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2 यूरो में सुरक्षित करें मॉरिटानिया व्यापार संतुलन
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मॉरिटानिया में वर्तमान व्यापार संतुलन का मूल्य 2.232 अरब MRU है। मॉरिटानिया में व्यापार संतुलन 2.232 अरब MRU पर 2.232 अरब को बढ़ गया, जबकि यह 1.667 अरब MRU पर 1/9/2020 को था। 1/3/2001 से 1/12/2023 तक, मॉरिटानिया में औसत GDP -4.14 अरब MRU थी। 1/6/2006 को 4.57 अरब MRU के साथ सर्वकालिक उच्चतम स्तर प्राप्त हुआ, जबकि सबसे कम मूल्य 1/9/2013 को -31.67 अरब MRU के साथ रिकॉर्ड किया गया।
व्यापार संतुलन ·
३ वर्ष
5 वर्ष
10 वर्ष
२५ वर्ष
मैक्स
व्यापार शेष (ट्रेड बैलेंस) | |
---|---|
1/3/2001 | 1.2 अरब MRU |
1/9/2001 | 10 मिलियन MRU |
1/3/2002 | 155 मिलियन MRU |
1/9/2002 | 84 मिलियन MRU |
1/6/2006 | 4.57 अरब MRU |
1/9/2006 | 4.36 अरब MRU |
1/12/2006 | 879 मिलियन MRU |
1/6/2007 | 2.59 अरब MRU |
1/12/2007 | 205 मिलियन MRU |
1/3/2008 | 2.91 अरब MRU |
1/9/2008 | 1.54 अरब MRU |
1/3/2009 | 365 मिलियन MRU |
1/9/2009 | 1.39 अरब MRU |
1/3/2010 | 1.97 अरब MRU |
1/12/2010 | 681 मिलियन MRU |
1/6/2011 | 2.32 अरब MRU |
1/9/2011 | 3.27 अरब MRU |
1/12/2016 | 1.41 अरब MRU |
1/3/2020 | 2.37 अरब MRU |
1/9/2020 | 1.67 अरब MRU |
1/12/2020 | 2.23 अरब MRU |
व्यापार संतुलन इतिहास
तारीख | मूल्य |
---|---|
1/12/2020 | 2.232 अरब MRU |
1/9/2020 | 1.667 अरब MRU |
1/3/2020 | 2.365 अरब MRU |
1/12/2016 | 1.408 अरब MRU |
1/9/2011 | 3.273 अरब MRU |
1/6/2011 | 2.316 अरब MRU |
1/12/2010 | 681 मिलियन MRU |
1/3/2010 | 1.966 अरब MRU |
1/9/2009 | 1.387 अरब MRU |
1/3/2009 | 365 मिलियन MRU |
व्यापार संतुलन के समान मैक्रो संकेतक
नाम | वर्तमान | पिछला | फ्रीक्वेंसी |
---|---|---|---|
🇲🇷 आतंकवाद सूचकांक | 0 Points | 0.291 Points | वार्षिक |
🇲🇷 आयात rss_CYCLIC_REPLACE_MARK rss_CYCLIC_REPLACE_MARK | 39.97 अरब MRU | 39.97 अरब MRU | तिमाही |
🇲🇷 चालू खाता | -1.424 अरब USD | -808.4 मिलियन USD | वार्षिक |
🇲🇷 चालू खाता घाटा सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में | -14.3 % of GDP | -7.8 % of GDP | वार्षिक |
🇲🇷 निर्यात | 40.4 अरब MRU | 39.34 अरब MRU | तिमाही |
🇲🇷 विदेशी कर्ज | 4.32 अरब USD | 4.397 अरब USD | वार्षिक |
मॉरिटानिया के मुख्य निर्यात लोहे, मछली, तेल, सोना और तांबा हैं। मॉरिटानिया ईंधन और मशीनरी का शुद्ध आयातक है। चीन इसका मुख्य व्यापारिक साझेदार है (निर्यात का 36 प्रतिशत और आयात का 6 प्रतिशत), इसके बाद स्पेन और फ्रांस का स्थान है।
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व्यापार संतुलन क्या है?
बैलेंस ऑफ ट्रेड (व्यापार संतुलन) एक महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतक है जो एक देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति व उसकी अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक गतिविधियों को मापता है। यह संकेतक, किसी भी देश का कुल निर्यात और कुल आयात के मध्य के अंतर को निर्धारित करता है। जब किसी देश का निर्यात आयात से अधिक होता है, तो इसे व्यापार अधिशेष (ट्रेड सरप्लस) कहा जाता है, और जब आयात निर्यात से अधिक होता है, तो इसे व्यापार घाटा (ट्रेड डेफिसिट) कहते हैं। वर्तमान समय में, व्यापार संतुलन विभिन्न राष्ट्रों की आर्थिक रणनीतियों और नीतियों का केंद्र बिंदु बना हुआ है। व्यापार संतुलन का अध्ययन और विश्लेषण न केवल नीति निर्माताओं के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि निवेशकों, अंतरराष्ट्रीय व्यापारियों और आर्थिक शोधकर्ताओं के लिए भी प्रमुख है। व्यापार संतुलन का महत्व कई पहलुओं में देखा जा सकता है। सबसे पहले, यह किसी देश की विदेशी मुद्रा भंडार को प्रभावित करता है। व्यापार अधिशेष से विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि होती है, जबकि व्यापार घाटा से भंडार में कमी आती है। विदेशी मुद्रा भंडार का स्तर किसी देश की मिंटरी नीति, मुद्रा स्थिरता और व्यापारिक परिवेश पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है। दूसरे, व्यापार संतुलन किसी देश की आर्थिक वृद्धि (GDP) पर भी प्रभाव डालता है। निर्यात में वृद्धि से उत्पादन और व्यवसायों में बढ़ोतरी होती है, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं। इसके विपरीत, आयात में वृद्धि से घरेलू उद्योगों पर दबाव बनता है और कई बार रोजगार के अवसरों में कटौती भी हो सकती है। तीसरे, व्यापार संतुलन अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को प्रभावित कर सकता है। व्यापार घाटा वाले देश अक्सर व्यापार संतुलन सुधारने के लिए विभिन्न नीतियां अपनाते हैं, जैसे की आयात शुल्क में वृद्धि या निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी देना। इन नीतियों से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में असंतुलन और व्यापार विवाद उत्पन्न हो सकते हैं। चौथे, व्यापार संतुलन किसी देश की मुद्रा मूल्य को भी प्रभावित कर सकता है। व्यापार अधिशेष से मुद्रा में मजबूती आ सकती है जबकि व्यापार घाटा से मुद्रा पर दबाव बनता है। मुद्रा मूल्य के इस उतार-चढ़ाव से निवेशकों और व्यापारियों के लिए व्यापार वातावरण में अनिश्चितता बढ़ सकती है। आर्थिक नीति निर्माताओं के लिए, व्यापार संतुलन को ठीक प्रकार से संतुलित रखना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। इसके लिए उन्हें देश की उत्पादन क्षमता, वैश्विक मांग और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखना पड़ता है। व्यापार संतुलन बनाए रखने के लिए विभिन्न उपाय अपनाए जा सकते हैं जैसे कि निर्यात को प्रोत्साहन देना, आयात पर नियंत्रण लगाना, उत्पादन लागत को कम करना, और विविधता लाने के लिए नए व्यापारिक साझेदार ढूँढना। भारत के मामले में, व्यापार संतुलन का अत्यधिक महत्व है क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व के विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्थाओं के साथ गहरे अंतर्राष्ट्रीय संबंध रखती है। निर्यात में वृद्धि से भारतीय मुद्रा, रूपया, को मजबूती मिलती है और विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी होती है। आयात के मामले में, भारत जैसे विकासशील देश के लिए आयातित वस्तुओं की कीमतों का कम होना आवश्यक होता है ताकि देश की आर्थिक वृद्धि में बाधा न आ सके। उभरते हुए आर्थिक परिवर्तनों और वैश्विक बाजार की अनिश्चितताओं के मध्य, भारत को व्यापार संतुलन बनाए रखने के लिए मजबूत रणनीतियों और नीतियों को अपनाने की आवश्यकता है। इसके लिए भारतीय सरकार विभिन्न प्रकार की नीतियों को लागू कर रही है जैसे कि 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान, जो कि देश की उत्पादन क्षमता और निर्यात को बढ़ावा देने के प्रयास हैं। विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और मंचों पर भी व्यापार संतुलन का विश्लेषण महत्वपूर्ण माना जाता है। विश्व व्यापार संगठन (WTO), अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF), और विश्व बैंक जैसे संगठनों द्वारा विभिन्न देशों के व्यापार संतुलन पर नियमित रूप से रिपोर्ट प्रकाशित की जाती हैं। इन रिपोर्ट्स के माध्यम से विभिन्न देशों के नीति निर्माता और आर्थिक विशेषज्ञ, अन्य देशों की आर्थिक स्थितियों और नीतियों का विश्लेषण कर सकते हैं और अपने देश में आवश्यक सुधार कर सकते हैं। अंततः, बैलेंस ऑफ ट्रेड का न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से, बल्कि संपूर्ण राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ में भी महत्व है। इसलिए, इसका नियमित विश्लेषण और अध्ययन हर देश के लिए आवश्यक है। भारत जैसे देश के लिए, जहाँ पर आर्थिक विकास और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विशिष्ट महत्व रखते हैं, व्यापार संतुलन की एहमियत और भी बढ़ जाती है। एक सक्रिय और संतुलित व्यापार नीति द्वारा ही देश पूर्ण रूप से आर्थिक समृद्धि और स्थिरता प्राप्त कर सकता है। Eulerpool के रूप में, हमारी वेबसाइट का उद्देश्य हमारे उपयोगकर्ताओं को व्यापार संतुलन और अन्य मैक्रोइकॉनॉमिक संकेतकों से संबंधित डेटा और विश्लेषण प्रदान करना है। उच्च गुणवत्तायुक्त डेटा और स्तरीय शोध के माध्यम से, हम आर्थिक जगत के प्रति आपके ज्ञान में वृद्धिक्र करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।