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नॉर्वे पंजीकृत बेरोजगारी दर

शेयर मूल्य

2.1 %
परिवर्तन +/-
-0.1 %
प्रतिशत में परिवर्तन
-4.65 %

नॉर्वे में पंजीकृत बेरोजगारी दर का वर्तमान मूल्य 2.1 % है। नॉर्वे में पंजीकृत बेरोजगारी दर 1/3/2025 को 2.1 % हो गया, जबकि 1/2/2025 को यह 2.2 % था। 1/1/1981 से 1/3/2025 तक, नॉर्वे में औसत GDP 3.15 % था। सर्वकालिक उच्चतम 1/3/2020 को 10.6 % था, जबकि न्यूनतम मूल्य 1/4/2008 को 1.5 % दर्ज किया गया।

स्रोत: NAV - Norwegian Labour and Welfare Organisation

पंजीकृत बेरोजगारी दर

  • ३ वर्ष

  • 5 वर्ष

  • 10 वर्ष

  • २५ वर्ष

  • मैक्स

पंजीकृत बेरोजगारी दर

पंजीकृत बेरोजगारी दर इतिहास

तारीखमूल्य
1/3/20252.1 %
1/2/20252.2 %
1/1/20252.3 %
1/12/20242 %
1/11/20242 %
1/10/20241.9 %
1/9/20242 %
1/8/20242 %
1/7/20242.1 %
1/6/20241.9 %
1
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54

पंजीकृत बेरोजगारी दर के समान मैक्रो संकेतक

नामवर्तमानपिछला फ्रीक्वेंसी
🇳🇴
अंशकालिक काम
6,62,900 6,44,600 तिमाही
🇳🇴
उत्पादकता
104.338 points105.096 pointsतिमाही
🇳🇴
काम करने के लागत
131.354 points132.902 pointsतिमाही
🇳🇴
जनसंख्या
5.55 मिलियन 5.49 मिलियन वार्षिक
🇳🇴
दीर्घकालिक बेरोजगारी दर
0.8 %0.6 %तिमाही
🇳🇴
निर्माण में मजदूरी
58,510 points56,550 pointsतिमाही
🇳🇴
नौकरी की पेशकश दर
2.5 %3 %तिमाही
🇳🇴
पुरुषों की सेवानिवृत्ति आयु
62 Years62 Yearsवार्षिक
🇳🇴
पूर्णकालिक रोजगार
2.103 मिलियन 2.141 मिलियन तिमाही
🇳🇴
बेरोजगार व्यक्ति
78,061 77,494 मासिक
🇳🇴
बेरोजगारी दर
3.8 %3.7 %मासिक
🇳🇴
मजदूरी
58,480 NOK/Month56,560 NOK/Monthतिमाही
🇳🇴
महिलाओं की सेवानिवृत्ति आयु
62 Years62 Yearsवार्षिक
🇳🇴
युवा बेरोजगारी दर
11.8 %11.3 %मासिक
🇳🇴
रोजगार के अवसर
80,200 94,400 तिमाही
🇳🇴
रोजगार दर
69.8 %69.9 %मासिक
🇳🇴
रोजगार दर
72.6 %72.7 %मासिक
🇳🇴
रोजगार परिवर्तन
0.2 %0.1 %तिमाही
🇳🇴
रोजगार में लगे व्यक्ति
2.907 मिलियन 2.909 मिलियन मासिक
🇳🇴
वेतन वृद्धि
5.37 %5.15 %तिमाही

अन्य देशों के लिए मैक्रो-पेज यूरोप

पंजीकृत बेरोजगारी दर क्या है?

पंजीकृत बेरोजगारी दर (Registered Jobless Rate) एक महत्त्वपूर्ण मैक्रोइकॉनोमिक संकेतक है जो किसी देश या क्षेत्र की श्रम बाजार स्थिति को प्रतिविम्बित करता है। यह दर उन व्यक्तियों की संख्या का प्रतिशत होता है जिन्होंने रोजगार प्राप्त करने के लिए आधिकारिक रूप से पंजीकरण कराया है, लेकिन अभी भी बेरोजगार हैं। यह डेटा आम तौर पर सरकारी एजेंसियों या अन्य अधिकारिक निकायों द्वारा संकलित और प्रकाशित किया जाता है। इस दर की निगरानी और विश्लेषण नीति निर्माताओं, शोधकर्ताओं, और निवेशकों के लिए अत्यन्त आवश्यक होता है ताकि वे आर्थिक स्वास्थ्य और रोजगार बाजार के रुझानों को समझ सकें। पंजीकृत बेरोजगारी दर विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मैक्रोइकॉनोमिक संकेतक के रूप में कार्य करता है। यह केवल यह नहीं दर्शाता कि कितने लोग बेरोजगार हैं, बल्कि यह भी प्रकट करता है कि कितने लोग सक्रिय रूप से नौकरी की तलाश में हैं और उन्होंने आधिकारिक रूप से इसके लिए पंजीकरण कराया है। इस डेटा को सही तरीके से विश्लेषित करने से नीति निर्माताओं को रोजगार नीति, सामाजिक सुरक्षा प्रणाली, और अनुदान नीतियों के प्रभाव को समझने में मदद मिलती है। पंजीकृत बेरोजगारी दर को समझने के लिए यह जरूरी है कि हम इसे मापन करने की पद्धतियों और इसके सार्वजनिक महत्व को जानें। इस दर को मापने के लिए सबसे सामान्य तरीका है कुल पंजीकृत बेरोजगार लोगों की संख्या को कार्यबल की कुल संख्या से भाग देना और इसे प्रतिशत में व्यक्त करना। कार्यबल में उन सभी व्यक्तियों को शामिल किया जाता है जो काम करने की आयु में हैं और कार्य करने के इच्छुक और सक्षम हैं, चाहे वे वर्तमान में बेरोजगार हों या रोजगार में हों। सरकारी एजेंसियां आमतौर पर रोजगार कार्यालयों, समाज कल्याण विभागों, या नकदी स्थानांतरण कार्यक्रमों के माध्यम से यह डेटा संकलित करती हैं। इन आंकड़ों को संकलित और विश्लेषित करने में कुछ प्रमुख चुनौतियाँ होती हैं जैसे कि बेरोजगारों की संख्या का सही आकलन, डेटा संग्रह की समयबद्धता, और नौकरी खोजने की प्रकृति को समझना। नौकरी खोजने की सक्रियता और आवश्यकता की स्थिति भी इस आंकड़े को प्रभावित कर सकती है। पंजीकृत बेरोजगारी दर का महत्व विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं और सामाजिक मापदंडों में अलग-अलग हो सकता है। एक उच्च बेरोजगारी दर संकेत करता है कि अर्थव्यवस्था में पर्याप्त रोजगार अवसर नहीं हैं, जिससे आर्थिक अस्थायित्व और सामाजिक असमानता बढ़ सकती है। इसके विपरीत, एक निम्न बेरोजगारी दर इंगित करती है कि श्रम बाजार में पर्याप्त अवसर हैं, और यह आर्थिक स्थिरता और समृद्धि का सूचक हो सकता है। लेकिन यह भी ध्यान रखना अवश्यक है कि निम्न बेरोजगारी दर को हमेशा सकारात्मक रूप में नहीं लिया जा सकता, क्योंकि यह आंशिक रोजगार या अंडरएंप्लॉयमेंट की स्थिति को भी ऑफसेट कर सकती है। पंजीकृत बेरोजगारी दर का उपयोग नीति निर्माताओं द्वारा विभिन्न नीतियों और कार्यक्रमों के संशोधन और विकास में किया जाता है। उदाहरण के लिए, यदि बेरोजगारी दर उच्चतर है, तो सरकारें रोजगार सृजन कार्यक्रमों, कौशल विकास योजनाओं, और औद्योगिक वृद्धि नीतियों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर सकती हैं। कुछ देशों में यह दर सामाजिक सुरक्षा और बेरोजगारी लाभ प्रदान करने की नीति निर्धारण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। निवेशकों के लिए भी पंजीकृत बेरोजगारी दर एक महत्वपूर्ण संकेतक है। यह आकंड़ा अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति और भविष्य की संभावनाओं का आकलन करने में सहायता करता है। एक स्थिर और कम बेरोजगारी दर आमतौर पर एक मजबूत और स्थिर अर्थव्यवस्था का सूचक होती है, जो निवेशकों को उस खास देश या क्षेत्र में निवेश के अधिक अवसर प्रदान करती है। इसके अलावा, उच्च बेरोजगारी दर संभावित जोखिम और अर्थव्यवस्था की अस्थिरता को प्रकट करती है, जो निवेशकों के निर्णय को प्रभावित कर सकती है। अधिकांश विकसित और विकासशील देशों ने अपने श्रम बाजार की स्थिति को मॉनिटर करने और बेरोजगारी दर को न्यूनतम स्तर पर लाने के लिए विभिन्न उपाय अपनाए हैं। इंटरनेट और डिजिटल तकनीकों के आने से लोगों को पंजीकरण प्रक्रिया में भी सुविधा हुई है, जिससे सरकारी आंकड़े अधिक सटीक और विश्वसनीय हो गए हैं। कुल मिलाकर, पंजीकृत बेरोजगारी दर एक महत्वपूर्ण मैक्रोइकॉनोमिक संकेतक है जो न केवल आर्थिक स्वास्थ्य को दरशाता है, बल्कि सामाजिक और वित्तीय नीति निर्धारण में भी अहम भूमिका निभाता है। इसके अध्ययन और विश्लेषण से न केवल नीति निर्माताओं, बल्कि निवेशकों और शोधकर्ताओं को भी महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है, जो अर्थव्यवस्था की विभिन्न प्रवृत्तियों को समझने में सहायक होती है। Eulerpool वेबसाइट का लक्ष्य अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर डेटा प्रदान करना है, और पंजीकृत बेरोजगारी दर जैसे संकेतकों का विश्लेषण और प्रदर्शित करना हमारे उस उद्देश्य का प्रमुख हिस्सा है। हमारा मंच उपयोगकर्ताओं को सटीक, समयोचित, और व्यापक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि वे आर्थिक निर्णय और नीतिगत योजनाओं को बेहतर ढंग से समझ सकें और उनका लाभ उठा सकें।