अपने जीवन के सर्वश्रेष्ठ निवेश करें
2 यूरो में सुरक्षित करें जॉर्डन हथियारों की बिक्री
शेयर मूल्य
वर्तमान में जॉर्डन में हथियारों की बिक्री का मूल्य 51 मिलियन SIPRI TIV है। जॉर्डन में हथियारों की बिक्री 1/1/2022 को घटकर 51 मिलियन SIPRI TIV हो गई, जो 1/1/2021 को 80 मिलियन SIPRI TIV थी। 1/1/1959 से 1/1/2023 तक, जॉर्डन में औसत GDP 38.87 मिलियन SIPRI TIV थी। सर्वकालिक उच्चतम स्तर 1/1/2010 को 117 मिलियन SIPRI TIV के साथ पहुँचा, जबकि निम्नतम मूल्य 1/1/2018 को 1 मिलियन SIPRI TIV के साथ दर्ज किया गया।
हथियारों की बिक्री ·
३ वर्ष
5 वर्ष
10 वर्ष
२५ वर्ष
मैक्स
शस्त्र बिक्री | |
---|---|
1/1/1959 | 2 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/1971 | 36 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/1973 | 22 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/1974 | 23 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/1975 | 50 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/1977 | 18 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/1983 | 76 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/1985 | 2 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/1986 | 7 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/1988 | 7 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/1989 | 64 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/1994 | 65 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/1997 | 6 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2004 | 42 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2005 | 20 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2007 | 13 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2008 | 13 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2009 | 28 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2010 | 117 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2012 | 21 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2013 | 33 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2014 | 114 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2015 | 16 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2016 | 18 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2017 | 80 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2018 | 1 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2019 | 103 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2020 | 66 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2021 | 80 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2022 | 51 मिलियन SIPRI TIV |
हथियारों की बिक्री इतिहास
तारीख | मूल्य |
---|---|
1/1/2022 | 51 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2021 | 80 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2020 | 66 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2019 | 103 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2018 | 1 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2017 | 80 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2016 | 18 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2015 | 16 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2014 | 114 मिलियन SIPRI TIV |
1/1/2013 | 33 मिलियन SIPRI TIV |
हथियारों की बिक्री के समान मैक्रो संकेतक
नाम | वर्तमान | पिछला | फ्रीक्वेंसी |
---|---|---|---|
🇯🇴 आतंकवाद सूचकांक | 0.455 Points | 2.033 Points | वार्षिक |
🇯🇴 आयात rss_CYCLIC_REPLACE_MARK rss_CYCLIC_REPLACE_MARK | 1.522 अरब JOD | 1.318 अरब JOD | मासिक |
🇯🇴 चालू खाता | 287.2 मिलियन JOD | -505.7 मिलियन JOD | तिमाही |
🇯🇴 चालू खाता घाटा सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में | -3.5 % of GDP | -7.8 % of GDP | वार्षिक |
🇯🇴 निधि अंतरण | 599 मिलियन JOD | 561 मिलियन JOD | तिमाही |
🇯🇴 निर्यात | 573.903 मिलियन JOD | 649.899 मिलियन JOD | मासिक |
🇯🇴 पर्यटक आगमन | 7,55,600 | 7,01,200 | मासिक |
🇯🇴 पूंजी प्रवाह | 91.6 मिलियन JOD | -361.4 मिलियन JOD | तिमाही |
🇯🇴 विदेशी कर्ज | 18.692 अरब JOD | 16.911 अरब JOD | वार्षिक |
🇯🇴 विदेशी प्रत्यक्ष निवेश | 109.4 मिलियन JOD | 123.9 मिलियन JOD | तिमाही |
🇯🇴 व्यापार शेष (ट्रेड बैलेंस) | -948.348 मिलियन JOD | -668.285 मिलियन JOD | मासिक |
🇯🇴 व्यापारिक शर्तें | 73 points | 70 points | मासिक |
🇯🇴 स्वर्ण भंडार | 71.18 Tonnes | 74.35 Tonnes | तिमाही |
हथियारों की बिक्री को एक प्रवृत्ति-संकेतक मान के रूप में प्रस्तुत किया जाता है, जो विमान, वायु रक्षा प्रणाली, पनडुब्बी रोधी युद्ध के हथियार, बख्तरबंद वाहन, तोपखाने, इंजन, मिसाइल, सेंसर, उपग्रह, जहाज और अन्य जैसे मुख्य हथियारों के इकाई उत्पादन लागत के आधार पर होता है। यह संकेतक सैन्य संसाधनों के स्थानांतरण मूल्य को दर्शाने का प्रयास करता है, न कि स्थानांतरण की वित्तीय कीमत को।
अन्य देशों के लिए मैक्रो-पेज एशिया
- 🇨🇳चीन
- 🇮🇳भारत
- 🇮🇩इंडोनेशिया
- 🇯🇵जापान
- 🇸🇦सऊदी अरब
- 🇸🇬सिंगापुर
- 🇰🇷दक्षिण कोरिया
- 🇹🇷तुर्की
- 🇦🇫अफगानिस्तान
- 🇦🇲आर्मीनिया
- 🇦🇿अज़रबैजान
- 🇧🇭बहरीन
- 🇧🇩बांग्लादेश
- 🇧🇹भूटान
- 🇧🇳ब्रुनेई
- 🇰🇭कंबोडिया
- 🇹🇱पूर्वी तिमोर
- 🇬🇪जॉर्जिया
- 🇭🇰हांगकांग
- 🇮🇷ईरान
- 🇮🇶इराक
- 🇮🇱इज़राइल
- 🇰🇿कजाखस्तान
- 🇰🇼कुवैत
- 🇰🇬किर्गिज़स्तान
- 🇱🇦लाओस
- 🇱🇧लेबनान
- 🇲🇴मकाऊ
- 🇲🇾मलेशिया
- 🇲🇻मालदीव
- 🇲🇳मंगोलिया
- 🇲🇲म्यांमार
- 🇳🇵नेपाल
- 🇰🇵उत्तर कोरिया
- 🇴🇲ओमान
- 🇵🇰पाकिस्तान
- 🇵🇸पलेस्टीन
- 🇵🇭फिलीपींस
- 🇶🇦क़तर
- 🇱🇰श्रीलंका
- 🇸🇾सीरिया
- 🇹🇼ताइवान
- 🇹🇯ताजिकिस्तान
- 🇹🇭थाईलैंड
- 🇹🇲तुर्कमेनिस्तान
- 🇦🇪संयुक्त अरब अमीरात
- 🇺🇿उज़्बेकिस्तान
- 🇻🇳वियतनाम
- 🇾🇪यमन
हथियारों की बिक्री क्या है?
### हथियार बिक्री: एक व्यापक विश्लेषण हथियार बिक्री, जिसे वैश्विक रक्षा उद्योग के महत्वपूर्ण घटक के रूप में माना जाता है, एक ऐसा क्षेत्र है जिसका प्रभाव न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा बल्कि वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता पर भी पड़ता है। हथियार बिक्री की श्रेणी में युद्धक विमान, टैंक, मिसाइल प्रणाली, नौसैनिक जहाज और छोटे हथियार शामिल होते हैं। हमारे विश्लेषण का उद्देश्य इस महत्त्वपूर्ण उद्योग के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालना तथा इसके व्यापक प्रभावों को समझना है। दुनिया भर में हथियारों की बिक्री विशेष रूप से बड़ी अर्थव्यवस्थाओं और सैन्य रूप से शक्तिशाली देशों के लिए एक आवश्यक गतिविधि है। संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, और जर्मनी उन प्रमुख देशों में शामिल हैं जो विश्वभर में हथियारों की आपूर्ति करते हैं। ये देश अपने अत्याधुनिक तकनीक और सामरिक विशेषज्ञता के बल पर वैश्विक हथियार बाजार में प्रमुख स्थान बनाए हुए हैं। ### वैश्विक सुरक्षा और राजनीतिक दिशा हथियार बिक्री का प्रभाव केवल आर्थिक दृष्टिकोण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका गहरा संबंध अंतरराष्ट्रीय व्यापार और राजनीतिक समीकरणों से भी है। जब एक देश दूसरे देश को हथियार बेचता है, तो यह सौदा केवल आर्थिक लाभ तक सीमित नहीं रहता, बल्कि इसके माध्यम से राजनीतिक गठबंधन और रणनीतिक साझेदारियों का भी निर्माण होता है। उदाहरण के लिए, अमेरिका और सऊदी अरब के बीच होने वाले हथियार सौदों से न केवल दोनों देशों को आर्थिक लाभ प्राप्त होता है, बल्कि इससे राजनीतिक समीकरण भी दृढ़ होते हैं। ### आर्थिक प्रभाव एवं रोजगार हथियारों की बिक्री से निर्यातक देशों की अर्थव्यवस्था को बहुमूल्य योगदान प्राप्त होता है। यह केवल निर्यात फिगर तक सीमित नहीं बल्कि इससे राष्ट्रीय स्वदेशी उत्पादन और संबंधित अनुशासनिक उद्योगों को भी बढ़ावा मिलता है। रक्षा उद्योग के माध्यम से हजारों रोजगारों का सृजन किया जाता है, जिसमें इंजीनियरिंग, अनुसंधान, विकास, और उत्पादन जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, इन रोजगारों से सम्बद्ध कौशल विकास और तकनीकी उन्नयन भी देश की औद्योगिक क्षमताओं को बढ़ावा देता है। ### तकनीकी उन्नयन और अनुसंधान हथियार उद्योग में सतत् अनुसंधान और विकास अत्यावश्यक है। अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों के लिए निरंतर अनुसंधान और नवाचार की आवश्यकता होती है। इस प्रक्रिया में, उच्च तकनीकी क्षमताओं और सटीक इंजीनियरिंग के लिए निवेश किया जाता है। यह न केवल सैन्य क्षमताओं को बेहतर बनाता है, बल्कि इससे जुड़ी हुई तकनीकों का अनुप्रयोग अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में भी देखने को मिलता है। ### नैतिक और सामाजिक प्रभाव हथियारों की बिक्री के साथ ही कई नैतिक और सामाजिक विचारणीय मुद्दे भी जुड़े होते हैं। हथियारों की आपूर्ति अक्सर उन क्षेत्रों में विवाद उत्पन्न कर सकती है जहाँ पहले से ही सामाजिक और राजनीतिक अस्थिरता हो। इसके कारण मानवाधिकार हनन और मानवीय संकट भी उत्पन्न हो सकते हैं। इसके अलावा, विकसित देशों से विकासशील देशों को हथियार बेचना कभी-कभी उन देशों में सत्ता संतुलन को भी प्रभावित कर सकता है। ### हथियार नियंत्रण और अंतरराष्ट्रीय संधियां वैश्विक हथियार बिक्री पर नियंत्रण और उसकी निगरानी हेतु कई अंतरराष्ट्रीय संधियां और नियमावली बनाई गई हैं। जैसे कि वार्सा संधि और केंद्रीयकृत अंतरराष्ट्रीय हथियार व्यापार समझौता (ATT) आदि। इन संधियों का उद्देश्य हथियारों की अवैध बिक्री और उनके दुरुपयोग को रोकना है। इसके साथ ही, विभिन्न देशों के बीच पारदर्शिता और विश्वास को बनाए रखने में भी मदद मिलती है। ### भविष्य की दिशा आने वाले समय में हथियार बिक्री में कुछ प्रमुख तकनीकी और रणनीतिक बदलाव देखे जा सकते हैं। इनमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रोबोटिक्स, और साइबर हथियार प्रणाली जैसी नई तकनीकों का समावेश हो सकता है। इन नवाचारों से हथियार उद्योग में क्रांतिकारी परिवर्तन आने की संभावना है। इसके साथ ही, जलवायु परिवर्तनों और जैविक खतरों जैसे नए वैश्विक चुनौतियों के संदर्भ में भी नए प्रकार के हथियार प्रणालियों का विकास आवश्यक हो सकता है। ### निष्कर्ष हथियार की बिक्री एक व्यापक और जटिल क्षेत्र है, जो न केवल आर्थिक बल्कि राजनीतिक, सामरिक, और नैतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। हमारे वेबसाइट eulerpool पर, हम इस महत्वपूर्ण उद्योग से सम्बंधित सभी सूचनाओं और विश्लेषणों को प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यहाँ आप हथियार बिक्री के आंकड़े, उनके वैश्विक वितरण, और इससे संबंधित तमाम महत्वपूर्ण जानकारी पा सकते हैं। हथियारों की बिक्री की गहराई में जाकर इसका समग्र अध्ययन करना एक आवश्यक अनुसंधान क्षेत्र है, जो नीति निर्धारण और अंतरराष्ट्रीय व्यापार सामरिकता के सन्दर्भ में निहायत ही महत्वपूर्ण है।