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क्यूबा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी)

शेयर मूल्य

103.43 अरब USD
परिवर्तन +/-
+3.38 अरब USD
प्रतिशत में परिवर्तन
+3.32 %

क्यूबा में वर्तमान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का मूल्य 103.43 अरब USD है। क्यूबा में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 1/1/2019 को बढ़कर 103.43 अरब USD हो गया, जबकि यह 1/1/2018 को 100.05 अरब USD था। 1/1/1970 से 1/1/2020 तक, क्यूबा में औसत सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 39.03 अरब USD था। सर्वकालिक उच्चतम मूल्य 1/1/2020 को 107.35 अरब USD के साथ पहुँचा, जबकि न्यूनतम मूल्य 1/1/1970 को 5.69 अरब USD दर्ज किया गया।

स्रोत: World Bank

सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी)

  • ३ वर्ष

  • 5 वर्ष

  • 10 वर्ष

  • २५ वर्ष

  • मैक्स

सकल घरेलू उत्पाद

सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) इतिहास

तारीखमूल्य
1/1/2019103.43 अरब USD
1/1/2018100.05 अरब USD
1/1/201796.85 अरब USD
1/1/201691.37 अरब USD
1/1/201587.13 अरब USD
1/1/201480.66 अरब USD
1/1/201377.15 अरब USD
1/1/201273.14 अरब USD
1/1/201168.99 अरब USD
1/1/201059.56 अरब USD
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नामवर्तमानपिछला फ्रीक्वेंसी
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उपयोगिता कंपनियों से सकल घरेलू उत्पाद
157.3 मिलियन CUP136.6 मिलियन CUPतिमाही
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कृषि से सकल घरेलू उत्पाद
304.6 मिलियन CUP314.7 मिलियन CUPतिमाही
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खनन से सकल घरेलू उत्पाद
56.4 मिलियन CUP53.7 मिलियन CUPतिमाही
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निर्माण क्षेत्र से सकल घरेलू उत्पाद
1.139 अरब CUP1.043 अरब CUPतिमाही
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परिवहन क्षेत्र से सकल घरेलू उत्पाद
1.651 अरब CUP1.463 अरब CUPतिमाही
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7,449.68 USD7,291.04 USDवार्षिक
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विनिर्माण से सकल घरेलू उत्पाद
888 मिलियन CUP924.5 मिलियन CUPतिमाही
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संपूर्ण वर्ष की सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि
2 %1.3 %वार्षिक
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सार्वजनिक प्रशासन से सकल घरेलू उत्पाद
515.3 मिलियन CUP517.2 मिलियन CUPतिमाही
🇨🇺
स्थिर मूल्यों पर सकल घरेलू उत्पाद
12.379 अरब CUP12.637 अरब CUPतिमाही

सकल घरेलू उत्पाद (GDP) एक देश की आर्थिक आय और उत्पादन को मापता है। सकल घरेलू उत्पाद (GDP) उस अवधि में देश के भीतर उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं के कुल व्यय के बराबर होता है।

सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) क्या है?

ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) किसी देश की आर्थिक स्थिति को मापने का एक प्रमुख पैमाना है। यह सूचकांक आर्थिक गतिविधियों की समग्रता को प्रदर्शित करता है और इसीलिए इसे व्यापक रूप से नीति-निर्माता, वित्तीय विशेषज्ञ, और निवेशकों द्वारा उपयोग किया जाता है। GDP राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की शक्ति और वैरिक्रिया को संक्षेप में दर्शाता है, जिसके आधार पर विभिन्न आर्थिक नीतियाँ और वस्तुएं निर्धारित की जाती हैं। GDP मुख्यतः चार घटकों पर आधारित होता है: उपभोग (Consumption), निजी निवेश (Private Investment), सरकारी व्यय (Government Spending), और शुद्ध निर्यात (Net Exports)। उपभोग किसी देश की आबादी द्वारा खरीदी गई वस्त्रों और सेवाओं की कुल मात्रा को दर्शाता है। निजी निवेश यहाँ मौलिक ढांचे, संयंत्र, और उपकरणों में किए गए पूंजीगत व्यय को संदर्भित करता है। सरकारी व्यय सार्वजनिक सेवाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं पर खर्च की हुई राशि को मापता है। अंत में, शुद्ध निर्यात का तात्पर्य निर्यात और आयात के बीच के अंतर से है। GDP की गणना तीन प्रमुख तरीकों से की जा सकती है: उत्पाद विधि (Production Method), व्यय विधि (Expenditure Method), और आय विधि (Income Method)। उत्पाद विधि के अंतर्गत, अर्थव्यवस्था में उत्पादित सभी वस्त्रों और सेवाओं के कुल मूल्यों का योग निकाला जाता है। व्यय विधि के द्वारा, अर्थव्यवस्था में सभी अंतिम वस्त्रों और सेवाओं पर खर्च की गई कुल राशि को जोड़ा जाता है। आय विधि के अनुसार, सभी नागरिकों द्वारा अर्जित की गई कुल आय को मापा जाता है। हमारा प्लेटफार्म, Eulerpool, आपको भारत और वैश्विक GDP डेटा की अत्याधुनिक जानकारी प्रदान करता है। हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध डेटा विश्लेषण और रिपोर्ट के माध्यम से, आप वर्तमान आर्थिक परिस्थिति और भविष्य के दृष्टिकोण के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। हमारे डेटाबेस में न केवल भारत की GDP आंकड़े शामिल हैं, बल्कि विश्व के प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के आंकड़े और उनकी तुलना भी की जा सकती है। जहाँ GDP की महत्ता होती है, वहीं इसके विभिन्न उपयोग और अनुसंधान के क्षेत्र भी होते हैं। उदाहरण के लिए, यह जानते हुए कि एक राष्ट्र की GDP उच्च है, हम यह निष्कर्ष नहीं निकाल सकते कि सभी नागरिक अच्छे आर्थिक अवस्था में हैं। इसलिए, GDP के साथ-साथ, अन्य सामाजिक सूचकांकों और आर्थिक पैमानों को भी ध्यान में रखना ज़रूरी है जैसे कि मानव विकास सूचकांक (HDI), गरीबी दर, और बेरोजगारी दर। GDP आंकड़ों के आधार पर मूल्यसूचकांक की गणना की जाती है, जो आर्थिक सुधारों और आर्थिक विकास की नीतियों के प्रभाव को पहचानने में मदद करता है। यही कारण है कि नीति निर्माताओं और वित्तीय विशेषज्ञ GDP डेटा को नियमित रूप से मॉनिटर करते हैं और इसका विश्लेषण करते हैं। इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों जैसे कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक की रिपोर्ट्स में भी GDP डेटा का प्रचुर उपयोग किया जाता है। GDP की वृद्धि दर भाषा को आर्थिक संवृद्धि को इंगित करता है। एक सतत और स्थिर GDP वृद्धि दर किसी देश की मज़बूत आर्थिक नींव को परिलक्षित करता है, जबकि विपरीत परिस्थितियों में GDP की वृद्धि दर कम हो सकती है या नकारात्मक होती है। आर्थिक मंदी और बूम की स्थिति को समझाने में GDP वृद्धि दर सहायक होती है। Eulerpool वेबसाइट न केवल वर्तमान GDP आंकड़ों के बारे में जानकारी प्रदान करती है, बल्कि माइक्रोइकनॉमिक कारकों और उनकी प्रासंगिकता पर भी विस्तृत विश्लेषण उपलब्ध कराती है। उपयोगकर्ता GDP के विभिन्न घटकों की गहन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और आर्थिक नीतियों के संभावित प्रभावों को समझ सकते हैं। इसके साथ ही, हमारा प्लेटफॉर्म ऐतिहासिक डेटा और ग्राफिकल प्रस्तुति के माध्यम से GDP के रूझानों का विश्लेषण भी करता है। हमारी वेबसाइट निवेशकों के लिए भी अत्यंत उपयोगी है। एक विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण से, GDP डेटा राष्ट्र की वित्तीय स्थिरता और बाजार के रूझानों को समझने के लिए अहम होता है। इस डेटा के आधार पर निवेशक अपनी निवेश रणनीतियों को तय कर सकते हैं और बाजार के उतार-चढ़ाव का पूर्वानुमान कर सकते हैं। GDP सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि यह विभिन्न आर्थिक गतिविधियों, नीतियों और सामाजिक पहलुओं का समागम है। Eulerpool का उद्देश्य इस महत्वपूर्ण सूचकांक को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और डेटा की प्रामाणिकता और सटीकता को बनाए रखना है। हम आपको विविध रिपोर्ट्स, चार्ट्स, और विश्लेषणों के जरिये सटीक और ताजगीपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं जिससे आप अर्थव्यवस्था की गतिशीलता और संभावित व्यापारिक अवसरों को समझ सकें। अंततः, GDP एक राष्ट्र की आर्थिक स्थिति का प्रतिबिंब होता है और Eulerpool पर उपलब्ध विस्तृत और सटीक GDP डेटा आपको आर्थिक नीतियों और फैसलों की गहन समझ प्राप्त कराने में मदद करेगा। हमारी वेबसाइट का लक्ष्य है कि आप अर्थव्यवस्था के जटिल तंत्र को सरलता से समझ सकें और अपने आर्थिक निर्णयों को और अधिक प्रभावी बना सकें।