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चिली ताँबे का उत्पादन

शेयर मूल्य

4,43,600 Tonnes
परिवर्तन +/-
-8,000 Tonnes
प्रतिशत में परिवर्तन
-1.79 %

चिली में ताँबे का उत्पादन का वर्तमान मूल्य 4,43,600 Tonnes है। चिली में ताँबे का उत्पादन 1/7/2024 को घटकर 4,43,600 Tonnes हो गया, जब यह 1/6/2024 को 4,51,600 Tonnes था। 1/1/2011 से 1/8/2024 तक, चिली में औसत GDP 4,66,631.1 Tonnes था। सर्वोच्च मूल्य 1/12/2018 को 5,55,000 Tonnes के साथ प्राप्त हुआ, जबकि न्यूनतम मूल्य 1/2/2011 को 3,56,200 Tonnes दर्ज किया गया।

स्रोत: National Institute of Statistics, Chile

ताँबे का उत्पादन

  • ३ वर्ष

  • 5 वर्ष

  • 10 वर्ष

  • २५ वर्ष

  • मैक्स

तांबा उत्पादन

ताँबे का उत्पादन इतिहास

तारीखमूल्य
1/7/20244,43,600 Tonnes
1/6/20244,51,600 Tonnes
1/5/20244,44,600 Tonnes
1/4/20244,08,500 Tonnes
1/3/20244,37,400 Tonnes
1/2/20244,20,200 Tonnes
1/1/20244,36,200 Tonnes
1/12/20234,95,500 Tonnes
1/11/20234,44,900 Tonnes
1/10/20234,61,700 Tonnes
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...
17

ताँबे का उत्पादन के समान मैक्रो संकेतक

नामवर्तमानपिछला फ्रीक्वेंसी
🇨🇱
औद्योगिक उत्पादन
2.3 %2 %मासिक
🇨🇱
औद्योगिक उत्पादन मासिक वृद्धि
-5.5 %1.8 %मासिक
🇨🇱
कुल वाहन बिक्री
25,765 Units28,335 Unitsमासिक
🇨🇱
खनन उत्पादन
1.3 %8.89 %मासिक
🇨🇱
प्रारंभिक संकेतक
1.1 %3.5 %मासिक
🇨🇱
विनिर्माण उत्पादन
-2.2 %5.1 %मासिक
🇨🇱
व्यापारिक माहौल
45.29 points44.07 pointsमासिक
🇨🇱
सूची में परिवर्तन
1.1 जैव. CLP-1.669 जैव. CLPतिमाही

ताँबे का उत्पादन क्या है?

कॉपर उत्पादन: एक व्यापक विश्लेषण कॉपर, जिसे तांबा भी कहा जाता है, विश्व अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह आधारभूत धातु न केवल औद्योगिक प्रक्रियाओं के लिए अपरिहार्य है, बल्कि इसके विविध उपयोगों के कारण भी यह वैश्विक विनिर्माण प्रणाली का एक अभिन्न अंग है। Eulerpool के प्लेटफार्म पर, हम कॉपर उत्पादन के आर्थिक पहलुओं का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करते हैं, ताकि निवेशक, नीति निर्माता, और व्यावसायिक हितधारक इस महत्वपूर्ण धातु की वैश्विक संचलन को बेहतर तरीके से समझ सकें। कॉपर उत्पादन का आर्थिक महत्व: कॉपर उत्पादन को अक्सर वैश्विक आर्थिक गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण संकेतक माना जाता है। निर्माण, इलेक्ट्रॉनिक्स, और परिवहन जैसे विभिन्न प्रमुख उद्योगों में इसकी व्यापक मांग इसे आर्थिक सुस्ती और उछाल के विश्लेषण के लिए एक प्रमुख मापदंड बनाती है। इसका उत्पादन और खपत पैटर्न औद्योगिक गतिविधियों, ऊर्जा की लागत, और नीति परिवर्तनों के प्रति अत्यंत संवेदनशील होता है। इसलिए, कॉपर उत्पादन के आंकड़ों का अध्ययन अर्थशास्त्रियों और निवेशकों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। कॉपर उत्पादन स्थलों का विश्लेषण: वैश्विक स्तर पर, कुछ प्रमुख देशों में कॉपर उत्पादन का आधिपत्य है। उदाहरण के लिए, चिली, पेरू, और चीन जैसे देश दुनिया के प्रमुख कॉपर उत्पादक होने के साथ-साथ प्रमुख निर्यातक भी हैं। ये देश अपने विशाल भंडार और उच्च-क्षमता वाले खनिज प्रसंस्करण सुविधाओं के कारण इस उद्योग में अग्रणी हैं। इन देशों की उत्पादन नीति, विनियम, और तकनीकी उन्नति का ह वर्तमान सुपर उत्पादन स्तरों पर सीधा प्रभाव पड़ता है। Eulerpool पर, हम इन देशों के उत्पादन ट्रेंड्स, सरकारी नीतियों, और बाजार की स्थितियों का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत करते हैं, जिससे उपयोगकर्ता इनकी व्यापक समझ प्राप्त कर सकते हैं। कॉपर उत्पादन की चुनौतियाँ: हालांकि कॉपर उत्पादन अपने आप में अत्यधिक महत्वपूर्ण है, इसके साथ कई चुनौतियाँ भी जुड़ी होती हैं। सबसे प्रमुख चुनौती है खनिज उत्पादन के पर्यावरणीय प्रभाव और इसके प्रबंधन की। माइनिंग गतिविधियाँ स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र और जलस्रोतों पर गंभीर असर डाल सकती हैं। साथ ही, खनिज संपत्तियों का अति दोहन और स्थायी विकास के मुद्दे भी कॉपर उत्पादन से जुड़े प्रमुख चिंता के विषय हैं। इसलिए, विश्व भर में कई सरकारें और संगठन अधिक स्तरीय पर्यावरणीय मानकों और स्थिरता उपायों को लागू करने पर जोर दे रहे हैं। कॉपर उत्पादन और वैश्विक व्यापार: वैश्विक व्यापार में कॉपर का महत्व अद्वितीय है। इस धातु की वैश्विक खपत बढ़ती इंडस्ट्रियल गतिविधियों के साथ ही बढ़ रही है। कॉपर निर्मित उत्पादों का व्यापार आर्थिक विकास और औद्योगिक उन्नति के साथ सीधे जुड़ा हुआ है। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय समझौतों और व्यापार नीतियों का कॉपर उत्पादन और व्यापार पर प्रभाव का विश्लेषण Eulerpool पर विस्तार से किया जाता है। इसके अलावा, कॉपर की कीमतें भी अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति, आपूर्ति और मांग की गति, और दुनिया भर में आर्थिक परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं। तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव, मुद्रा विनिमय दरें, और भू-राजनीतिक घटनाएँ कॉपर की कीमतों को प्रभावित करती हैं, जिससे निवेशकों को इन सबको ध्यान में रखते हुए अपनी रणनीति निर्धारण करने की आवश्यकता होती है। तकनीकी उन्नति और कॉपर उत्पादन: तकनीकी उन्नति कॉपर उत्पादन में एक क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। नई खनन तकनीकों, उन्नत प्रसंस्करण विधियों और ऑटोमेशन के माध्यम से कॉपर उत्पादन की दक्षता में सुधार हो रहा है। टेक्नोलॉजी जैसे अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), और बिग डेटा एनालिटिक्स कॉपर माइनिंग ऑपरेशन को अधिक सटीक और पर्यावरणीय दृष्टि से अनुकूल बना रही है। Eulerpool पर, हम इन तकनीकी प्रवृत्तियों और उनके संभावित प्रभावों का विशेषज्ञ दृष्टिकोण से विश्लेषण कर प्रदान करते हैं। स्थिरता और भविष्य की दृष्टि: कॉपर का उत्पादन और उपयोग स्थायित्व की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों, जैसे सोलर पैनल और इलेक्ट्रिक वाहन, में कॉपर का व्यापक रूप से प्रयोग होता है। ये क्षेत्र वैश्विक स्तर पर कार्बन पदचिह्न को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इसलिए, कॉपर उत्पादन की भविष्य की मांग में इन उद्योगों की केंद्रीय भूमिका होगी। समाप्ति विचार: कॉपर उत्पादन एक जटिल और व्यापक विषय है जिसकी समझ न केवल निवेशकों के लिए बल्कि नीति निर्माताओं और व्यावसायिक रणनीतिकारों के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। Eulerpool पर, हम विस्तृत और अद्यतित कॉपर उत्पादन डेटा प्रस्तुत करते हैं, जिससे उपयोगकर्ताओं को सूचित निर्णय लेने में सहायता मिल सके। कॉपर उत्पादन के आर्थिक, तकनीकी, और पर्यावरणीय पहलुओं का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करते हुए, हम आपको एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करने की कोशिश करते हैं। विश्व भर की अर्थव्यवस्था और औद्योगिक प्रणालियों के हृदय में बैठे कॉपर का उत्पाद न न केवल महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके उत्पादन के परिप्रेक्ष्य का गहन मूल्यांकन भी अत्यावश्यक है। आने वाले समय में कॉपर की मांग और उत्पादन में होने वाले परिवर्तनों के संदर्भ में, हमारा प्रयास है कि हम आपको सर्वश्रेष्ठ और सबसे प्रासंगिक जानकारी उपलब्ध करा सकें।