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सिंगापुर औसत साप्ताहिक घंटे

शेयर मूल्य

44.2 Hours
परिवर्तन +/-
+0.2 Hours
प्रतिशत में परिवर्तन
+0.45 %

सिंगापुर में औसत साप्ताहिक घंटे का वर्तमान मूल्य 44.2 Hours है। सिंगापुर में औसत साप्ताहिक घंटे 1/1/2020 को 44 Hours थे, जो 1/1/2021 को बढ़कर 44.2 Hours हो गए। 1/1/2007 से 1/1/2022 तक, सिंगापुर में औसत GDP 45.46 Hours थी। सर्वोच्च मूल्य 1/1/2007 को 46.3 Hours दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम मूल्य 1/1/2020 को 44 Hours दर्ज किया गया।

स्रोत: Statistics Singapore

औसत साप्ताहिक घंटे

  • ३ वर्ष

  • 5 वर्ष

  • 10 वर्ष

  • २५ वर्ष

  • मैक्स

औसत साप्ताहिक घंटे

औसत साप्ताहिक घंटे इतिहास

तारीखमूल्य
1/1/202144.2 Hours
1/1/202044 Hours
1/1/201944.7 Hours
1/1/201844.8 Hours
1/1/201745.1 Hours
1/1/201645.5 Hours
1/1/201545.6 Hours
1/1/201446 Hours
1/1/201346.2 Hours
1/1/201246.2 Hours
1
2

औसत साप्ताहिक घंटे के समान मैक्रो संकेतक

नामवर्तमानपिछला फ्रीक्वेंसी
🇸🇬
उत्पादकता
118.8 points111 pointsतिमाही
🇸🇬
काम करने के लागत
125.8 points118.8 pointsतिमाही
🇸🇬
जनसंख्या
5.918 मिलियन 5.637 मिलियन वार्षिक
🇸🇬
पुरुषों की सेवानिवृत्ति आयु
63 Years63 Yearsवार्षिक
🇸🇬
बेरोजगार व्यक्ति
96,000 98,000 वार्षिक
🇸🇬
बेरोजगारी दर
2 %2.1 %तिमाही
🇸🇬
मजदूरी
6,513 SGD/Month7,468 SGD/Monthतिमाही
🇸🇬
महिलाओं की सेवानिवृत्ति आयु
63 Years63 Yearsवार्षिक
🇸🇬
रोजगार के अवसर
82,600 82,200 तिमाही
🇸🇬
रोजगार दर
68.6 %70 %वार्षिक
🇸🇬
रोजगार परिवर्तन
11,600 Person29,200 Personतिमाही
🇸🇬
रोजगार में लगे व्यक्ति
4.001 मिलियन 3.894 मिलियन वार्षिक

अन्य देशों के लिए मैक्रो-पेज एशिया

औसत साप्ताहिक घंटे क्या है?

"Eulerpool एक प्रमुख मैक्रोइकोनॉमिक डेटा प्रदाता वेबसाइट है, जो अर्थव्यवस्था के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं का विस्तृत विश्लेषण और जानकारी प्रदान करती है। 'औसत साप्ताहिक घंटे' एक महत्वपूर्ण मैक्रोइकोनॉमिक श्रेणी है, जो किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के कार्य प्रदर्शन और प्रवृत्तियों का अध्ययन करने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। औसत साप्ताहिक घंटे उन घंटों की औसत संख्या को दर्शाता है जो कर्मचारी अपने कार्यस्थल पर सप्ताह के दौरान काम करते हैं। इस डेटा का महत्व अर्थव्यवस्था की उत्पादकता, जीवन स्तर, और काम की स्थिति की गुणवत्ता को समझने में निर्णायक भूमिका निभाता है। उच्च औसत साप्ताहिक घंटे अक्सर उच्च उत्पादकता और आर्थिक उन्नति का संकेत हो सकते हैं, लेकिन साथ ही यह अत्यधिक काम के बोझ और समर्पणित जीवन शैली की समस्याओं को भी उजागर कर सकता है। औसत साप्ताहिक घंटे को मापने के लिए विभिन्न स्रोतों और उपकरणों का उपयोग किया जाता है, जिसमें सरकारी सांख्यिकी प्रयास और निजी सर्वेक्षण शामिल होते हैं। यह डेटा समय-समय पर जन किया जाता है ताकि नवीनतम ट्रेंड्स और परिवर्तनों का सही-सही आकलन किया जा सके। उदाहरण के लिए, यह आंकड़े यह दिखा सकते हैं कि महामारी या आर्थिक संकट के दौरान औसत साप्ताहिक घंटे में किस प्रकार के बदलाव हुए हैं। औसत साप्ताहिक घंटे का विश्लेषण विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे विनिर्माण, सेवा, निर्माण, और कृषि। प्रत्येक क्षेत्र में औसत साप्ताहिक घंटे का प्राथमिक ध्यान अलग-अलग होता है, जो विभिन्न श्रमिक वर्गों और उनके कार्य परिश्रम को प्रदर्शित करता है। विनिर्माण क्षेत्र में, उच्च औसत घंटे अधिक उत्पादन क्षमता का द्योतक हो सकते हैं। सेवा क्षेत्र में, यह ग्राहक सेवा और दक्षता के स्तर को संकेतित कर सकता है। इन आंकड़ों का सही और सटीक विश्लेषण नीति नियंताओं, शोधकर्ताओं, और व्यापार विश्लेषकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। Eulerpool वेबसाइट पर, हम इन आंकड़ों को विभिन्न रूपों में प्रस्तुत करते हैं जैसे ग्राफ, चार्ट, और विस्तृत रिपोर्ट। यह न केवल अधिक सुविधाजनक बनाता है डेटा का अध्ययन करना, बल्कि उपयोगकर्ताओं को अपनी आवश्यकताओं के अनुसार डेटा को किसी विशेष दृष्टिकोण से देखने की भी सुविधा प्रदान करता है। इसके अलावा, हम नियमित रूप से डेटा को अपडेट करते हैं ताकि हमारे उपयोगकर्ता सबसे अद्यतित और सत्यापित जानकारी प्राप्त कर सकें। औसत साप्ताहिक घंटे का प्रभाव व्यक्तियों और समाज पर भी होता है। उच्च औसत साप्ताहिक घंटे व्यक्तिगत काम के बोझ और संतुलन पर दबाव डाल सकता है, जबकि निम्न औसत घंटे अक्सर रोजगार में अस्थिरता का संकेत हो सकते हैं। इसलिए, नीति निर्माताओं को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता होती है कि कार्यस्थल की नीतियों को ऐसे तरीके से डिज़ाइन किया जाए जिससे कार्य-जीवन संतुलन बन सके। औसत साप्ताहिक घंटे का सामाजिक और भौगोलिक विभाजन भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। विभिन्न सामाजिक समूहों, शहरों, और ग्रामीण क्षेत्रों में औसत साप्ताहिक घंटे में भिन्नता होती है। इस जानकारी का विश्लेषण करके, नीति निर्माता यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि नीतियां अधिक समावेशी और प्रभावकारी हों। आर्थिक विश्लेषण के लिए यह आवश्यक होता है कि औसत साप्ताहिक घंटे के साथ अन्य मैक्रोइकोनॉमिक संकेतकों को भी ध्यान में रखा जाए। इसमें मजदूरी की दरें, बेरोजगारी दर, और उत्पादकता जैसे पहलू शामिल होते हैं। समग्र दृष्टिकोण से, यह आंकड़े न केवल वर्तमान आर्थिक स्थिति का प्रतिबिंब प्रस्तुत करते हैं, बल्कि भविष्य की प्रवृत्तियों का भी पूर्वानुमान कर सकते हैं। Eulerpool पर, हम सुनिश्चित करते हैं कि औसत साप्ताहिक घंटे के आंकड़े उच्चतम मानदंड और डेटा सत्यापन प्रक्रियाओं के अनुसार प्रस्तुत किए जाएं। यह हमें सभी उपयोगकर्ताओं के साथ विश्वसनीय और सत्यापित जानकारी शेयर करने में सक्षम बनाता है। हम इसके लिए कई स्रोतों से डेटा एकत्र करते हैं और उन्हें तुलनात्मक रूप से प्रस्तुत करते हैं ताकि उपयोगकर्ता विभिन्न दृष्टिकोणों से डेटा का विश्लेषण कर सकें। निष्कर्ष में, औसत साप्ताहिक घंटे का अध्ययन और उनके प्रभावों का विश्लेषण एक जटिल लेकिन अपरिहार्य प्रक्रिया है। इसमें न केवल आर्थिक, बल्कि सामाजिक और व्यक्तिगत स्तर के भी कई पहलू जुड़े हुए होते हैं। Eulerpool पर, हम आपके साथ इस महत्वपूर्ण जानकारी को साझा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि आप अपनी नीति निर्धारण, शोध, और व्यापारिक निर्णयों में सबसे अद्यतित और व्यापक दृष्टिकोण का लाभ उठा सकें।"