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2 यूरो में सुरक्षित करें भारत उपभोक्ता विश्वास
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उपभोक्ता विश्वास का वर्तमान मान भारत में 97.1 अंक है। भारत में उपभोक्ता विश्वास 1/5/2024 को घटकर 97.1 अंक हो गया, जबकि यह 1/3/2024 को 98.5 अंक था। 1/12/2010 से 1/7/2024 तक, भारत में औसत जीडीपी 91.02 अंक रहा। सबसे ऊँचा स्तर 1/12/2010 को 116.7 अंक तक पहुंच गया था, जबकि सबसे निचला मान 1/5/2021 को 48.5 अंक दर्ज किया गया।
उपभोक्ता विश्वास ·
३ वर्ष
5 वर्ष
10 वर्ष
२५ वर्ष
मैक्स
उपभोक्था विश्वास | |
---|---|
1/12/2010 | 116.7 points |
1/3/2011 | 112.2 points |
1/6/2011 | 116.3 points |
1/9/2011 | 115 points |
1/12/2011 | 116.2 points |
1/3/2012 | 114.6 points |
1/6/2012 | 106.7 points |
1/9/2012 | 106.2 points |
1/12/2012 | 106.9 points |
1/3/2013 | 101.7 points |
1/6/2013 | 101.7 points |
1/9/2013 | 88 points |
1/12/2013 | 90.7 points |
1/3/2014 | 99.9 points |
1/6/2014 | 100.4 points |
1/9/2014 | 105 points |
1/12/2014 | 105.5 points |
1/3/2015 | 108.6 points |
1/6/2015 | 107.7 points |
1/9/2015 | 102.9 points |
1/12/2015 | 102.9 points |
1/3/2016 | 104.1 points |
1/6/2016 | 105 points |
1/9/2016 | 104.2 points |
1/11/2016 | 108.7 points |
1/12/2016 | 102 points |
1/3/2017 | 98.7 points |
1/5/2017 | 100 points |
1/6/2017 | 96.8 points |
1/9/2017 | 96.4 points |
1/11/2017 | 92 points |
1/12/2017 | 97.7 points |
1/3/2018 | 95.6 points |
1/5/2018 | 94.2 points |
1/6/2018 | 98.3 points |
1/9/2018 | 94.8 points |
1/11/2018 | 93.9 points |
1/12/2018 | 96.7 points |
1/3/2019 | 104.6 points |
1/5/2019 | 97.3 points |
1/7/2019 | 95.7 points |
1/9/2019 | 89.4 points |
1/11/2019 | 85.7 points |
1/1/2020 | 83.7 points |
1/3/2020 | 85.6 points |
1/5/2020 | 63.7 points |
1/7/2020 | 53.8 points |
1/9/2020 | 49.9 points |
1/11/2020 | 52.3 points |
1/1/2021 | 55.5 points |
1/3/2021 | 53.1 points |
1/5/2021 | 48.5 points |
1/7/2021 | 48.6 points |
1/9/2021 | 57.7 points |
1/11/2021 | 62.3 points |
1/1/2022 | 63.7 points |
1/3/2022 | 71.7 points |
1/5/2022 | 75.9 points |
1/7/2022 | 77.3 points |
1/9/2022 | 80.6 points |
1/11/2022 | 83.5 points |
1/1/2023 | 84.8 points |
1/3/2023 | 87 points |
1/5/2023 | 88.5 points |
1/7/2023 | 88.1 points |
1/9/2023 | 92.2 points |
1/11/2023 | 92.2 points |
1/1/2024 | 95.1 points |
1/3/2024 | 98.5 points |
1/5/2024 | 97.1 points |
उपभोक्ता विश्वास इतिहास
तारीख | मूल्य |
---|---|
1/5/2024 | 97.1 अंक |
1/3/2024 | 98.5 अंक |
1/1/2024 | 95.1 अंक |
1/11/2023 | 92.2 अंक |
1/9/2023 | 92.2 अंक |
1/7/2023 | 88.1 अंक |
1/5/2023 | 88.5 अंक |
1/3/2023 | 87 अंक |
1/1/2023 | 84.8 अंक |
1/11/2022 | 83.5 अंक |
उपभोक्ता विश्वास के समान मैक्रो संकेतक
नाम | वर्तमान | पिछला | फ्रीक्वेंसी |
---|---|---|---|
🇮🇳 उपभोक्ता व्यय | 24.568 जैव. INR | 24.972 जैव. INR | तिमाही |
🇮🇳 उपलब्ध व्यक्तिगत आय | 296.383 जैव. INR | 273.365 जैव. INR | वार्षिक |
🇮🇳 घरेलू ऋण से सकल घरेलू उत्पाद | 42.7 % of GDP | 42.3 % of GDP | तिमाही |
🇮🇳 पेट्रोल की कीमतें | 1.13 USD/Liter | 1.13 USD/Liter | मासिक |
🇮🇳 बैंक क्रेडिट ब्याज दर | 10.25 % | 10.25 % | मासिक |
भारत में उपभोक्ता विश्वास का संदर्भ वर्तमान स्थिति सूचकांक (सीएसआई) से है, जो भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रकाशित उपभोक्ता विश्वास सर्वेक्षण (सीसीएस) का हिस्सा है। यह सर्वेक्षण छह महानगरों - बेंगलुरु; चेन्नई; हैदराबाद; कोलकाता; मुंबई; और नई दिल्ली - में किया जाता है। इसमें लगभग 5,000 प्रतिक्रियाएं शामिल होती हैं, जिनके माध्यम से घरेलू धारणा और अपेक्षाओं को सामान्य आर्थिक स्थिति, रोजगार परिदृश्य, कुल मूल्य स्थिति, और उनकी अपनी आय और खर्च के बारे में समझा जाता है।
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उपभोक्ता विश्वास क्या है?
यूलेरपूल वेबसाइट पर आपका स्वागत है, जहां हम पेशेवर ढंग से मैक्रोइकोनॉमिक डेटा को प्रस्तुत करते हैं। इस लेख में हम उपभोक्ता विश्वास (Consumer Confidence) पर विस्तार से चर्चा करेंगे। उपभोक्ता विश्वास, जिसे हिंदी में उपभोक्ता आत्मविश्वास भी कहा जाता है, एक प्रमुख आर्थिक संकेतक है जो किसी देश की आर्थिक स्थिति को दर्शाता है और इस पर विस्तार से समझना नितांत महत्वपूर्ण है। उपभोक्ता विश्वास किसी देश के साधारण लोगों या उपभोक्ताओं के आर्थिक स्थिति के प्रति दृष्टिकोण को मापता है। यह मापदंड बताता है कि अन्य आर्थिक गतिविधियों में उपभोक्ता कितना आत्मविश्वास महसूस कर रहे हैं। जब उपभोक्ता अपने वित्तीय स्थिरता, नौकरी सुरक्षा और भविष्य की आर्थिक संभावनाओं के बारे में सकारात्मक होते हैं, तो वे अधिक खर्च करने और निवेश करने की प्रवृत्ति रखते हैं। इसके विपरीत, जब उपभोक्ता विश्वास में कमी होती है, तो वे खर्च और निवेश दोनों को कम कर देते हैं, जो आर्थिक अस्थिरता को जन्म दे सकता है। उपभोक्ता विश्वास को मापने के लिए कई प्रमुख अनुसंधानों और सर्वेक्षणों का उपयोग किया जाता है, जिनमें से एक प्रमुख स्रोत 'कन्फ्रेंस बोर्ड कंज्यूमर कॉन्फिडेंस इंडेक्स' (Conference Board Consumer Confidence Index) है। इस इंडेक्स को 1967 में स्थापित किया गया था और यह महीने-दर-महीने उपभोक्ता विश्वास की जानकारी प्रदान करता है। अन्य महत्वपूर्ण स्रोतों में 'यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन कंज्यूमर सेंटिमेंट इंडेक्स' (University of Michigan Consumer Sentiment Index) शामिल है। उपभोक्ता विश्वास की गणना करने के लिए विभिन्न प्रबोध प्रश्नों का उपयोग किया जाता है। इन प्रश्नों से प्राप्त उत्तरों के आधार पर, आर्थिक उत्साहित (optimistic) और आर्थिक निराशावादी (pessimistic) विचारधाराओं का आकलन किया जाता है। यह जानकारी तब एक समग्र स्कोर में परिवर्तित होती है जो 0 से 100 या उससे अधिक के पैमाने पर होती है। उच्च स्कोर दर्शाता है कि उपभोक्ता आत्मविश्वास उच्च है, जबकि निम्न स्कोर निम्न आत्मविश्वास को सूचित करता है। उपभोक्ता विश्वास का सहज प्रभाव आर्थिक गतिविधियों पर देखा जा सकता है। जब उपभोक्ता विश्वास ऊंचाई पर होता है, तो लोग अधिक खर्च करते हैं और परिणामस्वरूप अधिक उत्पादन, अधिक रोजगार और अधिक आर्थिक विकास होता है। इससे विपरीत, निम्न उपभोक्ता विश्वास के समय में, लोग खर्च और निवेश को कम कर देते हैं, जिससे आर्थिक मंदी की संभावना बढ़ जाती है। व्यापारिक दृष्टिकोण से, उपभोक्ता विश्वास एक आवश्यक सूचक है। कंपनियां अपने उत्पादों और सेवाओं की मांग के अनुमान के लिए उपभोक्ता विश्वास डेटा का उपयोग करती हैं। उच्च उपभोक्ता विश्वास वाले समय में, कंपनियां अपने उत्पादन को बढ़ा सकती हैं, नए उत्पाद लॉन्च कर सकती हैं और विपणन या विज्ञापन में अधिक निवेश कर सकती हैं। इसके विपरीत परिस्थितियों में, उन्हें अपनी उत्पादन योजनाओं पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है और अपने खर्च को नियंत्रित करना पड़ सकता है। सरकार और नीतिनिर्माता भी उपभोक्ता विश्वास के मापन को ध्यान में रखते हुए नीतियां बना सकते हैं। यदि उपभोक्ता विश्वास निम्न स्तर पर है, तो अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए सरकार विभिन्न नीतिगत उपाय कर सकती है, जैसे कि ब्याज दरों में कटौती, कर में छूट, या सरकारी खर्च बढ़ाना आदि। अंतर्राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में भी उपभोक्ता विश्वास एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वैश्विक व्यापार और आर्थिक संबंधों में, विभिन्न देशों के उपभोक्ता विश्वास से जुड़ी जानकारी अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों और व्यवसायों के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। यह उन्हें यह निर्णय लेने में मदद कर सकता है कि किन बाजारों में विस्तार करना है और किन देशों में निवेश करने का समय उपयुक्त है। अंत में, उपभोक्ता विश्वास एक ऐसा जटिल लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण संकेतक है जो आर्थिक गतिविधियों के विभिन्न पहलुओं को गहराई से प्रभावित करता है। यूलेरपूल पर हम सोर्सेबल, विश्वसनीय और विश्लेषणात्मक डेटा प्रदान करते हैं, ताकि आप उपभोक्ता विश्वास और उसके प्रभाव को बेहतर ढंग से समझ सकें और सूचित निर्णय ले सकें। हम आशा करते हैं कि यह लेख आपको उपभोक्ता विश्वास के महत्व और इसकी विभिन्न पहलुओं की समझ प्रदान करने में सक्षम रहा है। यूलेरपूल के माध्यम से, हम आपको और भी विस्तृत और विश्लेषणात्मक मैक्रोइकोनॉमिक डेटा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। धन्यवाद!