अमेरिकी खाद्य पदार्थ दिग्गज मोंडेलेज़, जो मिल्का, ओरियो और टक के ब्रांडों के लिए जानी जाती है, यूक्रेन के युद्ध के दौरान भी रूस में अपने व्यापार को जारी रखने के आरोपों का सामना कर रही है। कंपनी का जोर देना है कि रूस में गतिविधियों को पूर्णतः स्थगित करने से ना केवल प्रतिस्पर्धियों को व्यापार की हानि होगी जो उत्पन्न आय को अपने उद्देश्यों के लिए उपयोग कर सकते हैं, बल्कि यह कई परिवारों की खाद्य सुरक्षा को भी खतरे में डालेगा। मोंडेलेज़ ने इस संदर्भ में रूस में अपने लगभग 3000 कर्मचारियों की ओर संकेत किया है और घोषणा की है कि वह, कई अन्य वैश्विक खाद्य और पेय कंपनियों की तरह, इन कठिन समयों में भी खाद्य सामग्री प्रदान करती रहेगी।
जब बर्लिन में स्थित उक्रेनियन संगठन विट्शे ने रेवे और एडेका सुपरमार्केट श्रृंखलाओं को एक पत्र लिखा, जिसमें यह मांग की गई कि जब तक मोंडेलेज़ अपनी रूस में गतिविधियां बंद नहीं करती, तब तक उनके उत्पादों की बिक्री न की जाए, तब बहस नए सिरे से भड़क उठी। मोंडेलेज़ का कहना है कि उसने अपनी गतिविधियों को पहले ही कम कर दिया है और रूस में निवेश व विज्ञापन खर्चों को रोक दिया है, जिसके चलते उत्पाद की बिक्री में भारी कमी आई है। कंपनी ने जोर देकर कहा है कि उसने युद्ध के प्रारंभ से ही यूक्रेन के खिलाफ आक्रमण की निंदा की है।
रेवे और एडेका ने विट्शे की मांगों पर संयमित प्रतिक्रिया दी। जहां रेवे ने युद्ध शुरू होते ही रूस में निर्मित खाद्य पदार्थों के बहिष्कार का दावा किया, वहीं एडेका ने स्पष्ट किया कि उन्होंने युद्ध शुरू होने के बाद से किसी भी रूस में निर्मित उत्पादों का ऑर्डर नहीं दिया है। मोंडेलेज़ स्वयं बताती है कि रूस में बेचे जाने वाले उत्पाद केवल स्थानीय स्तर पर निर्मित और वितरित किए जाते हैं।
रूस में अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के कारोबारी गतिविधियों को लेकर बहस नई नहीं है। अन्य जर्मन कंपनियां जैसे कि मेट्रो और रिटर स्पोर्ट भी अपनी गतिविधियां रूस में जारी रखे हुए हैं। नैस्डैक कारोबार में मोंडेलेज़ के शेयर में हल्की वृद्धि देखी गई और यह समय-समय पर 0.56 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 70.01 अमेरिकी डॉलर पर नोट किया गया।