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श्रीलंका उत्पादक कीमतों में परिवर्तन

शेयर मूल्य

27.9 %
परिवर्तन +/-
-21.8 %
प्रतिशत में परिवर्तन
-56.19 %

श्रीलंका में उत्पादक कीमतों में परिवर्तन का वर्तमान मूल्य 27.9 % है। 1/4/2023 को श्रीलंका में उत्पादक कीमतों में परिवर्तन घटकर 27.9 % हो गया, जबकि 1/3/2023 को यह 49.7 % था। 1/1/2015 से 1/4/2024 तक, श्रीलंका में औसत GDP 14.8 % था। 1/8/2022 को सबसे उच्चतम मूल्य 103.4 % तक पहुंचा, जबकि 1/10/2023 को सबसे निम्नतम मूल्य -7.6 % दर्ज किया गया।

स्रोत: Department of Census and Statistics - Sri Lanka

उत्पादक कीमतों में परिवर्तन

  • ३ वर्ष

  • 5 वर्ष

  • मैक्स

उत्पादक मूल्य परिवर्तन

उत्पादक कीमतों में परिवर्तन इतिहास

तारीखमूल्य
1/4/202327.9 %
1/3/202349.7 %
1/2/202375.5 %
1/1/202383.1 %
1/12/202289 %
1/11/202292.1 %
1/10/202297.4 %
1/9/2022102.4 %
1/8/2022103.4 %
1/7/202299.6 %
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उत्पादक कीमतों में परिवर्तन के समान मैक्रो संकेतक

निर्माता मूल्य परिवर्तन से तात्पर्य एक निश्चित अवधि के दौरान थोक बाजार में विनिर्माता और उत्पादकों द्वारा बेचे गए वस्त्रों और सेवाओं की कीमत में वर्ष दर वर्ष परिवर्तन से है।

अन्य देशों के लिए मैक्रो-पेज एशिया

उत्पादक कीमतों में परिवर्तन क्या है?

प्रोड्यूसर प्राइस चेंज (उत्पादक मूल्य परिवर्तन) एक महत्वपूर्ण आर्थिक सूचकांक है जो उपभोक्ता बाज़ार में वस्त्रों और सेवाओं की प्रारंभिक स्तर पर कीमतों में हुए परिवर्तनों को दर्शाता है। यह सूचकांक उन कीमतों के निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जिनका सामना अंतिम उपभोक्ता करता है और इसे प्रमुखता से निगरानी किया जाता है ताकि अर्थव्यवस्था की स्थिरता और विकास के स्तर का मूल्यांकन किया जा सके। प्रोड्यूसर प्राइस चेंज का सीधा प्रभाव वस्त्रों और सेवाओं की मूल्य श्रृंखला पर पड़ता है। जहां उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) उपभोक्ताओं द्वारा भुगतान की जाने वाली कीमतों को मापता है, वहीं उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) उन कीमतों को मापता है जो उत्पादन के प्रारंभिक चरण में होती हैं। ये मूल्य परिवर्तन कई कारकों पर निर्भर कर सकते हैं, जिनमें उत्पादन लागत, श्रम लागत, कच्चे माल की कीमतें, और आपूर्ति श्रृंखला में बदलाव शामिल होते हैं। उत्पादक मूल्य परिवर्तन का अध्ययन करने के लिए, कई अर्थशास्त्री, निवेशक और नीति निर्मात्री इसे एक प्रमुख संकेतक के रूप में देख सकते हैं। यह सूचकांक उन प्रवृत्तियों का संकेतक भी है जो अंततः उपभोक्ता कीमतों को प्रभावित कर सकती हैं। उच्च उत्पादक कीमतें संकेत करती हैं कि कंपनियां उत्पादन लागत में वृद्धि का सामना कर रही हैं, जिसे वे अक्सर उपभोक्ताओं पर पारित करती हैं, जिससे महंगाई बढ़ने का खतरा होता है। उच्च प्रोड्यूसर प्राइस चेंज भविष्य में महंगाई बढ़ने का संकेत हो सकता है, जो केंद्रीय बैंकों को मौद्रिक नीति में बदलाव करने के लिए प्रेरित कर सकता है। उदाहरण के लिए, यदि उत्पादक मूल्य सूचकांक बढ़ता है, तो केंद्रीय बैंक ब्याज दरें बढ़ा सकते हैं ताकि अर्थव्यवस्था में महंगाई को नियंत्रित किया जा सके। यह भी महत्वपूर्ण है कि यह सूचकांक उन क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करता है जहां उत्पादन लागत में अप्रत्याशित परिवर्तन हो सकते हैं। सूचना प्रौद्योगिकी और डेटा एनालिटिक्स के वर्तमान युग में, हमारा प्लेटफार्म, ‘Eulerpool’, उत्पादक मूल्य परिवर्तन और अन्य मैक्रोइकनॉमिक डेटा को सटीक और वास्तविक समय में प्रदान करने में महत्व रखता है। Eulerpool का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को वैध, विश्लेषणात्मक और त्रुटिहीन डेटा तक पहुंच प्रदान करना है, जिससे निवेशक और अर्थशास्त्री सटीक निर्णय ले सकें। उत्पादक मूल्य परिवर्तन विशिष्ट सेक्टरों पर भी प्रकाश डाल सकता है। उदाहरण के लिए, अगर कृषि क्षेत्र में उत्पादन मूल्य बहुत अधिक बढ़ गया है, तो यह संकेत हो सकता है कि कृषि उत्पादों की लागतें बढ़ने वाली हैं। इसी प्रकार, यदि ऊर्जा क्षेत्र में प्रोड्यूसर प्राइस चेंज ऊँचा है, तो यह कुल लागत में वृद्धि का संकेत हो सकता है जो उद्योगों और उपभोक्ताओं को प्रभावित करेगा। अन्य कारकों जैसे कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, सरकार के नियमन, और मौसमी परिवर्तन भी उत्पादक मूल्य परिवर्तनों पर असर डाल सकते हैं। व्यापार युद्ध या अंतर्राष्ट्रीय व्यापार बाधाओं के कारण उत्पादन की लागत में वृद्धि हो सकती है जिससे यह सूचकांक ऊपर जा सकता है। इसी प्रकार, मौसमी बदलाव भी कृषि उत्पादों की कीमतों पर प्रभाव डाल सकते हैं, जिससे कुल उत्पादक मूल्य परिवर्तन में उत्क्रमण हो सकता है। Eulerpool के मंच पर, उपयोगकर्ता गतिशील चार्ट और इंटरैक्टिव डेटा टूल्स के माध्यम से उत्पादक मूल्य परिवर्तन को विश्लेषण कर सकते हैं। निवेश सलाहकार, पॉलिसी निर्मात्री और अन्य स्थेकहोल्डर्स के लिए यह जानकारी अपरिहार्य है क्योंकि यह अर्थव्यवस्था के अंदरूनी स्वास्थ्य की जानकारी देने के साथ-साथ भविष्य की प्रोत्सारण नीतियों का मार्गदर्शन प्रदान करती है। हमारा ऑनलाइन प्लेटफार्म सुनिश्चित करता है कि उपयोगकर्ताओं को अद्यतित और स्पष्ट डेटा प्राप्त हो। इसके अलावा, Eulerpool का डेटा एनालिसिस टूल उपयोगकर्ताओं को विभिन्न अर्थव्यवस्था क्षेत्रों में प्रोड्यूसर प्राइस चेंज के प्रभाव को अलग-अलग परिप्रेक्ष्यों से देखने की अनुमति देता है। यह उपयोगकर्ताओं को जटिल आर्थिक परिदृश्यों को समझने और आवश्यक निर्णय लेने में मदद करता है। भारत जैसे विकसित होते बाजार में, उत्पादक मूल्य सूचकांक एक प्रमुख भूमिका निभाता है। उद्योगों और सरकार के कड़ी मेहनत के बावजूद, भारत कई आर्थिक चुनौतियों का सामना करता है जिनमें से प्रमुख हैं: बदलते तेल कीमतें, कच्चे माल की आपूर्ति बाधाएं, और विदेशी मुद्रा परिवर्तन। प्रोड्यूसर प्राइस चेंज इन सभी कारकों को प्रतिबिंबित करने में सक्षम होता है और इसे सही रूप में इंटरप्रेट करने से आर्थिक रणनीतियाँ अधिक प्रभावी हो सकती हैं। अंततः, उत्पादक मूल्य परिवर्तन का अध्ययन और विश्लेषण अर्थव्यवस्था को समझने में एक महत्वपूर्ण उपकरण है। चाहे आप एक निवेशक हों जो भविष्य के मार्केट को समझने की कोशिश कर रहे हों, या एक नीति निर्माता जो महंगाई को नियंत्रित करने के उपाय खोज रहे हों, यह सूचकांक अपरिहार्य संसाधन के रूप में सामने आता है। Eulerpool का लक्ष्य है कि इस महत्वपूर्ण डेटा को आसानी से सुलभ और समझने योग्य बनाया जाए, ताकि उपयोगकर्ता सूचित और आधारिक निर्णय ले सकें। हमारे विस्तृत विश्लेषण और अद्यतित डेटा उपयोगकर्ताओं को ये समझने में मदद करते हैं कि उत्पादक मूल्य परिवर्तन किस प्रकार से सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था और व्यक्तिगत सेक्टरों को प्रभावित करता है। ऐसे ही महत्वपूर्ण आर्थिक सूचकों को समझने और विश्लेषण करने के लिए, Eulerpool उपयोगकर्ताओं के लिए सबसे भरोसेमंद प्लेटफार्म है। लगातार बदलती आर्थिक परिदृश्यों में, सटीक और निर्विवाद डेटा की आवश्यकता हर किसी के लिए महत्वपूर्ण है, और यही बात Eulerpool को आपके लिए एक अनिवार्य साधन बनाती है।