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2 यूरो में सुरक्षित करें भारत निर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई)
शेयर मूल्य
भारत में वर्तमान निर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) का मूल्य 57.5 अंक है। भारत में निर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) 1/8/2024 को 57.5 अंक तक घट गया, जो 1/7/2024 को 58.1 अंक था। 1/4/2012 से 1/9/2024 तक, भारत में औसत GDP 52.95 अंक थी। 1/3/2024 को 59.1 अंक के साथ सर्वकालिक उच्चतम रिकॉर्ड किया गया था, जबकि 1/4/2020 को सबसे कम मूल्य 27.4 अंक दर्ज किया गया था।
निर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) ·
३ वर्ष
5 वर्ष
10 वर्ष
२५ वर्ष
मैक्स
निर्माण-PMI | |
---|---|
1/4/2012 | 54.9 points |
1/5/2012 | 54.8 points |
1/6/2012 | 55 points |
1/7/2012 | 52.9 points |
1/8/2012 | 52.8 points |
1/9/2012 | 52.8 points |
1/10/2012 | 52.9 points |
1/11/2012 | 53.7 points |
1/12/2012 | 54.7 points |
1/1/2013 | 53.2 points |
1/2/2013 | 54.2 points |
1/3/2013 | 52 points |
1/4/2013 | 51 points |
1/5/2013 | 50.1 points |
1/6/2013 | 50.3 points |
1/7/2013 | 50.1 points |
1/8/2013 | 48.5 points |
1/9/2013 | 49.6 points |
1/10/2013 | 49.6 points |
1/11/2013 | 51.3 points |
1/12/2013 | 50.7 points |
1/1/2014 | 51.4 points |
1/2/2014 | 52.5 points |
1/3/2014 | 51.3 points |
1/4/2014 | 51.3 points |
1/5/2014 | 51.4 points |
1/6/2014 | 51.5 points |
1/7/2014 | 53 points |
1/8/2014 | 52.4 points |
1/9/2014 | 51 points |
1/10/2014 | 51.6 points |
1/11/2014 | 53.3 points |
1/12/2014 | 54.5 points |
1/1/2015 | 52.9 points |
1/2/2015 | 51.2 points |
1/3/2015 | 52.1 points |
1/4/2015 | 51.3 points |
1/5/2015 | 52.6 points |
1/6/2015 | 51.3 points |
1/7/2015 | 52.7 points |
1/8/2015 | 52.3 points |
1/9/2015 | 51.2 points |
1/10/2015 | 50.7 points |
1/11/2015 | 50.3 points |
1/12/2015 | 49.1 points |
1/1/2016 | 51.1 points |
1/2/2016 | 51.1 points |
1/3/2016 | 52.4 points |
1/4/2016 | 50.5 points |
1/5/2016 | 50.7 points |
1/6/2016 | 51.7 points |
1/7/2016 | 51.8 points |
1/8/2016 | 52.6 points |
1/9/2016 | 52.1 points |
1/10/2016 | 54.4 points |
1/11/2016 | 52.3 points |
1/12/2016 | 49.6 points |
1/1/2017 | 50.4 points |
1/2/2017 | 50.7 points |
1/3/2017 | 52.5 points |
1/4/2017 | 52.5 points |
1/5/2017 | 51.6 points |
1/6/2017 | 50.9 points |
1/7/2017 | 47.9 points |
1/8/2017 | 51.2 points |
1/9/2017 | 51.2 points |
1/10/2017 | 50.3 points |
1/11/2017 | 52.6 points |
1/12/2017 | 54.7 points |
1/1/2018 | 52.4 points |
1/2/2018 | 52.1 points |
1/3/2018 | 51 points |
1/4/2018 | 51.6 points |
1/5/2018 | 51.2 points |
1/6/2018 | 53.1 points |
1/7/2018 | 52.3 points |
1/8/2018 | 51.7 points |
1/9/2018 | 52.2 points |
1/10/2018 | 53.1 points |
1/11/2018 | 54 points |
1/12/2018 | 53.2 points |
1/1/2019 | 53.9 points |
1/2/2019 | 54.3 points |
1/3/2019 | 52.6 points |
1/4/2019 | 51.8 points |
1/5/2019 | 52.7 points |
1/6/2019 | 52.1 points |
1/7/2019 | 52.5 points |
1/8/2019 | 51.4 points |
1/9/2019 | 51.4 points |
1/10/2019 | 50.6 points |
1/11/2019 | 51.2 points |
1/12/2019 | 52.7 points |
1/1/2020 | 55.3 points |
1/2/2020 | 54.5 points |
1/3/2020 | 51.8 points |
1/4/2020 | 27.4 points |
1/5/2020 | 30.8 points |
1/6/2020 | 47.2 points |
1/7/2020 | 46 points |
1/8/2020 | 52 points |
1/9/2020 | 56.8 points |
1/10/2020 | 58.9 points |
1/11/2020 | 56.3 points |
1/12/2020 | 56.4 points |
1/1/2021 | 57.7 points |
1/2/2021 | 57.5 points |
1/3/2021 | 55.4 points |
1/4/2021 | 55.5 points |
1/5/2021 | 50.8 points |
1/6/2021 | 48.1 points |
1/7/2021 | 55.3 points |
1/8/2021 | 52.3 points |
1/9/2021 | 53.7 points |
1/10/2021 | 55.9 points |
1/11/2021 | 57.6 points |
1/12/2021 | 55.5 points |
1/1/2022 | 54.8 points |
1/2/2022 | 54.9 points |
1/3/2022 | 54 points |
1/4/2022 | 54.7 points |
1/5/2022 | 54.6 points |
1/6/2022 | 53.9 points |
1/7/2022 | 56.4 points |
1/8/2022 | 56.2 points |
1/9/2022 | 55.1 points |
1/10/2022 | 55.3 points |
1/11/2022 | 55.7 points |
1/12/2022 | 57.8 points |
1/1/2023 | 55.4 points |
1/2/2023 | 55.3 points |
1/3/2023 | 56.4 points |
1/4/2023 | 57.2 points |
1/5/2023 | 58.7 points |
1/6/2023 | 57.8 points |
1/7/2023 | 57.7 points |
1/8/2023 | 58.6 points |
1/9/2023 | 57.5 points |
1/10/2023 | 55.5 points |
1/11/2023 | 56 points |
1/12/2023 | 54.9 points |
1/1/2024 | 56.5 points |
1/2/2024 | 56.9 points |
1/3/2024 | 59.1 points |
1/4/2024 | 58.8 points |
1/5/2024 | 57.5 points |
1/6/2024 | 58.3 points |
1/7/2024 | 58.1 points |
1/8/2024 | 57.5 points |
निर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) इतिहास
तारीख | मूल्य |
---|---|
1/8/2024 | 57.5 अंक |
1/7/2024 | 58.1 अंक |
1/6/2024 | 58.3 अंक |
1/5/2024 | 57.5 अंक |
1/4/2024 | 58.8 अंक |
1/3/2024 | 59.1 अंक |
1/2/2024 | 56.9 अंक |
1/1/2024 | 56.5 अंक |
1/12/2023 | 54.9 अंक |
1/11/2023 | 56 अंक |
निर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) के समान मैक्रो संकेतक
नाम | वर्तमान | पिछला | फ्रीक्वेंसी |
---|---|---|---|
🇮🇳 ऑटोमोबिल उत्पादन | 1,51,538 Units | 1,71,437 Units | मासिक |
🇮🇳 औद्योगिक उत्पादन | 5 % | 4.9 % | मासिक |
🇮🇳 औद्योगिक उत्पादन मासिक वृद्धि | -2.97 % | 4.67 % | मासिक |
🇮🇳 कुल वाहन बिक्री | 3,15,689 Units | 3,08,779 Units | मासिक |
🇮🇳 क्षमता उपयोगिता | 75.8 % | 74 % | तिमाही |
🇮🇳 खनन उत्पादन | 6.56 % | 6.69 % | मासिक |
🇮🇳 निक्षेप वृद्धि | 11.8 % | 11.5 % | frequency_biweekly |
🇮🇳 वाहन पंजीकरण | 1,60,306 Units | 1,68,912 Units | मासिक |
🇮🇳 विद्युत उत्पादन | 1,34,935.87 Gigawatt-hour | 1,39,791.55 Gigawatt-hour | मासिक |
🇮🇳 विनिर्माण उत्पादन | 4.6 % | 2.6 % | मासिक |
🇮🇳 व्यापारिक माहौल | 130.3 points | 135.4 points | तिमाही |
🇮🇳 समग्र PMI | 58.3 points | 60.7 points | मासिक |
🇮🇳 संयुक्त प्रारंभिक संकेतक | 100.308 points | 100.178 points | मासिक |
🇮🇳 सूची में परिवर्तन | 544.48 अरब INR | 461.83 अरब INR | तिमाही |
🇮🇳 सेवा क्षेत्र का पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) | 57.7 points | 60.9 points | मासिक |
🇮🇳 स्टील उत्पादन | 12.3 मिलियन Tonnes | 12.3 मिलियन Tonnes | मासिक |
एस एंड पी ग्लोबल इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स, निर्माण क्षेत्र के प्रदर्शन को मापता है और इसे 500 विनिर्माण कंपनियों के सर्वेक्षण से प्राप्त किया जाता है। मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स पांच व्यक्तिगत सूचकांकों पर आधारित होता है जिनका वेटेज निम्न प्रकार है: नए ऑर्डर (30 प्रतिशत), उत्पादन (25 प्रतिशत), रोजगार (20 प्रतिशत), आपूर्तिकर्ताओं के वितरण समय (15 प्रतिशत) और खरीदे गए वस्तुओं का स्टॉक (10 प्रतिशत)। वितरण समय के सूचकांक को उलट दिया गया है ताकि यह तुलनीय दिशा में बढ़ें। 50 से ऊपर की रीडिंग पिछले महीने की तुलना में विनिर्माण क्षेत्र के विस्तार को दर्शाती है; 50 से नीचे की रीडिंग संकुचन को व्यक्त करती है; और 50 दर्शाता है कि कोई परिवर्तन नहीं हुआ।
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निर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) क्या है?
मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई (Purchasing Managers' Index) एक महत्वपूर्ण मैक्रोइकोनोमिक संकेतक है, जो किसी देश की विनिर्माण गतिविधियों की समग्र स्थिति को मापता है। यह इंडेक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में काम करने वाले क्रय प्रबंधकों (Purchasing Managers) के सर्वेक्षण पर आधारित होता है और इसके माध्यम से किसी देश की अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य का अनुमान लगाया जाता है। मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई का उपयोग न केवल विशेषज्ञ विश्लेषकों और निवेशकों द्वारा किया जाता है, बल्कि नीति निर्माताओं और सरकारी अधिकारियों द्वारा भी आर्थिक नीतियों को बनाने और उन्हें संशोधित करने के लिए किया जाता है। मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई का मूल्यांकन 0 से 100 के पैमाने पर किया जाता है। यदि इंडेक्स ने 50 के मध्यांक को पार कर लिया है, तो इसका अर्थ होता है कि संबंधित उद्योग में वृद्धि हो रही है। वहीं, 50 से नीचे के अंक दर्शाते हैं कि उद्योग में संकुचन (contraction) हो रहा है। अर्थात 50 का मान स्थिरता को इंगित करता है। इसे समझने के लिए हमें यह जानना आवश्यक है कि PMI विभिन्न महत्वपूर्ण उप-सूचकांकों (sub-indices) जैसे नए ऑर्डर, उत्पादन, रोजगार, सप्लायर वितरण समय और स्टॉक स्तर (inventory) पर आधारित होता है। ये सभी उप-सूचकांक मिलकर इंडेक्स के समग्र मान को निर्धारित करते हैं। मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के प्रमुख घटक इस प्रकार हैं: 1. **नए ऑर्डर**: इस घटक का उच्च मान उत्पादों की मांग में वृद्धि को दर्शाता है, जो कि उद्योग की सकारात्मक स्थिति का संकेत है। 2. **उत्पादन**: उत्पादन का उच्च स्तर उत्पादन क्षमता और उद्योग की सक्रियता को दर्शाता है। 3. **रोजगार**: रोजगार का उच्च स्तर श्रम बाजार की स्थिरता और उद्योग की आवाजाही को इंगित करता है। 4. **सप्लायर्स की वितरण समय**: सप्लायर्स की वितरण समय का कम होना आमतौर पर आपूर्ति श्रृंखला की दक्षता को इंगित करता है। 5. **स्टॉक स्तर**: अगर स्टॉक स्तर बढ़ रहा है तो इसका मतलब उत्पाद को बनाने के लिए पर्याप्त सामाग्री उपलब्ध है या मांग में वृद्धि हो रही है। मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई की गणना के लिए कंपनियों के प्रबंधकों को एक प्रश्नावली भेजी जाती है, जिसमें उनसे उनके व्यवसाय की विभिन्न गतिविधियों के बारे में पूछा जाता है। इन प्रश्नों का उत्तर देने के बाद, प्राप्त आंकड़ों को एक संयोजित सूत्र के माध्यम से पीएमआई का अस्थायी मूल्य प्राप्त किया जाता है। मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई का महत्व अनेक वजहों से है। सबसे पहले, यह इंडेक्स निवेशकों के लिए एक प्रारंभिक संकेतक का काम करता है। जब पीएमआई सीधा संकेत देता है कि विनिर्माण गतिविधियाँ बढ़ रही हैं, तो निवेशक यह अनुमान लगाते हैं कि कंपनियों का राजस्व और मुनाफा भी बढ़ेगा। इसका परिणाम यह होता है कि शेयर बाजार में निवेश बढ़ता है और शेयरों का मूल्य बढ़ता है। इसके अतिरिक्त, मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई सेंट्रल बैंक के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह अर्थव्यवस्था में उत्पादन और मांग के सटीक माप प्रदान करता है, जिससे मौद्रिक नीतियों (monetary policies) में आवश्यक संशोधन किए जा सकते हैं। इसके अलावा, मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई का उपयोग विभिन्न व्यापार चक्रों की पहचान में भी होता है। जब पीएमआई लगातार बढ़ता है, तो यह आर्थिक विस्तार (economic expansion) का संकेत है। वहीं, पीएमआई का धीमा या घटता हुआ मान आर्थिक संकुचन का संकेत माना जाता है। इससे नीति निर्धारकों और विश्लेषकों को यह समझने में मदद मिलती है कि निकट भविष्य में कैसे आर्थिक परिदृश्य उभर सकता है और उनके निर्णयों को कैसे अनुकूल बना सकते हैं। मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के सटीक विश्लेषण से सरकार और केंद्रीय बैंकों को महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है, जिससे वे नियंत्रण और नीति निर्धारण में सही निर्णय ले सकते हैं। उदाहरण के लिए, उच्च पीएमआई रिपोर्ट्स ब्याज दरों के बढ़ने की संभावना को दर्शा सकती हैं, क्योंकि यह इंगित करता है कि अर्थव्यवस्था मजबूत है और इसके फलस्वरूप मुद्रास्फीति (inflation) बढ़ सकती है। .eulerpool पर हम विस्तृत और अद्यतित मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई डेटा प्रदान करते हैं, जिससे हमारे उपयोगकर्ताओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आर्थिक परिस्थितियों का सूक्ष्म विश्लेषण प्राप्त हो सके। हमारा प्लेटफ़ॉर्म एक संपूर्ण संसाधन के रूप में कार्य करता है, जहाँ विभिन्न आर्थिक सूचकांकों का विश्लेषण और तुलना करके व्यापक दृष्टिकोण प्राप्त किया जा सकता है। मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई उद्योग, वित्तीय संस्थानों, और व्यक्तिगत निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण औजार के रूप में कार्य करता है। यह इंडेक्स न केवल वर्तमान स्थिति का मापन करता है बल्कि भविष्य के रुझानों का भी अनुमान लगाता है। इस कारण से, मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई को एक आवश्यक आर्थिक संकेतक माना जाता है, जिसका अध्ययन और समझना वित्तीय सुरक्षा और निवेशकों की सफलता के लिए अनिवार्य है। eulerpool आपको इस दिशा में हर समय सटीक और अद्यतित जानकारी उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।