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थाईलैंड निजी निवेश

शेयर मूल्य

0.8 %
परिवर्तन +/-
-1.8 %
प्रतिशत में परिवर्तन
-105.88 %

थाईलैंड में निजी निवेश का वर्तमान मूल्य 0.8 % है। थाईलैंड में निजी निवेश 1/2/2024 को घटकर 0.8 % हो गया, जबकि 1/1/2024 को यह 2.6 % था। 1/2/2000 से 1/5/2024 तक, थाईलैंड में औसत GDP 0.47 % थी। 1/10/2012 को 23.5 % के साथ सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जबकि निम्नतम मूल्य 1/1/2010 को -49.7 % दर्ज किया गया।

स्रोत: Bank of Thailand

निजी निवेश

  • ३ वर्ष

  • 5 वर्ष

  • 10 वर्ष

  • २५ वर्ष

  • मैक्स

निजी निवेश

निजी निवेश इतिहास

तारीखमूल्य
1/2/20240.8 %
1/1/20242.6 %
1/11/20238.5 %
1/10/202311.5 %
1/8/20232.4 %
1/5/202318.9 %
1/3/202312.2 %
1/2/20232 %
1/11/20224.6 %
1/10/20228.7 %
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निजी निवेश के समान मैक्रो संकेतक

नामवर्तमानपिछला फ्रीक्वेंसी
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ऑटोमोबिल उत्पादन
1,26,161 Units1,04,667 Unitsमासिक
🇹🇭
औद्योगिक उत्पादन
-1.54 %3.43 %मासिक
🇹🇭
औद्योगिक उत्पादन मासिक वृद्धि
-13.38 %5.01 %मासिक
🇹🇭
कुल वाहन बिक्री
49,870 Units46,737 Unitsमासिक
🇹🇭
क्षमता उपयोगिता
55.26 points62.31 pointsमासिक
🇹🇭
निर्माण-PMI
51.7 points50.3 pointsमासिक
🇹🇭
प्रारंभिक संकेतक
159.5 points159.16 pointsमासिक
🇹🇭
वाहन पंजीकरण
30,101 Units30,884 Unitsमासिक
🇹🇭
व्यापारिक माहौल
48.7 points48 pointsमासिक
🇹🇭
सामंजस्य सूचकANKI
102.28 points100.15 pointsमासिक
🇹🇭
सीमेंट उत्पादन
2.877 मिलियन Ton2.691 मिलियन Tonमासिक
🇹🇭
सूची में परिवर्तन
51.185 अरब THB78.448 अरब THBतिमाही

अन्य देशों के लिए मैक्रो-पेज एशिया

निजी निवेश क्या है?

प्राइवेट इन्वेस्टमेंट: मॉडर्न स्टैंडर्ड हिंदी में मैक्रोइकोनोमिक केटेगरी की प्रोफेशनल एसईओ ऑप्टिमाइज्ड विवरण प्राइवेट इन्वेस्टमेंट, जिन्हें निजी निवेश भी कहा जाता है, आर्थिक विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह निवेश आम तौर पर व्यक्तिगत निवेशकों, पूंजीगत निगमों, और संस्थागत निवेशकों द्वारा बिना किसी सरकारी हस्तक्षेप के किया जाता है। प्राइवेट इन्वेस्टमेंट का उद्देश्य व्यापार और उद्योग को वित्तीय समर्थन प्रदान करना, रोजगार के अवसर बढ़ाना, और सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि को प्रोत्साहित करना है। हमारे वेबसाइट Eulerpool पर, हम व्यापक और उन्नत मैक्रो इकोनॉमिक डेटा प्रदान करते हैं जिससे निवेशक अपने फैसले सटीकता और आत्मविश्वास के साथ ले सकते हैं। प्राइवेट इन्वेस्टमेंट की अनिवार्यता को समझने के लिए पहले इसके कुछ मुख्य प्रकारों पर नजर डालते हैं। इनमें वेंचर कैपिटल, प्राइवेट इक्विटी, रियल एस्टेट, और इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट शामिल हैं। वेंचर कैपिटल नवाचार और स्टार्टअप कंपनियों में लगाया जाता है जो उच्च जोखिम के साथ भविष्य में ऊंची रिटर्न की संभावना रखते हैं। प्राइवेट इक्विटी में स्थापित कंपनियों में निवेश किया जाता है जिनका मर्चेंट, प्रॉफिटबिलिटी, और ग्रोथ की संभावनाएं अधिक होती हैं। रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट स्थिर आय और मूल्य वृद्धि के लिए समय के साथ मजबूत बुनियादी ढांचे को समर्थन करते हैं। निजी निवेशकों ने हाल के वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। देश की तेजी से अर्थव्यवस्था एक प्रमुख कारण है कि प्राइवेट इन्वेस्टमेंट में अधिक रुचि बढ़ी है। भारत में मैन्युफैक्चरिंग, सेवा क्षेत्र, आईटी, और ई-कॉमर्स जैसे विविध क्षेत्रों में निजी निवेश ने उच्चतम स्तर को छुआ है। इसके अतिरिक्त, 'मेक इन इंडिया' और अन्य सरकारी पहलों ने विदेशी निवेश को भी अधिकतम कर दिया है। प्राइवेट इन्वेस्टमेंट के दौरान निवेशक कई प्रकार की रणनीतियां अपनाते हैं। इनमें पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन महत्वपूर्ण है जिससे जोखिम को कम किया जा सके। इस रणनीति के अंतर्गत निवेशक विभिन्न उद्योगों और साधनों में अपना पूंजी लगाते हैं। यह न केवल जोखिम को कम करता है, बल्कि रिटर्न को भी स्थिर करता है। सनद रहे, प्राइवेट इन्वेस्टमेंट को लागू करने से पहले प्रत्येक निवेशक को कुछ कारकों का अच्छे से विश्लेषण करना आवश्यक है। इनमें मार्केट रिसर्च, कंपनी की वित्तीय स्थिति, प्रबंधकीय दक्षता, और उद्योग की प्रतिद्वंद्विता शामिल हैं। बाजार के रुझानों को समझना, राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता के बारे में जानकारी रखना, और वित्तीय लक्ष्यों की व्यापकता को ध्यान में रखना निवेशकों के लिए फायदेमंद रहता है। Eulerpool पर हम इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उन्नत डेटा और विश्लेषण प्रदान करते हैं जिससे निवेशक सही निर्णय ले सकें। निजी निवेश के बावजूद भी इसमें कई जोखिम शामिल होते हैं। बाजार की अनिश्चितता, आर्थिक उतार-चढ़ाव, और अस्थिरता यह सब निवेश की सूचकों को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए, निवेशकों को समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करनी चाहिए और ऐसे रणनीतियों को अपनाना चाहिए जो जोखिम को बांट सके और लाभ को बढ़ा सके। प्राइवेट इन्वेस्टमेंट के फायदे भी अनगिनत हैं। इनमें प्रमुख हैं पूंजी प्रवाह में वृद्धि, रोजगार के नए अवसरों का सृजन, और तकनीकी नवाचार को प्रोत्साहन। पूंजी प्रवाह में वृद्धि से न केवल नए उद्यम स्थापित होते हैं, बल्कि मौजूदा उद्यम को विस्तार और सुधार का मौका मिलता है। रोजगार के अवसर नई परियोजनाओं और उभरती कंपनियों के माध्यम से मिलते हैं जिन्हें निजी निवेशक समर्थन देते हैं। साथ ही, तकनीकी नवाचार को प्रोत्साहित करना किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक है। निजी निवेश तकनीकी स्टार्टअप्स और अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं में उच्चतम योगदान देता है जिससे साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उन्नति होती है। निजी निवेश के प्रभावी बनने के लिए सरकारों को भी कुछ कदम उठाने चाहिए जैसे कि निवेश मित्र नीति, उचित कर लाभ, और सरल नियामक प्रक्रिया। यह सभी कदम निजी निवेशकों को आधारभूत समर्थन देते हैं जिससे वे अधिक आत्मविश्वास और योजना के साथ निवेश कर सकें। अंततः, Eulerpool पर हमारा उद्देश्य है कि हमारे ग्राहक और उपयोगकर्ता सटीक और विस्तृत मैक्रो इकोनॉमिक डेटा का उपयोग कर सकें। यह डेटा न केवल निर्णय प्रक्रिया को सरल बनाता है, बल्कि विश्लेषण में भी मदद करता है। हम निष्पक्ष, व्यापक और उन्नत जानकारी प्रस्तुत करने का वादा करते हैं जिससे निवेशक सही दिशा में आगे बढ़ सकें। उपसंहार में कहा जा सकता है कि प्राइवेट इन्वेस्टमेंट न केवल व्यक्तिगत निवेशकों, बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है। यह वित्तीय मजबूती, रोजगार पैदा करने, और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में एक अहम भूमिका निभाता है। Eulerpool को एक विश्वसनीय स्रोत मानकर, निवेशक अपने निजी निवेश की यात्रा को और भी सुरक्षित, प्रभावी और लाभप्रद बना सकते हैं।