अपने जीवन के सर्वश्रेष्ठ निवेश करें

2 यूरो में सुरक्षित करें
Analyse
प्रोफ़ाइल
🇨🇺

क्यूबा पूरे वर्ष की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि

शेयर मूल्य

1.3 %
परिवर्तन +/-
-0.9 %
प्रतिशत में परिवर्तन
-51.43 %

क्यूबा में पूरे वर्ष की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि का वर्तमान मूल्य 1.3 % है। क्यूबा में पूरे वर्ष की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि 1/1/2021 को घटकर 1.3 % हो गई, जबकि 1/1/2018 को यह 2.2 % थी। 1/1/1990 से 1/1/2022 तक, क्यूबा में औसत जीडीपी 1.61 % थी। 1/1/2006 को सर्वकालिक उच्चतम मूल्य 12.1 % पर पहुँचा, जबकि 1/1/1993 को सबसे न्यूनतम मूल्य -14.9 % पर दर्ज किया गया।

स्रोत: National Office of Statistics, Republic of Cuba

पूरे वर्ष की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि

  • ३ वर्ष

  • 5 वर्ष

  • 10 वर्ष

  • २५ वर्ष

  • मैक्स

संपूर्ण वर्ष की सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि

पूरे वर्ष की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि इतिहास

तारीखमूल्य
1/1/20211.3 %
1/1/20182.2 %
1/1/20171.8 %
1/1/20160.5 %
1/1/20154.4 %
1/1/20141 %
1/1/20132.7 %
1/1/20123 %
1/1/20112.8 %
1/1/20102.4 %
1
2
3

पूरे वर्ष की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि के समान मैक्रो संकेतक

नामवर्तमानपिछला फ्रीक्वेंसी
🇨🇺
उपयोगिता कंपनियों से सकल घरेलू उत्पाद
157.3 मिलियन CUP136.6 मिलियन CUPतिमाही
🇨🇺
कृषि से सकल घरेलू उत्पाद
304.6 मिलियन CUP314.7 मिलियन CUPतिमाही
🇨🇺
खनन से सकल घरेलू उत्पाद
56.4 मिलियन CUP53.7 मिलियन CUPतिमाही
🇨🇺
निर्माण क्षेत्र से सकल घरेलू उत्पाद
1.139 अरब CUP1.043 अरब CUPतिमाही
🇨🇺
परिवहन क्षेत्र से सकल घरेलू उत्पाद
1.651 अरब CUP1.463 अरब CUPतिमाही
🇨🇺
प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद
7,449.68 USD7,291.04 USDवार्षिक
🇨🇺
विनिर्माण से सकल घरेलू उत्पाद
888 मिलियन CUP924.5 मिलियन CUPतिमाही
🇨🇺
सकल घरेलू उत्पाद
107.35 अरब USD103.43 अरब USDवार्षिक
🇨🇺
सार्वजनिक प्रशासन से सकल घरेलू उत्पाद
515.3 मिलियन CUP517.2 मिलियन CUPतिमाही
🇨🇺
स्थिर मूल्यों पर सकल घरेलू उत्पाद
12.379 अरब CUP12.637 अरब CUPतिमाही

पूरे वर्ष की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि क्या है?

फुल ईयर जीडीपी ग्रोथ (Full Year GDP Growth) किसी देश की समग्र आर्थिक प्रगति को मापने का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। यह एक पूरी वर्ष की अवधि में देश की औद्योगिक, कृषि और सेवा क्षेत्र की उत्पादन क्षमता में हुए बदलावों का सटीक प्रतिरूप प्रस्तुत करता है। ईयूलेरपूल (eulerpool) में, हम आपको इस महत्वपूर्ण मैक्रोइकनॉमिक डेटा को व्यापक और निष्पक्ष रूप में प्रस्तुत करते हैं। फुल ईयर जीडीपी ग्रोथ का महत्व अत्यधिक होता है क्योंकि यह सीधे राष्ट्र की आर्थिक सेहत और उसके आगे की आर्थिक संभावनाओं का संकेत देता है। एक उच्च जीडीपी ग्रोथ दर संकेत करती है कि देश में उत्पादकता बढ़ रही है, रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं और लोगों की जीवनस्तर में सुधार हो रहा है। इसके विपरीत, एक धीमी या नकारात्मक जीडीपी ग्रोथ दर से यह संकेत मिलता है कि अर्थव्यवस्था मंदी की ओर जा रही है, बेरोजगारी बढ़ रही है और समग्र सामाजिक-आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है। जीडीपी ग्रोथ रेट की गणना आमतौर पर वास्तविक (रियल) जीडीपी पर आधारित होती है, जो मुद्रास्फीति समायोजन के बाद किसी देश की कुल आंतरिक उत्पादन को दर्शाती है। यह डेटा न केवल राष्ट्र की आर्थिक नीतियों के प्रभावों को मापने में मदद करता है, बल्कि निवेशकों, नीति निर्धारकों और शोधकर्ताओं को भी बारीकी से जानकारी प्रदान करता है। आम तौर पर, जीडीपी ग्रोथ रेट को तिमाही और वार्षिक आधार पर मापा जाता है। ईयूलेरपूल वेबसाइट पर, आप फुल ईयर जीडीपी ग्रोथ को देखकर विभिन्न देशों की आर्थिक प्रदर्शन की तुलना कर सकते हैं। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि कैसे विभिन्न आर्थिक नीतियां और वैश्विक आर्थिक घटनाएं आर्थिक प्रदर्शन पर असर डालती हैं। फुल ईयर जीडीपी ग्रोथ को प्रभावित करने वाले मुख्य कारकों में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार की स्थिति, सरकारी नीतियां, ब्याज दरें, मुद्रा विनिमय दर, और वैश्विक आर्थिक घटनाएं शामिल हैं। विशेषकर विकासशील देशों के लिए, जिनकी अर्थव्यवस्था अभी स्थायित्व की ओर बढ़ रही होती है, यह संकेतक और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। जीडीपी ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए कई राष्ट्रीय नीतियां और रणनीतियां अपनाई जाती हैं, जैसे आर्थिक सुधार, निवेश को बढ़ावा देने के लिए टैक्स बेनिफिट्स, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, और आधारभूत संरचना में निवेश। इन नीतियों का मुख्य उद्देश्य होता है आर्थिक स्थिरता और समृद्धि लाना। जीडीपी ग्रोथ के आंकड़ों का विश्लेषण करते समय एक और महत्वपूर्ण पहलू होता है – सस्टेनेबल ग्रोथ। सस्टेनेबल ग्रोथ न केवल वर्तमान उत्पादन और उपभोग पर ध्यान केंद्रित करता है, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए स्थायी संसाधनों के प्रबंधन पर भी जोर देता है। यह देखना महत्वपूर्ण है कि देश की जीडीपी ग्रोथ पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव डाले बिना कैसे हो रही है। इसके अलावा, तकनीकी उन्नति और नवाचार भी जीडीपी ग्रोथ को काफी प्रभावित कर सकते हैं। तकनीकी उन्नति के माध्यम से उत्पादन की गुणवत्ता और उत्पादकता में वृद्धि होती है, जिससे जीडीपी ग्रोथ रेट में सुधार होता है। इस तरह की प्रगति न केवल आर्थिक विकास को गति देती है, बल्कि विभिन्न उद्योगों में रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करती है। ईयूलेरपूल पर, हमारे विशेषज्ञ आर्थिक विश्लेषक नवीनतम जीडीपी ग्रोथ डेटा को सही और निष्पक्ष रूप में प्रस्तुत करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। हमारा प्रयास होता है कि आप तक सभी महत्वपूर्ण और उपयोगी जानकारी पहुंचे, जिससे आप सही आर्थिक निर्णय ले सकें। फुल ईयर जीडीपी ग्रोथ की गणना करने के लिए हमारे विश्लेषक विभिन्न स्रोतों और तरीकों का उपयोग करते हैं। ये स्रोत आम तौर पर सरकार द्वारा जारी आर्थिक रिपोर्ट्स, विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के डेटा सेट्स, और स्वतंत्र आर्थिक शोध संस्थानों की रिपोर्ट्स हो सकते हैं। लक्ष्य होता है एक व्यापक और विश्वसनीय आर्थिक तस्वीर प्रस्तुत करना। ईयूलेरपूल की यह सेवा न केवल आर्थिक शोधकर्ताओं और नीति निर्धारकों के लिए उपयोगी है, बल्कि निवेशकों और आम जनता को भी लाभान्वित करती है। आर्थिक आंकड़ों की समझ का प्रभावी उपयोग व्यक्ति को बेहतर निवेश निर्णय लेने में मदद करता है, चाहे वह शेयर बाजार में निवेश कर रहा हो या किसी अन्य वित्तीय उपकरण में। हमारा प्रयास है कि फुल ईयर जीडीपी ग्रोथ पर उपलब्ध डेटा को सरल और समझने में आसान रूप में प्रस्तुत करें। इससे न केवल आप देश की आर्थिक स्थिति को समझ पाएंगे, बल्कि इसे व्यक्तिगत और व्यवसायिक निर्णयों में भी उपयोग कर सकेंगे। अंत में, ईयूलेरपूल में हम यह मानते हैं कि सही आर्थिक जानकारी और उसका समय पर विश्लेषण किसी भी राष्ट्र की समग्र आर्थिक स्वस्थता और समृद्धि के लिए अनिवार्य है। फुल ईयर जीडीपी ग्रोथ डेटा को हमारे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध करवाकर हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आप सबसे सटीक और उपयोगी आर्थिक जानकारी तक आसानी से पहुँच सकें। अगर आप भी देश की आर्थिक स्थिति, नीतियों और उनके प्रभावों को गहराई से समझना चाहते हैं, तो ईयूलेरपूल आपकी सर्वश्रेष्ठ मार्गदर्शिका हो सकती है। हमारे व्यापक और संरचित डेटा प्लेटफॉर्म का उपयोग कर आप अपनी आर्थिक समझ को नई ऊंचाईयों तक ले जा सकते हैं और सही समय पर सही निर्णय ले सकते हैं।