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2 यूरो में सुरक्षित करें इराक तेल निर्यात
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वर्तमान में इराक में तेल निर्यात का मूल्य 21.735 अरब USD है। इराक में तेल निर्यात 1/6/2023 को घट कर 21.735 अरब USD हो गया, जबकि 1/3/2023 को यह 22.048 अरब USD था। 1/12/2002 से 1/9/2023 तक, इराक में औसत GDP 22.89 अरब USD थी। 1/12/2012 को उच्चतम स्तर 93.78 अरब USD पर पहुँचा, जबकि न्यूनतम स्तर 1/3/2016 को 6.8 अरब USD पर दर्ज किया गया।
तेल निर्यात ·
३ वर्ष
5 वर्ष
10 वर्ष
२५ वर्ष
मैक्स
तेल निर्यात | |
---|---|
1/12/2002 | 11.34 अरब USD |
1/12/2003 | 8.35 अरब USD |
1/12/2004 | 17.46 अरब USD |
1/12/2005 | 23.2 अरब USD |
1/12/2006 | 29.71 अरब USD |
1/12/2007 | 37.85 अरब USD |
1/12/2008 | 61.88 अरब USD |
1/12/2009 | 38.97 अरब USD |
1/12/2010 | 51.45 अरब USD |
1/12/2011 | 79.41 अरब USD |
1/12/2012 | 93.78 अरब USD |
1/3/2013 | 21.76 अरब USD |
1/6/2013 | 23.02 अरब USD |
1/9/2013 | 22.37 अरब USD |
1/12/2013 | 23.02 अरब USD |
1/3/2014 | 18.14 अरब USD |
1/6/2014 | 24.57 अरब USD |
1/9/2014 | 22.34 अरब USD |
1/12/2014 | 19.87 अरब USD |
1/3/2015 | 10.94 अरब USD |
1/6/2015 | 15.41 अरब USD |
1/9/2015 | 13.2 अरब USD |
1/12/2015 | 11.4 अरब USD |
1/3/2016 | 6.8 अरब USD |
1/6/2016 | 10.13 अरब USD |
1/9/2016 | 11.81 अरब USD |
1/12/2016 | 12.29 अरब USD |
1/3/2017 | 14.1 अरब USD |
1/6/2017 | 13.52 अरब USD |
1/9/2017 | 13.09 अरब USD |
1/12/2017 | 16.42 अरब USD |
1/3/2018 | 18.4 अरब USD |
1/6/2018 | 21.62 अरब USD |
1/9/2018 | 22.42 अरब USD |
1/12/2018 | 23.36 अरब USD |
1/3/2019 | 18.82 अरब USD |
1/6/2019 | 20.35 अरब USD |
1/9/2019 | 19.36 अरब USD |
1/12/2019 | 19.83 अरब USD |
1/3/2020 | 16.32 अरब USD |
1/6/2020 | 7.99 अरब USD |
1/9/2020 | 9.74 अरब USD |
1/12/2020 | 10.26 अरब USD |
1/3/2021 | 13.16 अरब USD |
1/6/2021 | 17.13 अरब USD |
1/9/2021 | 18.93 अरब USD |
1/12/2021 | 19.58 अरब USD |
1/3/2022 | 25.6 अरब USD |
1/6/2022 | 29.61 अरब USD |
1/9/2022 | 31.95 अरब USD |
1/12/2022 | 25.94 अरब USD |
1/3/2023 | 22.05 अरब USD |
1/6/2023 | 21.73 अरब USD |
तेल निर्यात इतिहास
तारीख | मूल्य |
---|---|
1/6/2023 | 21.735 अरब USD |
1/3/2023 | 22.048 अरब USD |
1/12/2022 | 25.935 अरब USD |
1/9/2022 | 31.947 अरब USD |
1/6/2022 | 29.614 अरब USD |
1/3/2022 | 25.601 अरब USD |
1/12/2021 | 19.579 अरब USD |
1/9/2021 | 18.933 अरब USD |
1/6/2021 | 17.131 अरब USD |
1/3/2021 | 13.161 अरब USD |
तेल निर्यात के समान मैक्रो संकेतक
नाम | वर्तमान | पिछला | फ्रीक्वेंसी |
---|---|---|---|
🇮🇶 आतंकवाद सूचकांक | 7.078 Points | 8.139 Points | वार्षिक |
🇮🇶 आयात rss_CYCLIC_REPLACE_MARK rss_CYCLIC_REPLACE_MARK | 10.299 अरब USD | 8.433 अरब USD | तिमाही |
🇮🇶 कच्चे तेल का उत्पादन | 3,860 BBL/D/1K | 3,891 BBL/D/1K | मासिक |
🇮🇶 चालू खाता | 15.499 अरब USD | 14.29 अरब USD | तिमाही |
🇮🇶 चालू खाता घाटा सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में | -1.9 % of GDP | 17.25 % of GDP | वार्षिक |
🇮🇶 निर्यात | 27.848 अरब USD | 25.189 अरब USD | तिमाही |
🇮🇶 व्यापार शेष (ट्रेड बैलेंस) | 17.549 अरब USD | 16.756 अरब USD | तिमाही |
🇮🇶 स्वर्ण भंडार | 138.44 Tonnes | 138.44 Tonnes | तिमाही |
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तेल निर्यात क्या है?
तेल निर्यात एक महत्वपूर्ण आर्थिक गतिविधि है जिसे वैश्विक और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर आर्थिक विकास और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। तेल निर्यात का अध्ययन और विश्लेषण करना न केवल ऊर्जा क्षेत्र के लिए आवश्यक है, बल्कि सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था को समझने के लिए भी महत्वपूर्ण है। ई-उलरपूल|Eulerpool वेबसाइट पर हम इस महत्वपूर्ण श्रेणी में आपको व्यापक और सांख्यिकीय रूप से समृद्ध जानकारी प्रदान करते हैं। तेल निर्यात की भूमिका वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इतिहास के विभिन्न कालखंडों में, तेल ने अर्थव्यवस्था, राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर गहरा प्रभाव डाला है। यह एक ऐसी वस्तु है जो राजनीतिक तनाव, युद्ध और वित्तीय बाजार की अस्थिरता में प्रमुख भूमिका निभाती है। तेल निर्यात के माध्यम से, तेल उत्पादक देश अपनी राष्ट्रीय आय में वृद्धि कर सकते हैं, विदेशी मुद्रा भंडार को समृद्ध कर सकते हैं, और वैश्विक बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। तेल निर्यात के आर्थिक प्रभाव का सबसे प्रत्यक्ष घटक तेल निर्यात से प्राप्त राजस्व है। मुख्य तेल निर्यातक देशों जैसे सऊदी अरब, रूस, वेटिकन और ओमान की अर्थव्यवस्थाओं का एक बड़ा हिस्सा इस राजस्व पर निर्भर करता है। इस राजस्व का उपयोग सरकारी खर्च, बुनियादी ढाँचे के विकास, सामाजिक कल्याण कार्यक्रम, और विविध औद्योगिक परियोजनाओं के लिए किया जाता है। तेल निर्यात का व्यापार संतुलन और भुगतान संतुलन पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। उच्च मात्रा में तेल निर्यात करने वाले देश बड़ा व्यापार अधिशेष प्राप्त कर सकते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। इसके विपरीत, तेल आयात करने वाले देशों को अक्सर व्यापार िईा घाटे का सामना करना पड़ता है, जबतक की उन्हें अन्य निर्यात वस्तुओं से इसकी पूर्ति नहीं की जाती। तेल निर्यात से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण पहलू हैं जैसे कि कर और रॉयल्टी। कई देश तेल कंपनियों पर भारी कर और रॉयल्टी लगाते हैं, जो उनके सरकारी राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं। इसके अलावा, तेल का निर्यात बुनियादी ढांचे, जैसे कि बंदरगाह, पाईपलाइन और शोधनालयों की निर्माण और रखरखाव में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जीवाश्म ईंधनों के परिवर्तनशील कीमतें अक्सर वैश्विक उत्पादन, निवेश चक्र और आर्थिक स्थिरता पर प्रभाव डालती हैं। तेल के मूल्य में वृद्धि से तेल निर्यातक देशों को लाभ होता है, लेकिन आयात करने वाले देशों की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्योंकि उनके ऊर्जा बिल बढ़ जाते हैं और उनके उत्पादन की लागत अधिक हो जाती है। तेल निर्यात का एक अन्य महत्वपूर्ण प्रभाव मुद्रा विनिमय दर पर पड़ता है। तेल निर्यातक देशों की मुद्राएं अक्सर मजबूत होती हैं क्योंकि उन्हें निरंतर विदेशी मुद्रा में भुगतान प्राप्त होता है। यह सच्चाई मुद्रा की दरों पर भी असर डालती है, जो विभिन्न देशों के बीच व्यापार और आर्थिक संबंधों को प्रभावित करती है। जलवायु परिवर्तन और नवीकरणीय ऊर्जा के दौर में तेल निर्यात की प्रासंगिकता और विवाद बढ़ गए हैं। वैश्विक समुदाय पर्यावरणीय चिंताओं के कारण जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता कम करने की कोशिश कर रहा है। इसका मतलब यह है कि तेल निर्यातक देशों को अपनी अर्थव्यवस्था को विविधीकरण करने और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों का विकास करने की आवश्यकता हो सकती है। सम्पूर्ण तौर पर, तेल निर्यात और उसका विश्लेषण आर्थिक विज्ञान के क्षेत्र में एक जटिल और महत्वपूर्ण विषय है। यह असंख्य आर्थिक, राजनीतिक, और सामाजिक मुद्दों को छूता है और इसके प्रभाव संसार भर में महसूस किए जाते हैं। हमारी वेबसाइट eulerpool पर, हम आपको सटीक, नवीनतम और गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं ताकि आप तेल निर्यात के विभिन्न पहलुओं को बेहतर ढंग से समझ सकें और संबंधित आर्थिक निर्णय ले सकें। तेल निर्यात की जटिलताओं और इसके व्यापक प्रभाव को समझना किसी के लिए भी आवश्यक है जो वैश्विक आर्थिक प्रवृत्तियों को समझना चाहते हैं। हम आपको इस महत्वपूर्ण विषय पर संपूर्ण और व्यापक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे संग्रहित डेटा, विश्लेषण और रिपोर्ट से आप न केवल वर्तमान परिप्रेक्ष्य को समझ पाएंगे, बल्कि भविष्य की संभावनाओं का भी पूर्वानुमान लगा सकेंगे। हमारी टीम शोधकर्ताओं, विश्लेषकों, और उद्योग विशेषज्ञों से मिलकर बनी है, जो तेल निर्यात और उससे संबंधित आर्थिक संकेतकों का गहन अध्ययन करते हैं। हमारी वेबसाइट पर आपको तेल निर्यात से जुड़े विभिन्न प्राथमिक आंकड़े, विश्लेषणात्मक रिपोर्ट्स, और विशेषज्ञ टिप्पणियाँ मिलेंगी जो आपको एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करेंगी। तेल निर्यात का विश्लेषण करना महज एक व्यापारिक गतिविधि समझना पर्याप्त नहीं है, यह एक व्यापक आर्थिक घटना है जिसका गहराई से अध्ययन किया जाना चाहिए। आर्थिक नीतियों, अंतरराष्ट्रीय संबंधों, मुद्रा बाजार और वैश्विक व्यापार प्रणाली पर इसके विविध प्रभाव हैं। eulerpool के माध्यम से हम यह प्रयास करते हैं कि आपको इस जटिल विषय के हर पहलु की पूरी जानकारी प्रदान की जाए ताकि आप अपने शोध, अध्ययन या व्यावसायिक निर्णयों में निर्णायक भूमिका अदा कर सकें। तेल निर्यात की भूमिका और महत्व को समझना न केवल आर्थिक दृष्टिकोन से, बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोन से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आने वाले वर्षों में तेल निर्यातक देशों की चुनौतियां और भी बढ़ सकती हैं, विशेषकर जब वैश्विक समुदाय नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की ओर अग्रसर हो रहा है। इसलिए, तेल निर्यात की वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाओं पर निरंतर नजर रखना आवश्यक है। अंत में, तेल निर्यात के विविध और गहन विश्लेषण की आज के वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। eulerpool पर हम आपको इस व्यापक और जटिल क्षेत्र की संपूर्ण और विश्लेषणात्मक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम उम्मीद करते हैं कि हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी आपकी आर्थिक समझ और निर्णय क्षमता को समृद्ध करेगी।