वित्तीय निर्णयों को बेहतर बना सकें। बैंक लेंडिंग रेट का निर्धारण कई कारकों पर निर्भर करता है। इसमें मौद्रिक नीति, केंद्रीय बैंक के निर्णय, मुद्रास्फीति दर, बाजार की स्थिति और आर्थिक विकास दर जैसे कवायद शामिल हैं। केंद्रीय बैंक, जैसे कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), बैंक लेंडिंग रेट को नियंत्रित करने के लिए रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट जैसे नीति उपकरणों का उपयोग करता है। इसका प्रमुख उद्देश्य आर्थिक स्थिरता बनाए रखना और मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना होता है। बैंक लेंडिंग रेट की उच्च दरें उपभोक्ताओं और व्यवसायों के लिए ऋण लेना महंगा बना देती हैं, जिससे निवेश और उपभोक्ता खर्च में कमी आ सकती है। इसके विपरीत, निम्न बैंक लेंडिंग रेट ऋण लेना सस्ता बनाती हैं, जिससे निवेश और उपभोक्ता खर्च में वृद्धि हो सकती है, और इसके परिणामस्वरूप आर्थिक विकास को प्रोत्साहन मिल सकता है। अतः, बैंक लेंडिंग रेट एक प्रमुख संकेतक होता है, जो अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति और भविष्य की संभावनाओं को दर्शाता है। हमें यह समझना होगा कि बैंक लेंडिंग रेट का प्रभाव विभिन्न उद्योगों पर भी होता है। उदाहरण के लिए, रियल एस्टेट और ऑटोमोबाइल उद्योगों के प्रदर्शन पर बैंक लेंडिंग रेट का सीधा प्रभाव पड़ता है, क्योंकि इन उद्योगों में बड़े पैमाने पर वित्तपोषण की आवश्यकता होती है। उच्च लेंडिंग रेट के समय, इन उद्योगों की मांग में कमी आ सकती है, जिससे उनके विकास की दर धीमी हो जाती है। वहीं, निम्न लेंडिंग रेट के समय इन उद्योगों में वृद्धि देखी जा सकती है। इसके अलावा, बैंक लेंडिंग रेट का प्रभाव मुद्रा बाजारों पर भी पड़ता है। उच्च बैंक लेंडिंग रेट विदेशी निवेशकों को आकर्षित कर सकती है, जिससे मुद्रा की मांग बढ़ जाती है और मुद्रा की मूल्य में वृद्धि हो सकती है। इसके विपरीत, निम्न लेंडिंग रेट के समय विदेशी निवेश कम हो सकता है, जिससे मुद्रा की मूल्य में गिरावट संभव है। Eulerpool पर, हम आपको नवीनतम बैंक लेंडिंग रेट डेटा प्रदान करते हैं, जिसे हमारे विशेषज्ञों द्वारा संकलित और विश्लेशित किया जाता है। डेटा सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से संकलित किया जाता है, जिससे आपको वैश्विक दृष्टिकोण प्राप्त होता है। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि डेटा सटीक, विश्वसनीय और अपडेटेड हो, ताकि आप व्यापक जानकारी के आधार पर वित्तीय निर्णय ले सकें। हमारी वेबसाइट पर आपको बैंक लेंडिंग रेट से जुड़े विभिन्न विश्लेषण, रिपोर्ट और आलेख मिलेंगे, जो आपको इस विषय की गहराई तक समझने में मदद करेंगे। हमारे विश्लेषक विभिन्न आर्थिक संकेतकों के साथ बैंक लेंडिंग रेट का तकनीकी और मौलिक विश्लेषण करते हैं, जिससे आपको बैंक लेंडिंग रेट में होने वाले परिवर्तनों का प्रभाव समझने में मदद मिलती है। हमारा उद्देश्य यह है कि हम अपने उपयोगकर्ताओं को उचित जानकारी प्रदान करें, जिससे उन्हें मौजूदा आर्थिक स्थिति के बारे में बेहतर जानकारी मिल सके और वे अपने वित्तीय योजनाओं को सुदृढ़ बना सकें। चाहे आप एक निवेशक हों, व्यवसायी हों, या एक शोधकर्ता, Eulerpool पर उपलब्ध विस्तृत और विश्लेषणात्मक जानकारी आपके लिए अत्यधिक उपयोगी होगी। Eulerpool का मिशन है कि वह आपको बैंक लेंडिंग रेट और अन्य मैक्रोइकॉनॉमिक डेटा के बारे में सम्पूर्ण और सटीक जानकारी प्रदान करें, जिससे आप आर्थिक समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ा सकें। हम नियमित रूप से अपने कंटेंट को अपडेट करते हैं, ताकि आपको ताजगी और सटीक जानकारी का अनुभव हो। अंततः, बैंक लेंडिंग रेट केवल एक अनुपात या प्रतिशत नहीं है, बल्कि यह एक आर्थिक संकेतक है जो जीवन की गुणवत्ता, व्यवसायों की पूंजी और आर्थिक विकास की दिशा को निर्देशित करता है। Eulerpool के माध्यम से, आप इस महत्वपूर्ण संकेतक की न केवल वर्तमान स्थिति को समझ सकते हैं, बल्कि भविष्य के लिए भी रणनीतिक निर्णय ले सकते हैं। हमारी टीम का प्रयास है कि हम आपको सर्वोत्तम जानकारी दें, ताकि आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें और आर्थिक समृद्धि की ओर अग्रसर हो सकें। Eulerpool पर आपका स्वागत है – जहां डेटा मिलता है निर्णय निर्माण की शक्ति।