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🇳🇴

नॉर्वे युवा बेरोजगारी दर

शेयर मूल्य

12.8 %
परिवर्तन +/-
-1 %
प्रतिशत में परिवर्तन
-7.52 %

नॉर्वे में वर्तमान युवा बेरोजगारी दर का मूल्य 12.8 % है। नॉर्वे में युवा बेरोजगारी दर 1/5/2024 को घटकर 12.8 % हो गई, जबकि यह 1/4/2024 को 13.8 % थी। 1/6/1988 से 1/6/2024 तक, नॉर्वे में औसत GDP 11.35 % थी। 1/6/2020 को सर्वाधिक उच्चांक 15.7 % पर पहुँचा, जबकि 1/12/1998 को न्यूनतम मूल्य 6.9 % दर्ज किया गया।

स्रोत: Statistics Norway

युवा बेरोजगारी दर

  • ३ वर्ष

  • 5 वर्ष

  • 10 वर्ष

  • २५ वर्ष

  • मैक्स

युवा बेरोजगारी दर

युवा बेरोजगारी दर इतिहास

तारीखमूल्य
1/5/202412.8 %
1/4/202413.8 %
1/3/202411.8 %
1/2/202410.6 %
1/1/202412.4 %
1/12/202311.3 %
1/11/202311.4 %
1/10/202311.4 %
1/9/202310.6 %
1/8/202311.8 %
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युवा बेरोजगारी दर के समान मैक्रो संकेतक

नामवर्तमानपिछला फ्रीक्वेंसी
🇳🇴
अंशकालिक काम
6,44,300 6,57,300 तिमाही
🇳🇴
उत्पादकता
133.15 points130.12 pointsतिमाही
🇳🇴
काम करने के लागत
126.629 points127.229 pointsतिमाही
🇳🇴
जनसंख्या
5.49 मिलियन 5.43 मिलियन वार्षिक
🇳🇴
दीर्घकालिक बेरोजगारी दर
0.6 %0.5 %तिमाही
🇳🇴
निर्माण में मजदूरी
124.8 points120.8 pointsतिमाही
🇳🇴
नौकरी की पेशकश दर
3.9 %3.1 %तिमाही
🇳🇴
पंजीकृत बेरोजगारी दर
2.1 %1.9 %मासिक
🇳🇴
पुरुषों की सेवानिवृत्ति आयु
62 Years62 Yearsवार्षिक
🇳🇴
पूर्णकालिक रोजगार
2.097 मिलियन 2.097 मिलियन तिमाही
🇳🇴
बेरोजगार व्यक्ति
76,570 75,000 मासिक
🇳🇴
बेरोजगारी दर
4.1 %4.1 %मासिक
🇳🇴
मजदूरी
55,550 NOK/Month53,750 NOK/Monthतिमाही
🇳🇴
महिलाओं की सेवानिवृत्ति आयु
62 Years62 Yearsवार्षिक
🇳🇴
रोजगार के अवसर
98,000 1,10,300 तिमाही
🇳🇴
रोजगार दर
69.6 %69.8 %मासिक
🇳🇴
रोजगार दर
72.6 %72.9 %मासिक
🇳🇴
रोजगार परिवर्तन
0.3 %0.1 %तिमाही
🇳🇴
रोजगार में लगे व्यक्ति
2.888 मिलियन 2.881 मिलियन मासिक
🇳🇴
वेतन वृद्धि
5.763 %6.058 %तिमाही

अन्य देशों के लिए मैक्रो-पेज यूरोप

युवा बेरोजगारी दर क्या है?

यूथ बेरोजगारी दर: एक गहन विश्लेषण यूथ बेरोजगारी दर एक महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतक है जो 15 से 24 वर्ष की आयु के लोगों में बेरोजगारी की स्थिति को दर्शाता है। यह दर न केवल एक राष्ट्र की आर्थिक स्थिति को दर्शाती है, बल्कि आने वाली पीढ़ी के भविष्य की संभावनाओं को भी उल्लिखित करती है। यूथ बेरोजगारी दर के बारे में गहन समझ और विश्लेषण हमें आर्थिक नीतियों और सामाजिक विकास के संदर्भ में महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करता है। हमारी वेबसाइट eulerpool पर, हम विभिन्न देशों और क्षेत्रों के यूथ बेरोजगारी दर से संबंधित विस्तृत और अद्यतित डेटा प्रस्तुत करते हैं। यूथ बेरोजगारी दर का महत्व यूथ बेरोजगारी दर का उच्च स्तर एक देश की अर्थव्यवस्था के लिए गंभीर चिंता का विषय हो सकता है। यह न केवल आर्थिक विकास में बाधा डालता है, बल्कि सामाजिक असंतोष और अस्थिरता को भी जन्म देता है। बढ़ती यूथ बेरोजगारी का परिणामस्वरूप, युवा जनसंख्या आत्मनिर्भर नहीं हो पाती, जिससे उनकी शिक्षा और कौशल का पूर्ण उपयोग नहीं हो पाता। इसके अतिरिक्त, लंबे समय तक बेरोजगार रहने के कारण युवाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, ऊंची यूथ बेरोजगारी दर से सरकारों पर वित्तीय बोझ बढ़ता है। बेरोजगारी लाभ, सामाजिक सुरक्षा और अन्य सरकारी सहायता कार्यक्रमों पर अधिक खर्च करना पड़ता है। इससे राज्य की आर्थिक स्थिति पर दबाव बढ़ता है और अन्य विकासात्मक योजनाओं में निवेश करने की क्षमता घटती है। यूथ बेरोजगारी दर के कारण यूथ बेरोजगारी के विभिन्न कारण हो सकते हैं और वे देश के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक परिदृश्य पर निर्भर करते हैं। कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं: 1. **शिक्षा और कौशल का अभाव:** कई युवाओं के पास रोजगार के लिए आवश्यक कौशल और शिक्षा का अभाव होता है। यह समस्या विशेष रूप से विकासशील देशों में अधिक प्रचलित है। 2. **आर्थिक मंदी:** आर्थिक मंदी या मंद पड़ती हुई आर्थिक स्थिति के कारण कंपनियों का विस्तार धीमा हो जाता है और वे नई भर्तियों पर रोक लगा देती हैं। इसका परिणामस्वरूप युवा रोजगार के अवसरों में कमी हो जाती है। 3. **संयुक्त रोजगार:** पाठ्यक्रम में कौशल और नौकरियों की मांग में असंतुलन के कारण भी युवाओं के लिए रोजगार के अवसर कम हो जाते हैं। कंपनियों को ऐसे कर्मचारियों की आवश्यकता होती है जो विशेष कौशल रखते हों, जबकि युवाओं के पास अक्सर सामान्य शिक्षा होती है। 4. **संरचनात्मक मुद्दे:** कुछ देशों में रोजगार के अवसरों के वितरण में संरचनात्मक समस्याएं होती हैं, जिसमें श्रम बाजार में पुरानी नीतियों और मानदंडों के कारण युवाओं को प्रवेश पाने में कठिनाई होती है। 5. **अनुभव का अभाव:** कई नियोक्ता अनुभवहीन कामगारों को नियुक्त करने में हिचकिचाते हैं, जिसके कारण युवा रोजगार पाने में असमर्थ हो जाते हैं। प्रभाव और परिणाम यूथ बेरोजगारी का प्रभाव दूरगामी हो सकता है। लंबे समय तक बेरोजगारी रहने से युवा अपने आत्मविश्वास और प्रेरणा में कमी महसूस कर सकते हैं। इसके अलावा, वे आंसक मुश्किल में पड़ सकते हैं, जिससे सामाजिक असंतोष और अपराध की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। अर्थव्यवस्था के स्तर पर, उच्च यूथ बेरोजगारी दर उत्थान और नवाचार को प्रभावित करती है। युवा शक्ति का पूर्ण उपयोग न हो पाने के कारण, देश महत्वपूर्ण विकास के अवसर खो सकता है। इस समस्या के समाधान के तरीके यूथ बेरोजगारी की समस्या का समाधान करने के लिए सरकारें और समाज को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। कुछ प्रमुख समाधान निम्नलिखित हो सकते हैं: 1. **शिक्षा में सुधार:** शिक्षा में सुधार और युवा कौशल विकास कार्यक्रमों का आयोजन करना आवश्यक है। इन कार्यक्रमों से युवा रोजगार के लिए आवश्यक तकनीकी और व्यावसायिक कौशल प्राप्त कर सकते हैं। 2. **व्यवसायिक शिक्षा:** शिक्षण संस्थानों में व्यवसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण को प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि युवा नौकरी बाजार की मांग के अनुरूप कौशल अर्जित कर सकें। 3. **नव उद्यमिता:** युवाओं को स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित करना और नव उद्यमिता के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना भी एक प्रभावी उपाय हो सकता है। नव उद्यमिता से न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, बल्कि आर्थिक विकास भी गति पकड़ेगा। 4. **लघु और मध्यम उद्योगों का विकास:** लघु और मध्यम उद्योगों का विकास कर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाए जा सकते हैं। उद्योगों में निवेश और नीतिगत समर्थन से ये क्षेत्र तेजी से बढ़ सकते हैं। 5. **सरकारी नीतियों में सुधार:** रोजगार संवर्धन के लिए सरकारी नीतियों में सुधार की आवश्यकता है। रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करने के लिए करों में छूट और अन्य प्रोत्साहन प्रदान करना आवश्यक है। क्षेत्रीय दृष्टिकोण यूथ बेरोजगारी दर क्षेत्रीय दृष्टिकोण से भी भिन्न हो सकती है। विकसित देशों में भी, जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, और यूरोपियन यूनियन के सदस्य राष्ट्रों में, यूथ बेरोजगारी दर एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। दूसरे ओर, विकासशील देशों में यूथ बेरोजगारी की दर और अधिक गंभीर हो सकती है, जिससे सामाजिक और आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी इस समस्या को पहचानते हुए कई कार्यक्रम और पहलें शुरू की हैं, जो वैश्विक स्तर पर यूथ बेरोजगारी को कम करने के लिए काम कर रही हैं। निष्कर्ष यूथ बेरोजगारी दर एक ऐसा आर्थिक संकेतक है, जो किसी भी देश की समग्र आर्थिक और सामाजिक स्थिति को सूचित करता है। यूथ बेरोजगारी दर को कम करने के लिए शिक्षा में सुधार, व्यवसायिक शिक्षा, नव उद्यमिता, और सरकारी नीतियों में सुधार जैसे कई उपाय आवश्यक हैं। हमारी वेबसाइट eulerpool पर, यूथ बेरोजगारी दर से संबंधित विस्तृत और अद्यतित डेटा प्रस्तुत किया जाता है, जो नीतिनिर्माण और विश्लेषण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकता है। यूथ बेरोजगारी दर को कम करना न केवल आर्थिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह युवा पीढ़ी के आत्म-विश्वास और भविष्य की संभावनाओं को भी सशक्त बनाने में सहायक हो सकता है। हमें मिलकर इस समस्या का समाधान खोजना होगा ताकि आर्थिक अवसरों की दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाया जा सके।