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इंडोनेशिया वार्षिक आधार पर खुदरा बिक्री (YoY)

शेयर मूल्य

4.5 %
परिवर्तन +/-
+1.8 %
प्रतिशत में परिवर्तन
+50.00 %

इंडोनेशिया में वर्तमान वार्षिक आधार पर खुदरा बिक्री (YoY) का मूल्य 4.5 % है। इंडोनेशिया में वार्षिक आधार पर खुदरा बिक्री (YoY) 1/7/2024 को 4.5 % तक बढ़ गई, जबकि यह 1/6/2024 को 2.7 % थी। 1/1/2006 से 1/8/2024 तक, इंडोनेशिया में औसत GDP 6.92 % थी। सबसे उच्चतम स्तर 1/1/2010 को 40.3 % पर पहुंचा गया, जबकि सबसे निम्नतम मूल्य 1/11/2008 को -26.3 % दर्ज किया गया।

स्रोत: Bank Indonesia

वार्षिक आधार पर खुदरा बिक्री (YoY)

  • ३ वर्ष

  • 5 वर्ष

  • 10 वर्ष

  • २५ वर्ष

  • मैक्स

खुदरा बिक्री YoY

वार्षिक आधार पर खुदरा बिक्री (YoY) इतिहास

तारीखमूल्य
1/7/20244.5 %
1/6/20242.7 %
1/5/20242.1 %
1/3/20249.3 %
1/2/20246.4 %
1/1/20241.1 %
1/12/20230.2 %
1/11/20232.2 %
1/10/20232.4 %
1/9/20231.5 %
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वार्षिक आधार पर खुदरा बिक्री (YoY) के समान मैक्रो संकेतक

नामवर्तमानपिछला फ्रीक्वेंसी
🇮🇩
उपभोक्ता ऋण
3.339 बीआरडी. IDR3.329 बीआरडी. IDRमासिक
🇮🇩
उपभोक्ता व्यय
1.712 बीआरडी. IDR1.66 बीआरडी. IDRतिमाही
🇮🇩
उपभोक्था विश्वास
125.2 points127.7 pointsमासिक
🇮🇩
खुदरा बिक्री मासिक परिवर्तन
0.4 %9.9 %मासिक
🇮🇩
घरेलू ऋण से सकल घरेलू उत्पाद
16.3 % of GDP16.1 % of GDPतिमाही
🇮🇩
पेट्रोल की कीमतें
0.64 USD/Liter0.66 USD/Literमासिक

इंडोनेशिया में, वर्ष दर वर्ष खुदरा बिक्री में परिवर्तन एक निश्चित महीने के दौरान खुदरा वस्तुओं और सेवाओं की समेकित बिक्री की तुलना पिछले वर्ष के उसी महीने से करता है।

अन्य देशों के लिए मैक्रो-पेज एशिया

वार्षिक आधार पर खुदरा बिक्री (YoY) क्या है?

रिटेल बिक्री वार्षिक (Retail Sales YoY) एक महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतक है जो किसी राष्ट्र में उपभोक्ता खर्च का माप देता है। यह संकेतक व्यापारियों, निवेशकों, और नीति निर्माताओं के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आर्थिक स्वास्थ्य और क्रय शक्ति का स्पष्ट चित्रण प्रस्तुत करता है। आधुनिक वैश्विक अर्थव्यवस्था में, रिटेल बिक्री वार्षिक वृद्धि दर का आंकड़ा व्यापारिक प्रवृत्तियों, मौद्रिक नीतियों, और अर्थव्यवस्था की समग्र स्थिति को अभिव्यक्त करता है। जब हम 'रिटेल बिक्री वार्षिक' की बात करते हैं, तो इसका तात्पर्य पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष की बिक्री में हुए परिवर्तन से होता है। यह आंकड़ा आर्थिक गतिविधियों की दिशा को दर्शाता है जिसे विभिन्न कारकों जैसे उपभोक्ता बर्ताव, मौद्रिक नीतियां और आर्थिक स्थिरता प्रभावित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि रिटेल बिक्री वार्षिक वृद्धि दर बढ़ रही है, तो इसे आर्थिक प्रगति के संकेत के रूप में देखा जाता है। दूसरी ओर, यदि यह दर घट रही है, तो इसे आर्थिक मंदी के संकेत के रूप में लिया जा सकता है। रिटेल बिक्री वार्षिक वृद्धि दर का विश्लेषण करते समय, हमें उपभोक्ता व्यवहार और आर्थिक परिस्थितियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर उपभोक्ता आत्मविश्वास और खर्च बढ़ रहे हैं, तो यह रिटेल बिक्री में वृद्धि का समर्थन करेगा। इसके विपरीत, उच्च बेरोजगारी दर और आर्थिक अनिश्चितता उपभोक्ता खर्च को प्रभावित कर सकती है, जिससे रिटेल बिक्री में गिरावट आ सकती है। यही कारण है कि नीति निर्माता और आर्थिक विश्लेषक इस सूचकांक पर बारीकी से नजर रखते हैं। हमारे वेबसाइट 'eulerpool' पर, हम व्यवस्थित रूप से रिटेल बिक्री वार्षिक वृद्धि दर की जानकारी प्रदान करते हैं। हमने इस जानकारी को प्रस्तुत करने में विभिन्न प्राथमिक स्रोतों का उपयोग किया है और आंकड़े समय-समय पर अपडेट होते रहते हैं ताकि हम आपको सबसे सटीक और हालिया डेटा प्रदान कर सकें। इस डेटा का विस्तृत विश्लेषण आपको यह समझने में मदद करेगा कि किसी विशिष्ट समय पर रिटेल बिक्री में वृद्धि या गिरावट क्यों हो रही है। इसके अलावा, हमारे विश्लेषण ने यह भी उजागर किया है कि विभिन्न सेक्टर्स में रिटेल बिक्री का प्रदर्शन कैसे भिन्न हो सकता है। उदाहरण के लिए, खाद्य और पेय पदार्थों की बिक्री आमतौर पर आवश्यक वस्तुओं के कारण स्थिर रहती है, जबकि लक्जरी और गैर-आवश्यक वस्तुओं की बिक्री अधिक अस्थिर हो सकती है। उपभोक्ता प्राथमिकताओं, मौसमी प्रभाव, प्रमोशनल गतिविधियों, और अन्य बाहरी कारकों का भी रिटेल बिक्री पर प्रभाव होता है। रिटेल बिक्री वार्षिक आंकड़े का विश्लेषण करते समय, विभिन्न आर्थिक मॉडल और सांख्यिकीय विधियों का उपयोग किया जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि डेटा निष्पक्ष और सटीक हो। इन आंकड़ों को विश्लेषण करके, हम वैश्विक आर्थिक प्रवृत्तियों, स्थानीय आर्थिक स्थितियों, और संभावित वित्तीय संकटों के शुरुआती संकेतों का आकलन करने में सक्षम होते हैं। नीति निर्माताओं के लिए रिटेल बिक्री वार्षिक आंकड़े विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं। यह आंकड़े मौद्रिक नीति पर प्रभाव डाल सकते हैं, जैसे कि ब्याज दरों निर्णय, और राजकोषीय नीति में परिवर्तन की आवश्यकता का संकेत दे सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि रिटेल बिक्री में वृद्धि हो रही है, तो केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए ब्याज दरें बढ़ा सकता है। इसके विपरीत, यदि बिक्री में गिरावट आ रही है, तो आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज की जरूरत हो सकती है। निवेशकों के लिए भी रिटेल बिक्री वार्षिक वृद्धि दर का आंकड़ा महत्वपूर्ण है। यह उन्हें उपभोक्ता बाजार की मौजूदा स्थितियों को समझने और निवेश से संबंधित निर्णय लेने में मदद करता है। उदाहरण के लिए, अगर रिटेल बिक्री में स्थिर वृद्धि हो रही है, तो यह निवेशकों को रिटेल कंपनियों के शेयरों में निवेश आकर्षक बना सकता है। इसके विपरीत स्थिति में निवेशकों को सतर्क होने की आवश्यकता हो सकती है और वे अपने निवेश को सुरक्षित करने के उपाय कर सकते हैं। उपभोक्ताओं के लिए भी रिटेल बिक्री वृद्धि दर के आंकड़े महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये उनकी क्रय शक्ति और आर्थिक स्थिरता को प्रभावित कर सकते हैं। यह न केवल उपभोक्ता खर्च पर असर डालता है, बल्कि रोजगार के अवसरों और वेतन वृद्धि पर भी प्रभाव डालता है। अंततः, रिटेल बिक्री वार्षिक वृद्धि दर एक व्यापक और व्यापक संकेतक है जो किसी राष्ट्र की आर्थिक स्थिति का संकेत देता है। यह उपभोक्ता बर्ताव, आर्थिक नीति और वित्तीय स्थिरता का माप देता है और इसे विश्वसनीयता और सटीकता के साथ विश्लेषण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमारी वेबसाइट 'eulerpool' पर, हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको सबसे भरोसेमंद और अद्यतन रिटेल बिक्री वार्षिक वृद्धि दर का आंकड़ा प्रदान किया जाए, ताकि आप सूचित और सटीक निर्णय ले सकें।