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प्रोफ़ाइल
🇩🇪

जर्मनी आयात

शेयर मूल्य

115.4 अरब EUR
परिवर्तन +/-
-100 मिलियन EUR
प्रतिशत में परिवर्तन
-0.09 %

जर्मनी में आयात का वर्तमान मूल्य 115.4 अरब EUR है। जर्मनी में आयात 1/7/2025 को घटकर 115.4 अरब EUR हो गया, जबकि यह 1/6/2025 को 115.5 अरब EUR था। 1/1/1962 से 1/7/2025 तक, जर्मनी में औसत GDP 39.18 अरब EUR थी। सर्वकालिक उच्चतम 1/8/2022 को 134.97 अरब EUR तक पहुँच गया था, जबकि सबसे कम मूल्य 1/1/1962 को 1.99 अरब EUR दर्ज किया गया था।

स्रोत: Federal Statistical Office

आयात

  • ३ वर्ष

  • 5 वर्ष

  • 10 वर्ष

  • २५ वर्ष

  • मैक्स

आयात rss_CYCLIC_REPLACE_MARK rss_CYCLIC_REPLACE_MARK

आयात इतिहास

तारीखमूल्य
1/7/2025115.4 अरब EUR
1/6/2025115.5 अरब EUR
1/5/2025111 अरब EUR
1/4/2025115.4 अरब EUR
1/3/2025112.8 अरब EUR
1/2/2025113.5 अरब EUR
1/1/2025113 अरब EUR
1/12/2024107.6 अरब EUR
1/11/2024109.9 अरब EUR
1/10/2024112.2 अरब EUR
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आयात के समान मैक्रो संकेतक

नामवर्तमानपिछला फ्रीक्वेंसी
🇩🇪
आतंकवाद सूचकांक
4.748 Points2.782 Pointsवार्षिक
🇩🇪
ऑटो निर्यात
1,77,700 Units2,83,500 Unitsमासिक
🇩🇪
कच्चे तेल का उत्पादन
30 BBL/D/1K30 BBL/D/1Kमासिक
🇩🇪
चालू खाता
14.775 अरब EUR17.055 अरब EURमासिक
🇩🇪
चालू खाता घाटा सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में
5.7 % of GDP5.6 % of GDPवार्षिक
🇩🇪
निधि अंतरण
676.136 मिलियन EUR676.136 मिलियन EURमासिक
🇩🇪
निर्यात
130.2 अरब EUR130.9 अरब EURमासिक
🇩🇪
पर्यटक आगमन
4.697 मिलियन 3.468 मिलियन मासिक
🇩🇪
पूंजी प्रवाह
1.356 अरब EUR45.117 अरब EURमासिक
🇩🇪
प्राकृतिक गैस आयात
3,19,845.6 Terajoule3,37,140.317 Terajouleमासिक
🇩🇪
विदेशी कर्ज
6.696 जैव. EUR6.575 जैव. EURतिमाही
🇩🇪
विदेशी कर्ज से सकल घरेलू उत्पाद
152 % of GDP148 % of GDPतिमाही
🇩🇪
विदेशी प्रत्यक्ष निवेश
11.886 अरब EUR8.944 अरब EURमासिक
🇩🇪
व्यापार शेष (ट्रेड बैलेंस)
14.7 अरब EUR15.4 अरब EURमासिक
🇩🇪
व्यापार शेष (माल)
16.409 अरब EUR14.385 अरब EURमासिक
🇩🇪
व्यापारिक शर्तें
104.3 points103.9 pointsमासिक
🇩🇪
शस्त्र बिक्री
2.049 अरब SIPRI TIV2.472 अरब SIPRI TIVवार्षिक
🇩🇪
सेवा व्यापार शेष
-10.133 अरब EUR-7.348 अरब EURमासिक
🇩🇪
स्वर्ण भंडार
3,350.25 Tonnes3,351.28 Tonnesतिमाही

जर्मनी के प्रमुख आयात हैं: कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक और ऑप्टिकल उत्पाद (कुल आयात का 11 प्रतिशत); मोटर वाहन, ट्रेलर और अर्ध-ट्रेलर (10 प्रतिशत); रसायन और रासायनिक उत्पाद (8 प्रतिशत); मशीनरी और उपकरण (8 प्रतिशत); विद्युत उपकरण (7 प्रतिशत); मौलिक धातुएं (6 प्रतिशत); कच्चा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस (6 प्रतिशत); मौलिक औषधीय उत्पाद और औषधीय तैयारी (6 प्रतिशत); और खाद्य उत्पाद (4 प्रतिशत)। प्रमुख आयात साझेदारों में शामिल थे: चीन (कुल आयात का 12 प्रतिशत), नीदरलैंड (9 प्रतिशत), अमेरिका और पोलैंड (6 प्रतिशत प्रत्येक), इटली और फ्रांस (5 प्रतिशत प्रत्येक), बेल्जियम, चेक गणराज्य, स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया (4 प्रतिशत प्रत्येक)।

अन्य देशों के लिए मैक्रो-पेज यूरोप

आयात क्या है?

'आयात' श्रेणी को समर्पित यह विवरण मैक्रोइकोनॉमिक्स के परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण डेटा और विश्लेषण प्रस्तुत करता है। हमारी वेबसाइट Eulerpool पर, हम उच्च गुणवत्ता के आर्थिक आंकड़े, दिशानिर्देश और विश्लेषण प्रदान करते हैं, जो नीति निर्माताओं, व्यापारी समुदाय, शोधकर्ताओं और छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी है। आयात का अर्थ और महत्व: आयात किसी भी अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण घटक है, जो किसी देश द्वारा अन्य देशों से वस्त्र, तकनीक, कच्चा माल, ऊर्जा और विभिन्न सेवाओं को प्राप्त करने की प्रक्रिया को दर्शाता है। यह प्रक्रिया न केवल स्थानीय बाजार की जरूरतें पूरी करती है, बल्कि वैश्विक व्यापार को भी प्रोत्साहित करती है। किसी देश की आर्थिक स्थिति, व्यापार संतुलन, और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में आयात की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। आयात की प्रक्रिया: आयात की प्रक्रिया सामान्यतः जटिल होती है और इसमें कई कारक शामिल होते हैं, जैसे कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नीतियाँ, टैरिफ, विनियम और स्थानीय मांग। जब कोई कंपनी या सरकार आयात करती है, तो उसे निम्नलिखित मुख्य चरणों से गुजरना होता है: 1. मांग विश्लेषण: सबसे पहले, स्थानीय बाजार की मांग का अध्ययन किया जाता है कि कौन सी वस्त्र या सेवाओं की आवश्यकता है। 2. आपूर्तिकर्ता चयन: इसके बाद, वैश्विक बाजार से उपयुक्त आपूर्तिकर्ता की पहचान की जाती है। 3. कानूनी प्रक्रिया: इसके बाद, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संबंधित कागजी कार्रवाई और कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाता है। 4. शिपमेंट: फिर वस्त्र या सेवाओं को शिपिंग द्वारा देश में लाया जाता है। 5. कस्टम्स: अंततः, कस्टम्स प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण चरण है, जिसमें टैरिफ और अन्य शुल्क का निर्धारण होता है। आयात का आर्थिक प्रभाव: आयात का एक देश की अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ता है। विभिन्न दृष्टिकोण से इसे समझा जा सकता है: 1. व्यापार संतुलन: आयात और निर्यात का संतुलन किसी भी अर्थव्यवस्था का प्रमुख घटक है। अधिक आयात और कम निर्यात का परिणाम नकारात्मक व्यापार संतुलन के रूप में हो सकता है। 2. घरेलू उद्योग: आयात से स्थानीय उद्योगों पर प्रतिस्पर्धा का दबाव बढ़ता है, जिससे उन्हें अधिक गुणवत्ता और नवाचार पर ध्यान केंद्रित करना पड़ता है। 3. उपभोक्ता लाभ: आयात उपभोक्ताओं को अधिक विकल्प और बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद प्रदान करता है, जिससे उन्हें लाभ होता है। 4. मुद्राण नीतियाँ: आयात मुद्रा विनिमय दर और मुद्रास्फीति दर पर भी प्रभाव डालता है। आयात संबंधी चुनौतियाँ: हालाँकि आयात से कई फायदे होते हैं, लेकिन इससे जुड़े कुछ प्रमुख चुनौतियाँ भी होती हैं: 1. ट्रेड डेफिसिट: निरंतर उच्च आयात की दर किसी देश के लिए ट्रेड डेफिसिट का कारण बन सकती है। 2. मुद्रा अवमूल्यन: अधिक आयात से घरेलू मुद्रा की कमजोरी हो सकती है। 3. स्थानीय उद्योग पर प्रभाव: अत्यधिक आयात से घरेलू उद्योगों की कमजोरी हो सकती है, खासकर उन उद्योगों में जहाँ प्रतिस्पर्धा कम है। 4. व्यापारिक विवाद: आयात से जुड़े विवाद और शुल्क विवाद अक्सर होते हैं जो अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को प्रभावित कर सकते हैं। आयात नीतियाँ: किसी भी देश की आयात नीतियाँ इस बात पर निर्भर करती हैं कि वे अपने घरेलू उद्योगों को किस हद तक सुरक्षा देना चाहते हैं। कई देश अपनाते हैं: 1. टैरिफ और शुल्क: आयात की जाने वाली वस्त्रों पर शुल्क और टैरिफ का निर्धारण होता है ताकि घरेलू उत्पादकों को संरक्षण मिल सके। 2. क्वोटा: कुछ देशों में आयात की जाने वाली वस्त्रों के लिए क्वोटा निर्धारित किया जाता है ताकि नियंत्रित मात्रा में ही आयात हो। 3. एंटी-डंपिंग नीतियाँ: यह नीति उन उत्पादों पर लागू होती है जो अन्य देशों द्वारा अपनी घरेलू कीमत से कम मूल्य पर बेचे जाते हैं। 4. विनियम और मानक: आयात वस्त्रों के लिए कठोर गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों का पालन करना अनिवार्य होता है। Eulerpool पर आयात डेटा: Eulerpool पर, हम व्यापक और विस्तृत आयात डेटा प्रदान करते हैं, जो विभिन्न देशों, उत्पाद श्रेणियों और समयावधियों के आधार पर होता है। हमारे डेटा बैंक में आपको निम्नलिखित प्रमुख जानकारी मिलेगी: 1. देशवार आयात डेटा: विभिन्न देशों द्वारा किए गए आयात का विस्तृत विश्लेषण। 2. उत्पादवार आयात डेटा: विभिन्न उत्पाद श्रेणियों जैसे कि टेक्नोलॉजी, कृषि उत्पाद, ऊर्जा संसाधन आदि का विस्तृत डेटा। 3. समयावधि: समय के आधार पर आयात रुझान और ऐतिहासिक डेटा। 4. विश्लेषण और रिपोर्ट: गहराई से विश्लेषण, रिपोर्ट और आउटलुक टिप्पणियाँ। निष्कर्ष: आयात किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण अंग है जो व्यापार संतुलन, उपभोक्ता लाभ, और उद्योगिक प्रतिस्पर्धा को सीधे प्रभावित करता है। फायदों के साथ-साथ इससे जुड़े चुनौतियों का भी उचित समाधान आवश्यक है। Eulerpool पर हमारी विशेषज्ञ टीम इन सभी पहलुओं का गहन विश्लेषण और डेटा प्रदान करती है, जिससे आप अपनी आर्थिक नीतियाँ और रणनीतियाँ बेहतर बनाने में सक्षम होंगे। हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध उच्च गुणवत्ता के आयात डेटा और विश्लेषण का पूर्ण लाभ उठाएँ और अपने आर्थिक निर्णयों को सशक्त बनाएँ। अगर आपको किसी भी प्रकार की अतिरिक्त जानकारी या विश्लेषण की आवश्यकता है, तो हमारी विशेषज्ञ टीम हमेशा आपकी सहायता के लिए तत्पर है।